Wednesday, December 13, 2023

सब्जी, फल और सलाद में इस्तेमाल होने वाले काले गाजर को घर पर उगाएं, कम जमीन में भी इसकी खेती हो जाएगी

सर्दियों के मौसम में मार्केट में कई प्रकार की सब्जियां मिलनी शुरु हो जाती है, और उनमें से एक नाम गाजर का भी है, फिर चाहे वो लाल गाजर हो या काली गाजर। देखा जाएं तो ऐसे बहुत लोग होंगें जिन्हें काली गाजर के बारे में जानकारी नहीं होगी। ऐसे में बता दें कि काली गाजर को देशी गाजर भी कहा जाता है।

काली गाजर (Black Carrot) का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है। इससे खून साफ रहता है और साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। हालांकि, बाजार में काली गाजर बहुत कम मिलती है। ऐसे में काली गाजर का लाभ लेने के लिए यदि आप चाहें तो इसे बहुत ही आसानी से अपने घर में उगा सकते हैं। आइए जानते हैं घर पर काली गाजर उगाने का तरीका।

क्या होती है काली गाजर?

काली गाजर कोजेलेट्स परिवार में एक प्रकार का पौधा है, जिसे कुछ देशों में सब्जी की फसल के साथ उगाया जाता है। यह स्वाद में हल्की मीठी होती है और दिखने में काले रंग की होती है।

घर पर काली गाजर (Black Carrot) उगाने के लिए आवश्यक सामग्री-

  • कंटेनर
  • मिट्टी
  • बीज
  • खाद
  • पानी

घर पर काली गाजर उगाने की विधि (How to grow black carrots at home)-

  • काली गाजर के बीज को कंटेनर में लगाने के लिए सबसे पहले 10 इंच गहरा या उससे बड़े आकार के गमले का इस्तेमाल करें।
  • जिस गमले में आपको काली गाजर का बीज लगाना है उसे अच्छी तरह से धोकर सूखने के लिए रख दें। वहीं दूसरी तरफ 50% वर्मीकंपोस्ट( गोबर या केंचुआ खाद) और 50% कोको-पीट को अच्छी तरह से मिला लें।
  • गमले में मिट्टी की डालकर उसे अच्छी तरह से मिलाएं।
  • पॉटिंग मिक्स अच्छे से तैयार करने के बाद उसमें बीज लगाएं। आप चाहे तो गाजर का निचला हिस्सा भी गमले में लगा सकते हैं।
  • बीज लगाने के बाद आप उचित मात्रा में पानी डालें, क्योंकि शुरू-शुरू में मिट्टी सूखी रहती है।
  • अब आपका पौधा तैयार है। बता दें कि पौधें का विकास होने में थोड़ा वक्त लगता है।

यदि आपको बीज नहीं मिल रहें तो आप नर्सरी से पौधे खरीदकर ला सकते हैं।

यह भी पढ़ें :- इन आसान तरीकों को अपनाकर घर के गार्डन में उगाएं कद्दू: Home Gardening

कैसा होना चाहिए बीज (Seeds)?

किसी भी सब्जी या फल को गार्डन में उगाने के लिए बीज का सही होना जरुरी है, क्योंकि यदि बीज अच्छे नहीं होंगे तो लाख कोशिशें करने के बाद भी पैदावार अच्छी नहीं होगी। इसलिए सही बीज का चुनाव करना बहुत आवश्यक है। इसके लिए इधर-उधर से बीज खरीदने से बेहतर है आप बीज भंडार जाकर उन्नत किस्म के बीज खरीदें। बता दे कि, बीज भंडार में सस्ती और अच्छी पैदावार वाले बीज आसानी से मिल जाते हैं।

पौधों के लिए किस तरह करें मिट्टी तैयार?

किसी भी बीज या पौधे को लगाने के लिए मिट्टी को तैयार करना बेहद आवश्यक है। मिट्टी तैयार करने के लिए सबसे पहले मिट्टी को खुरेंच कर एक दिन के लिए सूखने के लिए छोड़ दें, ताकि मिट्टी सॉफ़्ट हो जाएं। उसके बाद मिट्टी में 1 से 2 मग खाद डालकर अच्छी तरह मिलाकर उसे गमले में डाल दें। मिट्टी को गमले में डालने के बाद बीज को लगभग 2 से 3 इंच गहरा लगाएं।

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

  • प्रतिदिन गमले में नियमित रूप से पानी डालें।
  • गाजर के पौधों को धूप की जरूरत पड़ती है इसलिए ध्यान रखें कि गमले पर सीधी धूप पड़े।
  • गमले में लगे कटिंग या बीज को लगभग 10 दिन बाद आप चेक कर सकते हैं। यदि कटिंग पूरी तरह से अंकुरित हो गई हो तो इसका अर्थ है कि पौधा सही उगा है।
  • लगभग 25 से 25 दिनों बाद पौधे में ग्रोथ होनी शुरू हो जाएगी और लगभग 90 दिनों बाद इस में फूल आने लग जाते हैं।
  • यदि आप गाजर के पौधे को जमीन पर रोपना चाहते हैं तो इसके लिए 15 सेंटीमीटर ऊंचे और 2 फीट चौड़ी मेड़ बनाकर लगाएं।
  • पौधे की रोपाई के समय मिट्टी में फास्फोरस, नाइट्रोजन और पोटाश को गोबर की खाद के साथ प्रयोग करें।
  • आप पौधे की नियमित रूप से कटाई 4 महीने बाद से कर सकते हैं। इसके अलावा हर 4 महीने पर आप गमले में खाद भी डाल सकते हैं।
  • पौधे में किसी भी रासायनिक कीटनाशक या रासायनिक खाद का इस्तेमाल करने से बचें।
  • पौधें में लगे कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए नीम के तेल को पानी में मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें।

काली गाजर खाने के फायदें (Benefits of Eating Balck Carrot)

काली गाजर का सेवन करने से कई प्रकार के हेल्थ बेनिफीट्स मिलते हैं जो इस प्रकार है-

  • वजन कम करने में सहायक
  • खून साफ रहता है
  • पाचन तंत्र सही रखता है
  • चेहरे के दाग- धब्बे और पिम्पल्स दूर करता है

उम्मीद करते हैं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। ऐसे ही और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़े रहें हमारे साथ।