इंसान के अंदर अगर काबिलियत छुपी हुई हो तो वह कभी ना कभी बाहर अवश्य निकलता है और उस काबिलियत के बल पर इंसान बड़ी से बड़ी उपलब्धि भी हासिल करता है।
आज बात एक ऐसे हीं शख्स की जो पढ़ाई में बेहद कमजोर थे पर उन्होंने दसवीं की परीक्षा 51% अंकों के साथ उत्तीर्ण की, 11वीं में फेल हो गए तथा 12वीं में 58% अंकों के साथ परीक्षा पास की। फिर अपनी मेहनत से उन्होंने दिल्ली पुलिस कांस्टेबल की नौकरी पाई। पढ़ाई में बेहद ढ़ीले फिरोज आलम के लिए एक कॉन्स्टेबल की नौकरी बहुत बड़ी उपलब्धि थी लेकिन शायद हीं कोई सोंचा होगा कि 10 साल बाद वही कॉन्स्टेबल देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी पास करेगा। यह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जज्बे, कठिन परिश्रम और काबिलियत का बेहतरीन व प्रेरक उदाहरण है।
बचपन के सपने को किया साकार
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना अंतर्गत आजमपुर दहपा के निवासी फिरोज आलम का बचपन बेहद हीं संघर्षों में बीता। उनके पिता एक कबाड़ का काम किया करते थे। गरीबी के कारण भी फिरोज ने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और किसी तरह 12वीं उत्तीर्ण किया। दरअसल फिरोज बचपन से ही पुलिस की वर्दी पहनने का सपना देखा करते थे। पढ़ाई में कमजोर होने के बावजूद उन्होंने अपने कठिन मेहनत से दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी प्राप्त कर ली।
इस तरह हुए प्रेरित और पाई सफलता
जब वे दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हुए काम करते हुए बड़े-बड़े अफसरों के रॉब, उनके पावर, उनकी इज्जत-प्रतिष्ठा देखकर फिरोज के मन में भी उनके जैसा बनने का सपना पलने लगा और उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी। पहले दो परीक्षाओं के प्रारंभिक परीक्षा भी वे पास नहीं कर पाए लेकिन फिर भी उनके कदम रुकने वाले नहीं थे। उसके बाद फिरोज ने तीन बार प्रारंभिक परीक्षा तो पास कर ली लेकिन उसके आगे की परीक्षा में सफलता पाने में वे विफल रहे। बार-बार मिली असफलताओं के कारण उनकी हिम्मत हारने लगी थी लेकिन फिर उन्होंने अपने अंदर उम्मीद की ज्योति जलाई और वर्ष 2019 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर अपने लक्ष्य को साकार किया।
UPSC की तैयारी करने वाले कांस्टेबलों की करते हैं मदद
फिरोज आलम ने यूपीएससी पास कर अपनी मंजिल तो पा ली लेकिन वे यहां भी अपने प्रयासों को रुकने नहीं दिए और वे आजकल यूपीएससी की तैयारी में जुटे कॉन्स्टेबल पद पर तैनात लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने व्हाट्सएप पर दिल्ली पुलिस यूपीएससी फैमिली नाम से एक ग्रुप बनाया हुआ है जिसमें 58 कॉन्स्टेबल है जो पुरजोर तरीके से यूपीएससी की तैयारी में जुटे हैं। कोई सलाह देना हो, किसी को कोई नोट्स चाहिए हो फिरोज हर संभव उन लोगों की मदद करते हैं।
The Logically फिरोज आलम जी की सफलता के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाईयां देता है तथा अन्य लोगों के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करता है।
English Summary: Acp firoz alam has been a normal student in his school days, after working as constable for 10 years he has cleared upsc