Home Farming

पशुपालन के साथ खेती का अनोखा मॉडल, इस तरह इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कमा रहे हैं करोड़ों रुपये

हर किसी की यह ख्वाहिश होती है कि वह अच्छी-खासी नौकरी कर अपने परिवार को सुखी जीवन प्रदान करे। अगर हमारे यहां यह पूछा जाए कि तुम्हारा बेटा पढ़ाई कर रहा है तो वह क्या बनेगा?? तो हर किसी की यही चाहत होगी कि वह अच्छी-खासी नौकरी करे। कोई भी पिता यह नहीं चाहता की उसका बेटा खेती करे। आज की यह कहानी बिहार के एक ऐसे लड़के की है जो अच्छी-खासी नौकरी कर रहे थे और उन्होंने उस नौकरी को छोड़ खेती को चुना। उन्होंने खुद की खेती में एक अलग पहचान बनाई है। जिसकी तारीफ हमारे प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं।

ब्रजेश कुमार

ब्रजेश कुमार (Brajesh Kumar) बिहार (Bihar) बेगूसराय (Begusarai) से नाता रखते हैं। वह डिप्लोमा कर नौकरी कर रहे थे लेकिन उन्होंने उसे छोड़ने का निश्चय किया क्योंकि उन्हें खुद का व्यापार स्थापित करना था। वर्ष 2013 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी। उन्होंने जब नौकरी छोड़आ तब उनके घर वाले इनसे खफा हुए। आगे उन्होंने यह निश्चय किया कि यह एक अलग मॉडल से खेती और पशुपालन करेंगे।

Making Varmi compost
वर्मी कम्पोस्ट बनाता किसान

लिया 15 लाख रुपये लोन

आगे उन्होंने लगभग 15 लाख रुपए लोन के तौर पर लिया और बेगूसराय में करीब 4 एकड़ भूमि लीज पर लिया और वहां तकरीबन डेढ़ दर्जन फ्रांजियन साहिवाल के साथ जर्सी नस्ल की गायों को खरीद पशुपालन आरंभ किया। आगे यह पशुओं के लिए पौष्टिक आहार के साथ वर्मी कंपोस्ट बनाने लगे। आगे वह अन्य किसानों को सीखाने लगे कि किस तरह पशुपालन कर अधिक लाभ कमाया जा सकता है और किस तरह आप खेती के लिए वर्मी कंपोस्ट बनाकर अधिक पैदावार बढ़ा सकते हैं।

यह भी पढ़ें :- बिहार के राजेश ने नौकरी छोड़ किया कमाल, खेती से 1 करोड़ तक का मुनाफा कमाए: तरीका जाने

200 लीटर दूध का होता है उत्पादन

उन्होंने लगभग 29 किस्म के गायों को पाल रखा है जिससे लगभग 200 लीटर दूध प्रति दिन प्राप्त होता है। वह अपने गायों का ध्यान बहुत हीं खूब तरीके से रखते हैं। वह मिश्रित किस्म की गायों का पशुपालन किए हैं। उन्होंने शार्टेट शूट सीमेन का उपयोग किया है ताकि अगर कोई मां बन रही है तो वह बछिया को जन्म दे। उन्होंने सरोगेसी गाय का भी पालन किया है जिससे प्रतिदिन लगभग 50 लीटर दूध प्राप्त होता है।

आदर्श किसान संस्थान

वह खुद का ट्रेनिंग सेंटर भी चलाते हैं। जिसका नाम ‘आदर्श किसान संस्थान’ है उसमें वहां मात्र 10 दिनों में हीं 400 किसानों को प्रशिक्षण दिया है कि वह किस तरह पशुपालन कर अधिक लाभ कमाएं। उनके प्रशिक्षण से बहुत से लोग प्रभावित हुए और उन्होंने उन्नत किस्म के पशुपालन को अपनाया उससे आज यह लाखो के मालिक बने हुए हैं।

करतें हैं उन्नत खेती

ऐसा नहीं कि वह सिर्फ पशुपालन हीं करते हैं। वह 4 एकड़ जमीन में उन्नत खेती करते हैं। उन्होंने अपने खेतों में गन्ना, टमाटर, स्ट्राबरी और शिमला मिर्च आदि को उगाया है। वह अपने खेतों में पौधों की सिंचाई के लिए ड्रिप सिंचाई का प्रयोग करते हैं। अपने कारोबार से हर साल 5 करोड़ रुपये कमातें हैं। वह अन्य लोगो को रोजगार भी दिए हैं।

प्रधानमंत्री ने भी किया तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी जी ने की प्रशंसा

उनकी तारीफ हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में किया है। उन्हें किसान पुरस्कार भी मिला है। साथ ही वह पशुपालन के ब्रांड एंबेसडर भी बने हैं। यदि आप उनसे बात करना या कोई जानकारी लेना चाहते हैं तो उनके मोबाइल नं 9570497296 पर कॉल कर सकतें हैं।

The Logically ब्रजेश कुमार जी के उन्नत कृषि के सफल प्रयासों की खूब सराहना करता है।

Exit mobile version