आजकल कई लोग गार्डनिंग करने के बहुत शौकीन होते हैं लेकिन जगह की कमी की वजह से वे इस शौक को पूरा नहीं कर पाते है। वहीं कुछ लोग गमले की सहायता तरह-तरह की सब्जियों, फलों को उगा कर गार्डनिंग करने के अपने शौक को पूरा भी कर रहे हैं। ऐसे हीं सब्जियों में से एक सब्जी टमाटर है जिसका प्रयोग हमलोग कई तरह के खाद्य सामग्री बनाने में करते हैं।
यूं तो सब्जियां खेतों में या बगीचों में उगाई जाती है लेकिन क्या आप सोंच सकते हैं कि उसे गमले में भी उगाया जा सकता है। जी हां ऐसा बिल्कुल किया जा सकता है और कुछ सब्जियों को गमले में भी उगाया जा सकता है। यदि आप भी गमले में टमाटर उगाकर ताजा सेवन करना चाहते है तो यह कहानी आपके लिए बेहद हीं कारगर साबित होगी। इस कहानी के माध्यम से आप सभी को यह जानने का मौका मिलेगा कि गमले में टमाटर कैसे उगाया जाता है।
टमाटर (Tomato) लगाने के तरीके
सबसे पहले बड़े साईज का गमला लें और उसे ऐसे स्थान पर रखें जहां धूप आती हो और पूरे दिन पौधे को सूर्य की रोशनी मिल सके अर्थात् गमले को 8 से 10 घंटे धूप मिलनी चाहिए, यह पौधे के लिए अच्छा होता है।
यह भी पढ़ें :- नई पद्धति से खेती कर किये कमाल, 100 बीघा में खेती कर लाखों रुपये कमा रहे हैं
इस बात का ध्यान रखें कि गमला बहुत छोटा नहीं होना चाहिए। पौधे सही ढंग से बढ़ें इसके लिए गमले में पर्याप्त मिट्टी अवश्य होनी चाहिए। यदि आप चाहें तो इसे किसी नर्सरी से भी मँगवा सकते हैं।
टमाटर के बीज (Seeds)
आप अगर चाहें तो घर के टमाटर का बीज भी निकाल सकते हैं या किसी नर्सरी से भी बीज ले सकते हैं। बीज प्राप्त हो जाने के बाद अब गमले में मिट्टी डालकर उसके बाद टमाटर के बीज डाल दें। थोड़े दिन बाद बीज अंकुरित होते दिखाई देंगे औश्र फिर पौधा निकल आएगा।
पौधे के लिए पोषण
पौधे लगाते समय इस बात का अधिक ध्यान रखें कि एक गमले में एक हीं पौधा हो। यदि एक गमले में एक से अधिक पौधे होंगे तो वे अच्छी तरह से बढ़ नही पाएंगे और उत्पादन भी कम होगा। पौधों में खाद के लिए बायोडिग्रेडेबल किचन वेस्ट डाला जा सकता है जो खाद का कार्य करता है। पौधे की सुखी पत्तियां और टूटी शाखाओं को अलग करके उसे भी गमले में डाल दें, उससे भी गमले की मिट्टी को पोषण मिलेगा।
अक्सर हम देखते हैं जब टमाटर का पौधा बङा होने लगता है और उनमें टमाटर उगने लगते हैं तो पौधे एक तरफ झुकने लगते हैं, जिसकी वजह से पौधों का बढ़ना प्रभावित होता है। इस समस्या से निपटने के लिए पौधों को एक सीधी लकड़ी की सहायता से सीधा करके रखें। यदि आप चाहें तो इसे पहले से हीं गमले में लगा सकते हैं जिससे बाद में दिक्कत नही होगी।
ऐसे करें पौधों को पोषित
सर्दी के मौसम में पौधे को एक हीं बार पानी देना चाहिए लेकिन गर्मियों के मौसम में दो बार पानी दिया जाना चाहिए। इसके साथ हीं पौधे की कटाई-छटाई का भी पूरा ध्यान रखें और समय-समय पर यह कार्य करते रहें। मिट्टी की पोषकता को बढ़ाने के लिए सुखी पत्तियों और शाखाओं को तोड़कर गमले में डाल दें।
उपर्युक्त गार्डनिंग टिप्स (Gardening Tips) की सहायता से आप सभी किचन गार्डेन को बेहतर बना सकते हैं, इससे प्रतिदिन उपयोग में आने वाला टमाटर आसानी से मिल सकता है।