कोविड 19 के कारण विश्व स्तर पर 1.2 बिलियन (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम) से अधिक बच्चें स्कूल नहीं जा रहें। जिसके परिणाम में ई-लर्निंग के विशिष्ट उदय के साथ, शिक्षा में नाटकीय रूप से बदलाव आया है। अब जब स्टूडेंट्स डिजिटल प्लेटफार्मों पर पूरी तरह निर्भर हो चुके हैं तो खुद को डिजिटल रेडी बनाने के अलावा उनके पास और कोई ऑप्शन भी नहीं। आखिर हम नहीं जानते परिस्थिति पटरी पर कब वापस लौटेगी और वें स्कूल की ओर दोबारा रुख करेंगे। ऐसे में इन स्मार्ट प्लेटफॉर्म से आपको कुछ मदद जरूर मिल पाएगी।
क्या आप इन स्मार्ट ई-लर्निंग तरीकों से रूबरू हैं ?
स्वयं पोर्टल
हमारा एजुकेशन सिस्टम ‘ऑनलाइन इफ़ेक्ट’ से अछूता नहीं है। भारत सरकार ने ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल ‘स्वयं’ की घोषणा की थी। जो देश में 9वीं क्लास से पोस्ट ग्रेजुएशन तक के स्टूडेंट्स के लिए कई ऑनलाइन कोर्सेज मुहैया कराता है। मिनिस्ट्री ऑफ़ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट और ऑल इंडियन काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के सहयोग से स्टूडेंट्स को फ्री ऑनलाइन कोर्सेज करवाने के लिए यह तैयार किया गया है।
स्टूडेंट्स स्वयं पोर्टल पर 2 हजार से ज्यादा फ्री ऑनलाइन कोर्सेज कर सकते हैं। “स्वयं स्टडी मटेरियल” को बिना किसी रजिस्ट्रेशन के किसी भी स्टूडेंट द्वारा फ्री देखा जा सकता है। अबतक लगभग 50,000+ (एमएचआरडी) लोगों ने स्वयं को एक्सेस कर लिया है।
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी
देश-दुनिया से जुड़ी पौने दो करोड़ से अधिक किताबें आपको घर बैठे ऑनलाइन पढ़ने को मिल रही है वो भी फ्री! इससे बेहतर और क्या हो सकता है? सरकार ने ‘पढ़े भारत और बढ़े भारत’ की योजना को बढ़ावा देते हुए लोगों को किताबों से जोड़ने की यह एक बड़ी पहल की थी। जिसका अब 20,00,000+ (nad.gov.in) यूजर्स लाभ उठा रहे हैं। इसके लिए आपको सिर्फ ndl.iitkgp.ac.in पर एक लॉगिन तैयार करना होगा। इसके बाद लेखक और किताब का नाम डालकर आप अपनी मनचाही बुक आसानी से ढूंढ कर 24×7 पढ़ सकते हैं।
गूगल / लेनोवो की ई – पहल
गूगल ने लॉकडाउन के बीच ऑनलाइन क्लासेज का बेहतर संचालन करने के लिए टीचर्स को डिजिटल रेडी बनाने की ओर एक पहल की थी। जिसमें एक सूचना केंद्र “टीच इन होम” लॉन्च किया गया था।
टीचर्स इंटरैक्टिव क्विज़ डिजाइन करने, छोटे सेशन की योजना बनाने और परियोजना-आधारित सीखने की शुरुआत करने जैसे नजरिए से इसका उपयोग कर सकते हैं। यह अंग्रजी समेत आठ अन्य भाषाओं में मौजूद है। इस सूचना हब में गूगल क्लासरूम जैसी सुविधा भी शामिल है और साथ ही इससे डिस्टेंस लर्निंग में भी मदद मिलेगी। लगभग 4,00000+ (गूगल) टीचर्स इससे जुड़े हुए हैं।
