अगर हमारे किसान खेती करने के दौरान ये चाहते हैं कि उन्हें खेती से जुड़े सामग्रियां आसानी से मिले तो इसमें उन्हें थोङी समस्या होती है। जिसके लिए उन्हें दूसरे शहर जाना पड़ता हैं। जिसमें उन्हें वक़्त के साथ अधिक खर्चा भी उठाना पड़ता है। इन्ही सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए एक शख्स ने ऐसी पहल की शुरुआत की है जिससे किसानों को खेती के इक्विपमेंट के लिए परेशानी ना हो। आज वह इस स्टार्टअप के जरिए 15 करोड़ रुपए कमा रहें हैं।
केएस भाटिया (K. S. Bhatia)
वह शख्स हैं केएस भाटिया (K. S. Bhatia) जो चंडीगढ़ (Chandigarh) के निवासी हैं। उन्होंने पंप कार्ट नाम से स्टार्टअप प्रारम्भ की जिसके तहत ग्रामीण तथा छोटे शहरों के किसान की मदद उनके खेती में होती है। उनके स्टोर से किसान अपने आवश्यकता अनुसार मॉर्डन इक्विपमेंट खरीद सकते हैं। देश में उनके 100 से भी ज्यादा दुकान हैं जिससे वह प्रत्येक वर्ष 15 करोड़ रुपए कमा रहें हैं। उन्होंने इसमें 4000 से अधिक लोगों को जोड़ा है।
पढ़ाई के बाद नौकरी की
केएस भाटिया (K. S. Bhatia) की उम्र 51 वर्ष है। उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग तथा एमबीए (MBA) किया है। उन्होंने पढ़ाई के बाद नौकरी भी किया और आगे व्यपार प्रारम्भ किया। उन्होंने कंसल्टेंसी का भी कार्य किया परंतु वह इसमें कुछ विशेष सफलता नहीं प्राप्त कर पाए। इसके उपरांत उन्होंने वॉटर पंप की मार्केटिंग प्रारंभ की जो अच्छा-खासा चला और वह इससे अच्छी कमाई भी किए।
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शुरू हुआ व्यापार
वो कहते हैं कि हमारे देश में वॉटर पंप की वैसे तो कोई कमी नहीं है परंतु इसके प्रोडक्शन का हब नहीं है। तब मैंने यह सोचा कि क्यों ना मैं ऐसा प्लान करूं और एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करूं जहां वॉटर पंप आसानी से प्राप्त किया जा सके। वर्ष 2014 में उन्होंने 20 लाख रुपए की लागत के सामान चंडीगढ़ एवं बेंगलुरु में कार्य प्रारंभ किया।
मिला है गूगल के सीईओ से सराहना
उन्होंने बताया कि भारत में स्टार्टअप का दौर प्रारंभ हो रहा था और सरकार भी उस को बढ़ावा दे रही थी। मेरे काम का जिक्र सुंदर पिचाई जोकि गूगल के सीईओ है उन्होंने भी किया था। अब मैंने अपने काम पर फोकस करते हुए इसे आगे बढ़ाया। उनके बेटे ने वेबसाइट तैयार की। उनके इस कार्य की सराहना पीएमओ ने भी किया जिससे उनका मनोबल बढ़ा। वह अपने कार्य में सफलता हासिल किए और उन्हें इससे बेहतर रिस्पॉन्स मिला। उनके 8 हज़ार से भी अधिक रिटेलर्स हैं और 26 से भी ज्यादा स्टेट में फ्रेंचाइजी है।
वे कहते हैं कि पहले तो हमें लगता था कि किसानों को पंप की ज्यादा जरूरत पड़ती है। परंतु आगे यह रियलाइज्ड हुआ कि इसके अतिरिक्त उन्हें बहुत से इक्विपमेंट मिलने में काफी कठिनाइयां होती है। अब उन्होंने उस पर सर्च करते हुए अपने इक्विपमेंट की लिस्ट तैयार की। उन्हें यह सारी चीज जानकारी एकत्रित की कि किस तरह किसानों को यह सारे प्रोडक्ट्स उनके पास पहुंचाया जाए ताकि उन्हें खेती करने में आसानी हो।
50 से भी अधिक प्रोडक्ट है मौजूद
अब वह और उनकी टीम सिंचाई मशीन वाटर पंप, जुताई के लिए मशीन, पेस्टिसाइड स्प्रे मशीन, सबमर्सिबल पंप जैसे कई प्रोडक्ट लॉन्च की है। जिसके लिए उन्होंने छोटे-बड़े स्टार्टअप तथा मैन्युफैक्चर से टाइअप भी किया। उन्होंने विभिन्न शहरों में स्टोर खोलें रिटेलर्स पर कार्य प्रारंभ किया। उनके स्टोर्स में आपको 50 से अधिक प्रोडक्ट मिलेंगे।
किसानों को दिया पेमेंट के कई सुविधा
वह कहते हैं कि जिस तरह कोविड में हर किसी को समस्या हुई वैसे हमें भी हुई परन्तु सोशल मीडिया द्वारा हमारा कार्य फैला। जब किसानों के पास पैसे नहीं थे तो हमने उन्हें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड तथा EMI पर उत्पाद खरीदने का सुविधा दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने ओसको भी खोला है ताकि उत्पाद को खरीदने में किसानों को दिक्कत ना हो।
देते हैं प्रशिक्षण
उनकी टीम किसानों को प्रशिक्षण भी देती है ताकि वे इक्विपमेंट का सही उपयोग सिख सकें। आपको यहां 3 हजार से 3 लाख तक के प्रोडक्ट्स मिलेंगे। उन्होंने करीब 400 लोगो को रोजगार से भी जोड़ा और अन्य लोगों को जोड़ने में लगे हुए हैं।
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