प्रीपेड ग्राहकों (Prepaid Consumers) के लिए एक अच्छी खबर आई है कि बिजली (Electricity) अब कुछ सस्ती हो सकती है। बिजली मंत्रालय (Power Ministry) ने हर राज्यों को अपने बिजली नियामकों (Power Regulators) से प्रीपेड बिजली ग्राहकों के लिए रेट कम करने को कहा है। – electricity regulator bill will be prepaid
प्रीपेड मीटर में मोबाइल के तर्ज पर कराया जाता है रिचार्ज
मंत्रालय का कहना है कि प्रीपेड मीटर से बिजली वितरण कंपनियों को मीटर रीडिंग (Meter Reading), बिल (Billing) और कलेक्शन (Collection) जैसे अतिरिक्त खर्च अब नहीं करने होंगे। प्रीपेड मीटर साधारण मीटर से अलग होता है, इसके लिए उपभोक्ताओं को मोबाइल के तर्ज पर रिचार्ज कराना होता है। जिसमें उपभोक्ता जितना का रिचार्ज कराएंगे वे उतनी ही बिजली का उपयोग कर सकते है, जैसी ही उनकी राशि खत्म होगी घर की बिजली चली जाएगी।
3 साल में सभी मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में तब्दील करने का रखा गया लक्ष्य
आपको बता दे कि बिजली काटने के पहले संबंधित उपभोक्ता के मोबाइल पर अलर्ट मैसेज जाता है, जिसमें मैसेज के माध्यम से उन्हे मीटर से जुड़ी सभी जानकारी दी जाती है। सरकार की ओर से 1 अप्रैल साल 2019 से 3 साल में सभी मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में तब्दील करने की योजना बनाई गई थी।
भुगतान वाला मीटर हो सकता है सस्ता
इसी योजना के तहत बिजली मंत्रालय ने आदेश में कहा, ‘राज्य अपने विद्युत नियामक आयोग (एसईआरसी) से उन ग्राहकों के लिए बिजली के खुदरा शुल्क में कमी लाने का आग्रह कर सकता है, जो पहले से भुगतान वाले मीटर के जरिए बिजली ले रहे हैं।
कंपनियों को मीटर संबंधित खर्च में मिलेगी मदद
मंत्रालय द्वारा दिए गए आदेश में यह भी कहा गया है कि पहले से भुगतान कर अगर कोई ग्राहक बिजली लेता है, तो उनके लिए बिजली की लागत में कमी लाने के लिए संबंधित बदलाव पत्र 16 जनवरी 2020 के पहले होना चाहिए। इसके अलावा प्रीपेड मीटर से बिजली वितरण कंपनियों को मीटर संबंधित खर्च में कमी लाने में मदद मिलेगी इसलिए बिजली दरों में भी कमी होगी। – electricity regulator bill will be prepaid