विटामिन सी पोषक तत्व से भरपूर आंवला, न सिर्फ त्वचा और बालों के लिए, बल्कि कई तरह की दवा और ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में उपयोगी होता है। साथ में आंवले का आचार, जूस पाउडर और कैंडी किसे नहीं पसंद। आंवले का पेड़ काफी बड़ा होता है इससे लोगों को लगता है कि, इसे किसी बड़ी और खुली जगह में ही लगाया जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है आंवले को पनपने के लिए खुली जगह चाहिए, लेकिन वह खुली जगह आपके घर की बालकनी या छत भी हो सकती है। हम आपको इसे पौधे को लगाने का आसान तरीका बता रहें हैं। How to grow Amla in pot
कटिंग तरीका होगा बेहतर
कटिंग से लगाना ही एक बेहतर तरीका है। लेकिन कटिंग भी आपको ग्राफ्टिंग वाली करनी चाहिए। अगर आपको ग्राफ्टिंग का अनुभव नहीं है तो, आप अपने आस-पास किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से इस बारे में सलाह लें। इसके अलावा, आप नर्सरी से भी ग्राफ्टिंग से तैयार आंवले का पौधा लाकर लगा सकते हैं। Grafting method to plant Amla
मिट्टी तैयार करने का सही तरीका
आंवले के पौधे के लिए, अच्छा पॉटिंग मिक्स तैयार करने के लिए आप, 50% खेत की मिट्टी, 20% गोबर की खाद, 20% वर्मीकंपोस्ट या घर की बनाई खाद, और 10% अन्य पोषक तत्व जैसे एनपीके (NPK) या नीमखली आदि मिला सकते हैं। Method to prepare potting mix
पौधा लगाने का सही समय
मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में इस पौधे को लगाना बेहतर होगा। यह मौसम काफी अच्छा रहता है, क्योंकि इस समय न तो बहुत सर्दी होती है, और न ही बहुत ज़्यादा गर्मी। इस मौसम में आप पौधा लगाएं। लेकिन मई-जून की कड़ी गर्मी में इस पौधे को हल्की छांव में रखें, और नियमित रूप से पानी देते रहें। इसके बाद, जुलाई में बारिश के मौसम में यह बहुत अच्छे से विकसित होगा।
घर पर इस तरह बनाइए खाद
गोबर को (अगर गोबर न मिल पाए, तो आप उपले खरीद सकते हैं) पानी में मिलाएं। इस घोल को 2-3 दिन तक रखा रहने दें, और बीच-बीच में किसी चीज़ से हिलाते रहें। पौधे में पानी देते समय आप इस घोल को पानी में मिलाकर पौधे में दे सकते हैं। यह बहुत ही अच्छे खाद का काम करता है। इसके अलावा, हर हफ्ते आप वर्मीकम्पोस्ट, या घर में जैविक कचरे से बनी खाद भी गमले में डालते रहें।
कीड़ों से बचाने के लिए रामबाण इलाज
आंवले के पौधे में कीड़े लगने की संभावना रहती है। इसलिए, आप शुरू से ही सावधानी बरतें। आप नीम की पत्तियों का घोल बनाएं, और इसमें थोड़ी सी मात्रा में हल्दी मिला लें। इस घोल का आप नियमित रूप से पौधे पर स्प्रे करते रहें। इससे आपका पौधा किसी भी प्रकार के कीड़ों से बचा रहेगा।
आंवले निकलने का बेसब्री से इंतजार न करें इसमें समय लगेगा
आंवले की सही देखभाल की जाए, तो यह काफी अच्छे से पनपता है। इसमें फल आने में लगभग 5 साल का समय लग जाता है। लेकिन इसके औषधीय गुणों को देखते हुए, इतना इंतज़ार करने में कोई हर्ज भी नहीं है। एक और ख़ास बात यह है कि, जब भी आंवला लगाएं तो जोड़ी में लगाएं। इससे पौधों पर फल आने की सम्भावना बढ़ जाती है। अगर आप सिर्फ एक पेड़ लगाते हैं, तो उसमें पॉलिनेशन (परागण) की संभावना कम होती है। इसलिए, हमेशा दो पौधे साथ में ही लगाएं।