भले ही धार्मिक आस्था के चलते हर बार लाखों लोग बेहद पवित्र माने जाने वाले कुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। लेकिन, एक कड़वा सच यह भी है कि कुंभ के इस भीड़-भीड़ भरे माहौल में हर बार अनेकों लोग अपने परिजनों से बिछड़ भी जाते हैं। अपने परिवार वालों से बिछड़ जाने के इन्ही हालातों के चलते इस बार के हरिद्वार कुंभ में वहां स्थित खोया-पाया केंद्र ने 400 लापता लोगों को उनके परिवारवालों से मिलाने का काम किया है।
परिजनों से बिछड़ने व मिलने के इसी घटनाक्रम के चलते इसबार एक बेहद आश्चर्यजनक घटना भी सामने आई है। दरअसल, ऋषिकेश पुलिस (Rishikesh Police) ने इस साल आयोजित हरिद्वार महाकुंभ(Haridwar Mahakumbh) के दौरान 65 साल की एक महिला जिनका नाम कृष्णा देवी (Krishna Devi) है, को उनके घरवालों से मिलवाने में एक अहम भूमिका निभाई है। हैरानी वाली बात यह है कि ये महिला साल 2016 में लगे अर्द्धकुंभ (Ardhkumbh) में अपने घरवालों से बिछड़ गई थी जो अब 5 साल बाद 2021 के महाकुंभ (Mahakumbh) में दोबारा अपनों से मिल पाई है।
2016 में आयोजित अर्द्धकुंभ में लापता हो गई थीं कृष्णा देवी
वर्ष 2016 में लगे अर्द्धकुंभ में 65 वर्षीय कृष्णा देवी अपने परिवारवालों के साथ आई थीं। भीड़-भाड़ के चलते जहां व अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। पुलिस के मुताबिक – “अपनों से बिछड़ जाने के बाद कृष्णा पिछले 5 सालों से त्रिवेणी घाट पर ही रह रही थीं। जनवरी 2021 में ऋषिकेश पुलिस की ओर से कुंभ के वैरिफिकेशन के लिए इस महिला के डिटेल्स भेजे गये थे, तदुपरांत सारी कार्रवाई कर अब उन्हे अपने धरवालों से मिलवा दिया गया है“
सिद्धार्थनगर और ऋषिकेश पुलिस के अद्भूत तालमेल ने कृष्णा को मिलाया उनके अपनों से
दरअसल, यूपी के सिद्धार्थनगर पुलिस द्वारा ऋषिकेश पुलिस को यह सूचना भेजी गई कि कृष्णा पिछले पांच सालों त्रिवेणी घाट पर रह रही हैं और उनके गुमशुदा होने की रिपोर्ट थाने में लिखित है। बाद में ऋषिकेश पुलिस को कृष्णा के फोटो और डिटेल्स मिलने पर खोज शुरु हुई इसी बीच पता चला कि वे त्रिवेणी धाट पर रह रही हैं। सूचना पाकर उनके घरवाले उन्हे लेने ऋषिकेश पहुंच गये, जिन्हे देखकर कृष्णा की आंखें भऱ आई।
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अखबारों और टीवी पर भी कृष्णा की गुमशुदगी की खबरें प्रसारित करवाई गई थीं
साल 2016 में हरिद्वार में लगे अर्द्धकुंभ में स्नान हेतु कृष्णा घर से निकली थीं, लेकिन वापस नही लौटीं। जिसके चलते परिजनों ने हरिद्वार, अयोध्या, बनारस, इलाहाबाद में कृष्णा देवी की ढूंढने के लिए खबर प्रसारित करवाई। सभी प्रमुख समाचार पत्रों एंव टीवी पर भी कृष्णा देवी की फोटो के साथ उनके लापता होने की ख़बर प्रसारित की गई थी। साथ ही साथ सिद्धार्थनगर के थाना जोगिया उदयपुर जिला में भी FIR लिखाई गई थी। बहरहाल, ऋषिकेश पुलिस द्वारा कृष्णा के बेटे दिनेशवर पाठक को अपनी मां के ऋषिकेश में स्थित होने की ख़बर मिली। कृष्णा के परिवार से मिलने के बाद सब बेहद खुश हैं। 7 अप्रैल को तमाम ज़रुरी कार्रवाई के बाद महिला को उनके परिवारवालों को सौंप दिया गया है।
कृष्णा के मिलने पर परिवार में खुशी का माहौल है
बता दें कि कृष्णा देवी, उत्तर प्रदेश स्थित सिद्धार्थनगर के जोगिया उदयपुर निवासी श्री ज्वाला प्रसाद की पत्नी हैं। सिद्धार्थनगर थाना में उनके लापता होने की खबर दर्ज करवाई गई थी। ज्वाला प्रसाद कहते हैं कि – “सभी अखबार से लेकर टीवी जैसे माध्यमों के ज़रिये कृष्णा की गुमशुदगी की खबर का प्रचार-प्रसार किया, परंतु इन पांच सालों में कोई जानकारी न मिलने पर हम उनके वापस मिलने की उम्मीद खो बैठे थे, अब कृष्णा के मिलने पर हम सब बेहद खुश हैं।“