दिन-प्रतिदिन हमें हर क्षेत्र में कुछ-न-कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसी बदलाव की कड़ी में इंडियन रेलवे भी शामिल हो गया है। इंडियन रेलवे (Indian Railway) ने एक ऐसा रेलवे टर्मिनल बनाया है, जो देखने में हुबहू एयरपोर्ट जैसा लग रहा है। यह भारत का पहला एसी रेलवे टर्मिनल है।
भारतीय रेलवे (Indian Railway) अपने नेट्वर्क का काफी विस्तार कर रहा है, जिसमें बहुत सारे इन्फ्रास्टक्चर का भी विकास हो रहा है। रेलवे को पिछ्ले कुछ सालों में कई आधुनिक ट्रेनें भी मिली हैं। इंडियन रेलवे (Indian Railway) द्वारा निर्मित इस एसी टर्मिनल का नाम भारत के पहले सिविल इंजीनियर, भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया (Sir M. Visvesvaraya) के नाम पर रखा गया है। यह एसी टर्मिनल बैंगलोर (Bengaluru) में स्थापित किया गया है, जो अतिशीघ्र ही चालू होने वाला है।
इसमें पूरी तरह से वातानुकूलित प्रवेश लॉबी बनाया गया है और स्टेशन भवन पर शानदार छतरियां लगी हैं, जो इसकी शोभा बढ़ा रही है। इस एसी टर्मिनल पर चार पहिया वाहनों के लिये 200 और दोपहिया वाहनों के लिए 900 पार्किंग स्थान हैं।
इस रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर यात्रियों के लिए एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी, जिसमें डिजिटल रियल टाइम सुचना प्रणाली, VIP लाउंज आदि जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
इस रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों को लंबे ओवर ब्रिज और दो सबवे से जोड़ा जायेगा। इस एसी टर्मिनल को बनाने में 314 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत खर्च आया है। यह टर्मिनल 4,200 किलोमीटर में फैला हुआ है। इस स्टेशन से प्रतिदिन 50 ट्रेनों को संचालित किया जा सकता है।
रेल मंत्री पियुष गोयल (Piyush Goyal) ने 13 मार्च 2020 को ट्वीट किया, “भारत के सबसे पहले सिविल इंजीनियर भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया के नाम पर बेंगलुरु (Bengaluru) में स्थित भारत का पहला AC रेलवे टर्मिनल (AC Railway Terminal) शीघ्र ही चालू होने के लिए तैयार है।”
यह टर्मिनल शुरु होने के बाद, लंबी दूरी की ट्रेनें जैसे बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई महानगरों तक संचालित किया जा सकता है। साथ ही यह बेंगलुरु, कर्नाटक के सभी जिलों से जुड़ा हुआ होगा।
यह AC टर्मिनल कर्नाटक और बाहर के अन्य रेलवे स्टेशनों के साथ शहर को जोड़ने वाली ट्रेनों को सम्भालेगा। SWR ने कहा था कि कोचिंग टर्मिनल क्रांतिवीर सन्गोली रायन्ना (KSR) बेंगलुरु और यशवंतपुर स्टेशनों को भीड़ से बाहर निकालने में सहायता करेगा।