किसी को भी कॉल करते वक्त अमिताभ बच्चन की आवाज़ में सुनाई देने वाले मेसेज, “नमस्कार, हमारा देश और पूरा विश्व आज कोविड-19 की चुनौती का सामना कर रहा है। कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में हमारा फर्ज है कि हम सतर्क रहें। इसलिए जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है, नियमित रूप हाथ धोना, मास्क पहनना और आपस में उचित दूरी बनाए रखना। याद रखिए दो गज दूरी, मास्क है जरूरी। खांसी बुखार या सांस लेने में कठिनाई होने परहोने पर हेल्पलाइन नंबर 1075 पर संपर्क करें।” से अब हर कोई परेशान हो चुका है।
कोरो’ना काल के दौरान हमारे देश को जान-माल की क्षति के साथ साथ बहुत सारी कठिनाइयों के सामना करना पड़ा है। ऐसे समय में देश के बहुत से समाजसेवियों और सेलिब्रिटी ने लोगों की मदद की है। लोगों को जागरूक करने के लिए फोन पर कॉलर ट्यून के माध्यम से बताया जा रहा था कि किस तरह इस महामारी से बचा जा सके। साथ ही अगर आपको सर्दी-खांसी हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं या आप हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करें।
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जी की आवाज़ में कॉलर ट्यून हर व्यक्ति को सुनाई दे रहा है लेकिन अब दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दर्ज हुई है कि इसे हटाया जाए। हालांकि अमिताभ बच्चन शुरू से लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी सचेत करते आ रहें हैं कि आपको किस तरह खुद का ध्यान रखना है।
एक रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी मिली है, इस याचिका में यह लिखा गया है कि जो कोरो’ना महामारी के दौरान लोगों की मदद कियें हैं वे रियल वरियर्स हैं, उनके आवाज़ का कॉलर ट्यून लगाया जाए, ना कि अमिताभ बच्चन का। इस याचिका को दर्ज करने वाले शख्स हैं “राकेश”। इन्होनें जनहित याचिका दर्ज कराया और कहा कि अमिताभ बच्चन इस कॉलर ट्यून के लिए हमारे देश की सरकार से पैसे ले रहे हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया कि अमिताभ बच्चन का इतिहास बहुत साफ नहीं है और ना ही वह सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं।
कोरो’ना महामारी के शिकार अमिताभ बच्चन के साथ उनके बेटे, बहु और पोती भी हो चुके हैं, वैसे तो वे सभी अब स्वस्थ हैं।