Wednesday, December 13, 2023

भोपाल का यह किसान उगाते हैं लाल भिंडी, काला गेहूं और नीला आलू, अपनी खेती से कर रहे अच्छी आमदनी

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां के किसान नए-नए तकनीक को अपनाकर खेती करते हैं जिससे उनके फसलों का बेहतर उत्पादन होता है। आज हम आपको भोपाल (Bhopal) के मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से ताल्लुक रखने वाले किसान मिश्रीलाल राजपूत (Mishrilal Rajput) के विषय में जानकारी देंगे जो अपने खेतों में नीले आलू, काले गेंहू और लाल भिड़ी उगा रहें हैं।

उगाया अपने क्षेत्र में पहली बार लाल भिंडी

मिश्रीलाल राजपूत (Mishrilal Rajput) अपने क्षेत्र में खेती के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अपने इलाके में पहली बार लाल भिंडी उगाई है और इस कार्य से वह चर्चा के पात्र बने हुए हैं। वह अपनी खेती में हमेशा ही नवाचार करते रहते हैं। ऐसा नहीं है कि वह सिर्फ लाल भिंडी की खेती से ही लोगों को आकर्षित कर रहें हैं बल्कि वह काला गेहूं और नीले आलू का भी उत्पादन अपने खेती में करते हैं। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

Bopal Farmer growing red Ladyfinger black wheat blue potato

अन्य किसानों को बीज देने के लिए तैयार किए बीज

उन्होंने यह जानकारी दिया कि लाल भिंडी को उगाने के लिए उन्होंने थोड़े स्थान में बीज को भी तैयार किया ताकि वह अन्य किसानों को लाल भिंडी के बीज दे सके। लाल भिंडी सामान्य भिंडी के अपेक्षा अत्यधिक सेहतमंद होती है और इसका डिमांड भी मार्केट में अधिक है। वहीं अगर इसके कीमत की बात करें तो यह सामान्य भिंडी की अपेक्षा अधिक मूल्य में भी बिकता है। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

डॉक्टर बनने का था सपना

मिश्रीलाल राजपूत (Mishrilal Rajput) किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने बताया कि उनका सपना डॉक्टर बनने का था। उन्होंने 12वीं की शिक्षा बायोलॉजी से संपन्न की लेकिन कुछ कारण वश उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी और वह अपने पिता की तरह खेती करने लगे। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

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नहीं थी सिंचाई की व्यवस्था

उन्होंने बताया कि जब मैंने वर्ष 1989 में खेती प्रारंभ करने का निश्चय किया तब मुझे यहां पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिली। यहां सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। यहां कुछ ही पारंपरिक फसलें थी जिन्हें मेरे पिताजी उगाया करते थे, तब मैंने कृषि यूनिवर्सिटी से कांटेक्ट किया और बीज पर कार्य प्रारंभ किया। वक्त के साथ थोड़ा परिवर्तन हुआ और खेत में कई मशीनें आई जिससे मुझे खेती में लाभ के अवसर प्राप्त हुए। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

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उगाया हाइब्रिड टमाटर और WH 147 वरायटी का गेंहू

वर्ष 1989 में उन्होंने अपने आधे एकड़ जमीन में गेहूं की WH 147 वेरायटी के साथ हाइब्रिड टमाटर उगाया। जब उन्हें इससे लाभ मिला तो अन्य किसान भी इससे प्रेरित हुए और उन्होंने भी हाइब्रिड के टमाटर अपने खेतों में उगाएं। खेती में नवाचार को अपनाने से वह सफल हुए और उनका मनोबल बढ़ा। उन्होंने यह बताया कि जब मैंने गेहूं और टमाटर का उत्पादन अपने खेत में किया। तब मेरे पास आस-पास के किसान आए और उन्होंने पूछा कि आखिर इसमें क्या खासियत है कि जिससे इतना उत्पादन हुआ। उस वक्त से ही मैंने अपनी खेती में नवाचार करने जारी रखें। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

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शुरू की औषधीय खेती

वर्ष 1989 में उन्होंने सबसे पहले तो औषधीय खेती करना प्रारंभ किया। उन्होंने खेतों में मेंथा, लेमनग्रास एवं सफेद मुल्ली आदि उगाए। अच्छी कमाई और बाजार में अधिक डिमांड होने के साथ उन्होंने अपने खेत के अतिरिक्त कुछ खेत लीज पर ली एवं इसमें खेती करने लगे। हलांकि आगे चलकर उन्होंने औषधीय खेती छोड़ दी। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

व्यवसायिक स्तर पर करनी है खेती

वह हमेशा इसी कोशिश में लगे रहते हैं कि बाजार में जिस फसल का डिमांड अधिक हो उसे ही उगाया जाए ताकि अधिक मुनाफा हो सके। कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने उत्तर प्रदेश के मशहूर चावल एवं काला नमक की खेती की जिसमें उन्हें सफलता मिली। उन्होंने अपने खेत में नीले आलू भी उगाए है जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हीं लाभदायक होता है और इसका डिमांड मार्केट में अधिक है। आगे उनका उद्देश्य 1 एकड़ में खेती करने का है। अब वह लाल भिंडी के बीज की तैयारी करने में लगे हैं ताकि वह व्यावसायिक स्तर पर उत्पादन कर सकें। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

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फूल गोभी से कमाया 5 लाख रुपए

उन्होंने भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र संस्थान बनारस से लाल भिंडी के बीज लाए और 40 डिसमिल जमीन में इसे उगाया। उन्होंने बताया कि लाल भिंडी का डिमांड मार्केट में अधिक है और मुझे यह उम्मीद है कि यह सामान्य भिंडी की अपेक्षा अत्यधिक बिकेगा भी। उनके पास ढाई एकड़ पुश्तैनी जमीन है एवं बाकी खेती के लिए वह जमीन लीज पर लिए हुए हैं। वह कुल मिलाकर लगभग 20 से 22 एकड़ भूमि में खेती कर रहे हैं। उन्होंने अपनी खेती में चना, गेहूं एवं मौसमी सब्जियां उगाई है। उन्होंने एक 1 एकड़ खेत में फूलगोभी लगाकर इससे लगभग 500000 का लाभ कमाया है। खेती की कमाई से ही उन्होंने कार भी खरीदी है। -Mishri Lal Rajput does Many types of innovations in agriculture

खेती में नए-नए प्रयोगों को अपनाकर उससे लाभ कमाना मिश्रीलाल बखूबी जानते हैं। आज वह अपने क्षेत्र में एक सफल किसान के साथ-साथ अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने हैं।