Saturday, December 9, 2023

घर पर बनाएं बॉयोगैस प्लांट, खाना बनाने से लेकर लाइट जलाने के काम आएगा: तरीका जानें, Biogas plant making process

जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस वक्त लगातार पेट्रोल और एलपीजी गैस की कीमत बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती कीमतों के बीच हमारे मन में एक बात जरूर आता है कि इस कीमतों से बचने के लिए क्या हमारे पास कोई दूसरा जुगाड़ हो सकता है? जी हां तो एक जुगाड़ है वो है गोबर गैस प्लांट। यह सदैव हमारे लिए काम आ सकता है। आज इस खास पेशकश में हम आपको गोबर गैस प्लांट (Make Biogas plant at home) बनाना सिखाएंगे साथ हीं एक वीडियो भी साझा करेंगे ताकि आपको गोबर गैस प्लांट बनाने में आसानी हो।

इस तरह बनाने का प्रक्रिया शुरू करें(Full process to make biogas plant at home)

गोबर गैस प्लांट बनाने के लिए हमें 1000 लीटर का टंकी होनी चाहिए और टंकी में ढक्कन होना अनिवार्य है । अगर आपके घर में ज्यादा सदस्य हैं तो आप इससे बड़े टंकी भी ले सकते हैं। एक टंकी के साथ-साथ हमें एक पाइप की भी जरूरत होती है। उस पाइप की लंबाई टंकी की लंबाई से एक फीट बड़ा होना चाहिए। अगर आपका पाइप टंकी की लंबाई से बहुत ज्यादा बड़ा है तो आप उसे टंकी पर खड़ा कर के नाप लें और उसके बाद टंकी की ऊंचाई से एक फीट ऊपर तक आरी से काट लें।

अब उस पाइप के सहारे हम इसके अंदर गोबर डालेंगे। आगे बढ़ने से पहले हमें इस पाइप को एक तरफ से लगभग 8 इंच तिरछा कर के आरी से काटना होगा ताकि गोबर इसके अंदर बीच में ना फंसे और सीधे अंदर चला जाए। इसके बाद हमारे पास जो टंकी का ढक्कन है उस पर एक छेद करना होगा। उस छेद का आकार पाइप के आकार के बराबर होगा। जिसे आप आड़ी या सोल्डिंग मशीन के सहारे आसानी से काट सकते हैं। ढ़क्कन में छेद करने के बाद हमें एक सॉकेट लेना होगा जिसे दोनो तरफ नोट और चूड़ी लगी रहती है। इस सॉकेट को हम उसी टंकी के ढक्कन पर उसी के आकार का छेद के उसके अंदर लगा देंगे। इस डबल साइड सॉकेट लगाने के बाद दोनो तरफ से उसके नोट को टाइट कर देंगे। उसके बाद उस पर फेवीक्विक का इस्तेमाल जरूर कर लें।

इसके बाद कि विधि जान लें (Process to make biogas plant at home)

अब इस ढक्कन को टंकी के उपर लगा देंगे। उसके बाद पाइप को भी ढक्कन के छेद में घुसा देंगे। उस पाइप के उपर hm रिड्यूसर भी लगा देंगे। रिड्यूसर डालने का वजह यह है कि जब हम इसमें गोबर डालेंगे तो कोई परेशानी न हो। टंकी के अंदर गोबर डालने के बाद खाद कुछ गोबर खाद बन के निकलेगी। जिसके लिए हमें टंकी के उपर एक और छेद करना होगा। तो फिर से उसी पाइप के लंबाई से एक और पाइप लेंगे या इससे बड़ा भी ले सकते हैं। और फिर से उसी पाइप के आकार से टंकी के ढक्कन के नीचे एक और छेद कर लेंगे। छेद करने के बाद उस पाइप में एक एल टाइप जोड़ देंगे और उस पाइप को किया गया छेद के जरिए अंदर डाल देंगे।

यह वीडियो देख तरीका सीखिए (How to make biogas plant at home)

