हमारे देश में पुलिस की छवि बहुत खराब बनी है। देश की जनता द्वारा अक्सर उनपर सही से अपना फर्ज पूरा न करना, आम जनता से घुस लेने जैसा आरोप लगाए जाते हैं। हालांकि, कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं जो इनसब से परे बहुत ही इमानदारी से अपना फर्ज निभाते हैं और जरुरत पड़ने पर इंसानियत दिखाकर लोगों के मन में अपनी एक अलग छवि भी बनाते हैं।
केरल की एक महिला पुलिस ने भी कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है जिसके लिए उसे अवार्ड से सम्मानित भी किया गया है साथ ही चारों ओर वह उनकी चर्चा का विषय बनी हुई है। तो चलिए जानते हैं उस महिला पुलिसकर्मी और उसके द्वारा किए गए कार्यों के बारें में-
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चेवायुर थाने में 29 अक्टूबर के दिन एक महिला द्वारा अपने नवजात बच्चे के गुम होने की शिकायत दर्ज कराया गया था। गुम होने की सूचना मिलने के बाद चेवायुर थाने ने छानबीन की तो जानकारी मिली कि पति-पत्नी में मतभेद चल रहा था, जिसके बाद पति बच्चे को लेकर बेंगलुरु की तरह भाग गया। इतना जानने के बाद चेवायुर थाने ने वायनाड पुलिस को इस बारें में सूचना दी।
नवजात बच्चे को स्तनपान कराकर पेश की इंसानियत की मिसाल
मामले की खबर मिलते ही वायनाड पुलिस ने बथेरी पुलिस से मदद मांगी और दोनों मिलकर केरल और कर्नाटक के बॉर्डर पर फरार पिता को उस नवजात बच्चे को गिरफ्तार कर लिया। इस आफरा-तफरी में वह नवजात शिशु की भूख के मारे में स्थिति बिगड़ती जा रही थी और उसका ब्लड प्रेशर भी घटते जा रहा था। इस दौरान वहां मौके पर महिला पुलिसकर्मी एम आर रम्या भी मौजूद थी। उनसे बच्चे की हालत देखी नहीं गई और उन्होंने बड़े ही प्यार-दुलार के साथ उस नवजात शिशु को स्तनपान (Breast Feeding) कराया।
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वरिष्ठ अधिकारियों ने रम्या को किया सम्मानित
एम आर रम्या (M. R. Ramya) द्वारा स्तनपान कराने के बाद बच्चे की स्थिति में सुधार हुआ और इस तरह उस मासूम की जान बच गई। इस पूरे मामले की सूचना हाई कोर्ट के जज देवन रामचंद्र को मिली। इस खबर के मिलते ही जज ने राज्य पुलिस को पत्र लिखा जिसमें रम्या को इस नेक कार्य को करने के लिए सम्मानित करने की बात कही।
हाईकोर्ट के जज के इस आदेश के बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रम्या को पुलिस हेडक्वार्टर में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर रम्या का पूरा परिवार भी वहां उपस्थित था। इसके अलावा उन्हें विभाग की तरफ से “बेस्ट फेस ऑफ़ द पुलिस अवार्ड” (Best Face Of The Police Award) से भी पुरस्कृत किया गया।
रम्या के बारें में कुछ बातें..
इंसानियत की मिसाल पेश करने और एक नवजात शिशु की जान बचानेवाली एम आर रम्या केरल के चिन्गापुरम की निवासी हैं और 4 साल पहले ही वह केरल पुलिस विभाग के लिए चयनित की गई हैं। इसके अलावा वह दो बच्चों की मां हैं। एक मां होने के नाते उन्होंने अपने और दूसरों के बच्चों में भेदभाव नहीं किया और यही कारण है अपनी ममता से नवजात शिशु की जान बचाई।
The Logically एम आर रम्या (Kerala Woman Police Officer M. R. Ramya) को उनके इस कार्य के सलाम करता है।