ग्लोबल पीसी मार्केट लीडर लेनोवो ने ई-विद्यालोक, एक नॉन प्रॉफिट एनजीओ के साथ मिलकर ‘स्मॉर्टएड’ (फ्री ऑनलाइन क्लासेज) लॉकडॉउन के दौरान शुरू किया था। जो क्लास 5 से 12 तक के स्टूडेंट्स को अपने टीचर्स का चयन करने की सुविधा देता है, वे जिस सब्जेक्ट का चयन करना चाहते हैं उनकी सुविधा के अनुसार सीखने और सिखाने का प्रावधान इसमें शामिल है।
ये भारतीय युवाओं को एजुकेशन के डिजिटल रीमॉडलिंग में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ऑनलाइन टीचिंग सेशन में वॉलंटियर टीचर्स के साथ स्टूडेंट्स को मिलाने के लिए बनाया गया है।
“स्मॉर्टएड सुरक्षित, अत्यंत सुलभ, समृद्ध है, और वर्तमान स्थिति के मद्देनजर शिक्षा का एक उपयुक्त माध्यम है। स्मॉर्टएड में स्टूडेंट्स के लिए एनसीईआरटी और स्टेट सिलेबस ई बुक्स के लिंक मौजूद हैं। साथ ही इसमें टीचर्स – स्टूडेंट्स की बातचीत के लिए एक चैट इंजन की भी सुविधा है। यह अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, तमिल, कन्नड़ और तेलगु सहित कई भाषाओं में मौजूद है। इसकी खास बात यह है कि इसमें टीचर्स और स्टूडेंट्स को एक एल्गोरिथ्म का उपयोग करके मिलान किया जाता है।
यॉकेट (Yocket)
यॉकेट डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म उन स्टूडेंट्स को वन-स्टॉप समाधान देता है जो विदेश में पड़ना चाहते हैं। यह प्लेटफॉर्म विश्व भर में स्टूडेंट्स की फ्री काउंसलिंग कर रहा है। यहां आप वेबसाइट से सेवाओं के साथ-साथ एक मोबाइल एप्लिकेशन भी ले सकते हैं। इस पर ज्यादातर जानकारी DIY स्तर पर उपलब्ध है (डू इट योर्सेल्फ)। आपको अनुभवी काउंसलर्स से व्यक्तिगत तौर पर काउंसलिंग भी मिलेगी। यह एक हेल्पलाइन नंबर भी खोल रहा है, जहां स्टूडेंट्स काउंसलर्स के साथ किसी भी तरह के मुद्दों पर कॉल शेड्यूल कर सकते हैं।
स्टेमरोबो टेक्नोलॉजी (STEMROBO Technologies)
STEMROBO Technologies K-12 स्टूडेंट्स के लिए STEM ( साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ) एजुकेशन के क्षेत्र में काम करने वाला Edtech प्लेटफॉर्म है। जो बच्चें क्लास 4-12 में हैं वे फ्री सर्विस का लाभ उठा सकते हैं क्योंकि कंपनी ने अब बिना किसी लागत के बच्चों के लिए टिंकर सीखने के मंच के माध्यम से ऑनलाइन वर्चुअल क्लाउड-आधारित लर्निंग मैनेजमेंट मॉडल देना शुरू कर दिया है।
जब देश न्यू एजुकेशन पॉलिसी की ओर बढ़ रहा है। तो इस पहल के माध्यम से, अब बच्चें घर पर गेम डिजाइनिंग, पायथन, जीयूआई (ग्राफिकल यूजर इंटरफेस), रोबोटिक्स और DIY कोडिंग सीख सकते हैं।
साथ ही यह प्लेटफॉर्म यूएसए, यूके और जापान उद्योग के दिग्गजों द्वारा स्टूडेंट्स के लिए मुफ्त वेबिनार भी दे रहे हैं। वेबसाइट पर जाकर सर्विस के साथ आप अनुभवी इंजीनियरों से काउंसलिंग भी ले सकते है
हमें उम्मीद है कि उपरोक्त वेबसाइटें आपकी मदद करेंगी, यहां तक कि बच्चों के साथ बड़े भी इसका लाभ उठाकर कुछ नया सीख सकेंगे।