इसके बाद हमें यह ध्यान देना सबसे जरूरी है कि जहां से हम टंकी के अंदर पाइप डाले हैं छेद के किनारे अच्छे तरीके से फेवीक्विक लगा देंगे। मतलब पाइप के इस पाइप के आसपास कहीं से हवा अंदर प्रवेश न करें। उसके किनारे सही चिपका देंगे ताकि टंकी के अंदर ही प्रवेश न करे। इसके बाद हमे गैस को स्टोर करने के लिए ट्रैक्टर के तीन ट्यूब की जरूरत होगी क्योंकि हमारा जो टंकी है वो बड़ा है। जो कि ज्यादा गैस बनाएगा।

अब ट्यूब का कनेक्शन करने के लिए हम ढक्कन पर लगे सॉकेट के उपर एक रिफिल जोड़ेंगे और जोड़ते समय ये ध्यान जरूर रखें कि गैस कहीं से ना निकले। अब हम 3 इंच के चौड़ाई वाली पाइप 10 मीटर लेंगे। और इस पाइप को टंकी के उपर लगे रिफील से ट्यूब को अटैच कर देंगे। अब ट्यूब को उस पाइप से अटैच करने के लिए हमे फिर से एक रिफिल की जरूरत होगी जिससे हम तीनो ट्यूब को एक साथ अटैच कर सकें। रिफिल के साथ हमें तीन टी सॉकेट लगाना होगा जिससे तीनो ट्यूब को एक साथ अटैच करने में मदद करेगा। इसके बाद तीनो टी सॉकेट के सात एक-एक रिफिल अटैच कर देंगे। अब तीनो रिफिल के साथ तीनो ट्यूब को अटैच कर देंगे।

इसके बाद हम एक वॉल्व लगाएंगे जिससे कि हम चालू और बंद कर सकें। रिफिल को ट्यूब से अटैच करते वक्त ट्यूब में लगे वोल्पिन के अंदर एक छोटी सी पिन होती है जिसे हम निकाल देंगे क्योंकि वो हमे गैस स्टोर नही करने देगा। तीनों ट्यूब को एक पाइप के सहारे अटैच कर लेंगे और हर पाइप में एक-एक क्लिप लगा देंगे ताकि गैस कहीं से ना निकले। इस तीनो ट्यूब में गैस स्टोर हो जाएगा। अब रिफिल के साथ जो वॉल्व लगा हुआ है उसके साथ गैस के चूल्हे को अटैच कर देंगे। अब जो टंकी के उपर लगा ढक्कन है उसको भी सही से शील पैक कर देंगे। ताकि कहीं से भी गैस बाहर आने का जगह न हो।

अब हम एक बाल्टी में गोबर को घोलेंगे और जितना हम गोबर लेंगे उतना हीं पानी भी लेंगे। इसको एक डंडे के सहारे अच्छे से खोलेंगे ताकि बीच टंकी में डालते वक्त बीच में फसे ना। जब घोल अच्छे से तैयार हो जाय फिर धीरे-धीरे सारे गोबर का घोल डाल देंगे। डालते वक्त बिल्कुल जल्दबाजी नहीं करना है। जब गोबर के खोल से पूरी टंकी भर जाएगी फिर छोड़ देना है। इसमें लगभग आपको रोजाना तीन से चार बाल्टी घोल डालना होगा। जो भी गोबर खाद्य बन जाएगा वो ढक्कन के नीचे पाइप के जरिए नीचे आ जाएगा। अब हमे तीन से चार दिन इंतजार करना होगा जिससे की टंकी के अंदर बायो गैस बन सके। जब आप तीन से चार दिन के बाद देखोगे तो तीनों ट्यूब में मीथेन गैस बन के तैयार हो जाएगा।

अब पाइप में लगे वॉल्व को ऑन करना है जो गैस के चूल्हे से जुड़ा हुआ है। ऑन करते हीं हमारा गैस चूल्हे में प्रवेश करने लगेगा। उसके बाद हम जो चाहें वो इस गैस की मदद से बना सकते हैं। तो इस प्रकार से आप गोबर गैस का इस्तेमाल कर कीमती गैस खरीदने से बच सकते हैं। इस तरह हमारा बायोगैस (Biogas Plant) बनकर तैयार हो चुका है

The Logically के लिए इस लेख को शुभम झा ने लिखा है।