मां अपने खून को सींच कर, तमाम तकलीफ़ों को बर्दाश्त कर अपने बच्चे का जन्म देती है। बच्चा अगर बड़ा भी हो जाए तो वह हर वक़्त अपने बच्चे के ख्याल में निगरानी रखती है। आज हम आपको एक ऐसी मां के बारे में बताएंगे, जिसने अपने बेटे को बचाने के लिए 1 किलोमीटर तक तेंदुआ जैसे खूंखार जानवर का पीछा किया और आखिरकार अपने बेटे को बचा ही लिया।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर की तारीफ
यह कहानी मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की सीधी (Sidhi) जिले की है, जहां एक महिला ने अपने बेटे को बचाने के लिए एक तेंदुए के पीछे लगभग 1 किलोमीटर की दूरी तय किया। इस बात की जानकारी एक फॉरेस्ट ऑफिसर ने दी फिर उसके बाद वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उस महिला की तारीफ़ ट्वीट करके की।
तेंदुए के हमले से अपने बेटे को बचाने वाली साहसिक मां और पुत्र के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। उनके जीवन व स्वास्थ्य की चिंता अब प्रदेश की जिम्मेदारी है। काल के हाथों अपने कलेजे के टुकड़े को सुरक्षित बचाने की घटना अद्भुत व हृदयस्पर्शी है। साहसिक मां को मैं शत-शत प्रणाम करता हूं। https://t.co/ktxJCCWDAf
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 1, 2021
काल के मुंह से बचाने वाली मां को प्रणाम
उन्होंने ट्वीट करके यह लाइन लिखी, काल के हाथ से अपने बच्चे को बचाकर नया जीवन देने वाली मां को मेरा प्रणाम। मौत से टकराकर अपने बच्चे को बचाकर ममता का यह अद्भुत स्वरूप इस मां ने लोगों को दिखाया है। वह मां श्रीमती किरण बैगा हैं जिनका अभिनंदन और स्वागत प्रदेशवासियों ने किया।
इलाज़ का खर्च उठाएगी सरकार
वहीं उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि मौत के मुंह से अपने बच्चे को बचाने वाली मां और उसके बच्चे के इलाज का खर्च सरकार देगी। साथ हीं हमें उसके जीवन और स्वास्थ्य पर ध्यान देना है इसलिए हम इसकी जिम्मेदारी लेते हैं।
नहीं हारी हिम्मत दिखाया अपना साहस
दरअसल इस गांव में एक तेंदुआ घुस आया और उसने एक बच्चे को उठा लिया। मां ने अपने बेटे को बचाने के लिए वहां अन्य झोपड़ियों को बंद किया और जंगल की तरफ दौड़ पड़ी। जानकारी के अनुसार रविवार के दिन मां अपने तीन बच्चों के साथ आग तापने के लिए झोपड़ी के सामने बैठी थी, तब तक तेंदुआ आया और एक बच्चे को उठा लिया।
ग्रामीण लोगों की मदद
अचानक ऐसे हुए हादसे से वह थोड़ी घबरा गई थी लेकिन उसने अपनी सूझबूझ को कायम किया और हिम्मत बांधते हुए जंगल की तरफ दौड़ पड़ीI जब वह मां जंगल में गई तो उसने देखा कि तेंदुआ उसके बच्चे को पंजे में पकड़े हुए झाड़ियों में छिपा हुआ है। मां बार-बार चिल्लाती रही और उसे डंडे से मारते रही। अपने हिम्मत को दिखाते हुए उसने तेंदुए से अपने बच्चे को छीन लिया। लेकिन फिर तेंदुए ने उस पर एक बार हमला किया परंतु किरण ने अपने शक्ति दिखाया और उसे मात दी। हालांकि ग्रामीण लोग शोर सुनकर उस महिला की मदद के लिए जंगल में चले गए।