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टमाटर के अच्छे उत्पादन के लिए जान लीजिए ये जानकारियां, बम्पर उत्पादन के साथ होगा खूब मुनाफा

आजकल फसल के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की सब्जियां व, फूल व अन।यह तरह के उत्पाद उगाए जा रहे हैं। उसी में एक बहुत उपयोगी सब्जी है टमाटर। टमाटर का उपयोग हर घर में किया जाता है जिसके कारण इसकी मांग बहुत अधिक है। अधिक मांग के कारण इसकी खेती भी लाभकारी है। अब ऐसे में बात आती है कि हम टमाटर की खेती कैसे करें और कैसे उसका बेहतर उत्पादन लें..?

आईए जानते हैं कि टमाटर की खेती किस प्रकार की जाती है। इसके सारे विधि मैं आपको विस्तार से बताऊंगा। मित्रों, टमाटर एक ऐसी सब्जी है जो गर्म जलवायु में ही उगाई जाती है परंतु इसकी खेती ज्यादातर ठंडे मौसम में की जाती है।

टमाटर के फसल हेतु आवश्यक तापमान

इसके सफल उत्पादन के लिए इसका तापमान 21-23 डिग्री अनुकूल माना जाता है। लेकिन अगर हम बात करें, इसके व्यापारिक स्तर की तो उसके लिए इसका सफल उत्पादन 18-27 डिग्री तापमान तक होता है। मित्रों, टमाटर हीं एक ऐसी सब्जी है जिसके अंदर सूखा सहने की अधिक क्षमता होती है। परन्तु अगर हम इसकी फसल में ज्यादा सूखे के बाद तुरंत ही सिंचाई कर दें तो एक दम से पानी मिलने की वजह से इसका फल धीरे-धीरे फटने लग जाता है और इसके फूल के तने गलने लगते है। इसका तापमान ज्यादा या फिर एक दम से कम होने पर बीजों का अंकुरण कम हो जाता है। जिसके कारण फसल की बढ़वार कम हो जाती है और फल कमजोर हो कर गिरने लगता है और झुलस जाता है।

उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों की मृदु जलवायु अंकुरण, पादप वृद्धि, फल के निर्माण, फलों के विकास और पकने के लिए उचित माना जाता है लेकिन ज्यादा बारिश होने के कारण फूल झड़ने की समस्या हो जाती है। जिस कारण इसकी उपज में भारी कमी आती है। यह फसल अच्छी धूप वाले जगहों पर सही तरह पकती है।

Important tips for Tomato farming in better way

टमाटर के लिए उपयुक्त मिट्टी

इसे अलग-अलग प्रकार की मिट्टियों में उगा सकते है। इसके लिए रेतीली दोमट से चिकनी काली कपासीय मृदा और लाल मृदा उचित मात्रा में जल निकास वाली होनी चाहिए। हालांकि, रेतीली दोमट मृदा (मिट्टी ) में जैविक पदार्थ प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते है। जिस वजह से यह इस फसल की पैदावार के लिए अच्छी मानी जाती है।

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समय-समय पर करते रहें निराई

टमाटर की खेती करते समय इसकी फसल के साथ कई तरह के खरपतवार उग जाते है. जो फसल को काफी हानि पहुंचते है। आज कल फसलों में खरपतवार की समस्या इतनी तेजी से बढ़ रही हैं कि कई खेत में फसल की जगह खरपतवार ही दिखाई देता है। इसलिए समय – समय पर निराई कर खेत को अच्छे से साफ रखें।

मित्रों, अगर हम सही ढंग से टमाटर की खेती को करें तो निश्चित तौर हमें यह किसी अन्य सब्जी के तुलना में ज्यादा मुनाफा देगा। लेकिन इस फसल के लिए मौसम का बहुत बड़ा योगदान होता है। इसे पानी जरूरत से ज्यादा नहीं चाहिए होता है। अगर लगातार पानी होने लगा फिर इसको फटने का डर रहता है। तो निश्चित तौर पर टमाटर की खेती करते वक्त हमें उपयुक्त मौसम और जलवायु को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए। जिससे यह फसल हमारे लिए फायदेमंद हो।

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Shubham वर्तमान में पटना विश्वविद्यालय (Patna University) में स्नात्तकोत्तर के छात्र हैं। पढ़ाई के साथ-साथ शुभम अपनी लेखनी के माध्यम से दुनिया में बदलाव लाने की ख्वाहिश रखते हैं। इसके अलावे शुभम कॉलेज के गैर-शैक्षणिक क्रियाकलापों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

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