अभी तक आपने सफेद आलू को देखा है और उससे बने व्यंजनों का स्वाद चखा है, लेकिन जल्द ही अब आपके किचन में नीले आलू भी दिखाई देंगें। जी हां, मध्यप्रदेश के एक किसान ने नीलकंठ आलू की नई प्रजाति उगाने में सफलता हासिल की है, जो बाहर से नीले रंग जैसा प्रतीत होता है।
कौन है वह किसान?
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित खजूरी कला गांव के निवासी मिश्रीलाल राजपूत (Mishri Lal Rajput) ने नीले रंग का आलू उगाकर (Farming of Blue Potato) फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं। इससे पहले उन्होंने लाल भिन्डी की खेती से सबको चौका दिया था। मिश्रीलाल राजपूत की गिनती खजूरी कला गांव के उन्नत किसानों में होती है। वे अपने खेतों में फलों और सब्जियों के साथ तरह-तरह के नए प्रयोग करते रहते हैं।
सामान्य आलू से है बेहतर
पेशे से किसान मिश्रीलाल मे आलू की इस नई किस्म को “नीलकंठ” (Neelkanth Potato) नाम दिया है। यह आलू बाहर से पूरी तरह से नीला दिखाई देता है, जबकी अंदर से यह सामान्य आलू की तरह ही है। हालांकि, सामान्य आलू की तुलना में इसका स्वाद बेहतर होने के साथ ही इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी ज्यादा होती है।
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नहीं मिलेगा बाजार मे नीलकंठ आलू (Neelkanth Potato Farming)
नीलकण्ठ आलू को बाजार मे आने में थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि मिश्रीलाल राजपूत पहले इस नई प्रजाति के आलू के बीज तैयार करना चाहते हैं। ऐसे में इस आलू के बीज जब पर्याप्त मात्रा में तैयार हो जाएंगे तो उसके बाद इसे मार्केट में बिक्री के लिए उतारा जाएगा। -Farming of Blue Potato.
पोषक तत्वों से है भरपूर
किसान मिश्रीलाल ने इस किस्म को तैयार करने के बाद शिमला में स्थित केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र गए जाकर आलू की वैज्ञानिक जांच करवाई थी, जिससे नीलकंठ आलू (Neelkanth Potato) में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारें में पता लग सके। वहां जांच में यह जानकारी मिली कि, सामान्य आलू की तुलना में नीलकंठ आलू में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक है और इसे आलू की अन्य किस्मों के अपेक्षा जल्दी पकाया जा सकता है। इस आलू में एंटी ओक्सिडेंट की मात्रा अधिक होने के साथ-साथ यह स्वाद में भी सामान्य आलू से बेहतर होता है। Blue Potato Farming by farmer mishri lal rajput.
100 ग्राम सामान्य आलू में 15 माइक्रोग्राम एंथेसायनिन और 70 माइक्रोग्राम कैटोटिनायडस नामक एंटीओक्सिडेंट पाए जाते हैं, जबकी 100 ग्राम नीलकंठ आलू में एंथेसायनिन की मात्रा 100 ग्राम और कैटोटीनायडस की मात्रा 300 माइक्रोग्राम पाया जाता है।
आलू में पाए जाने वाले ये पोषक तत्व शरीर में मौजूद हानिकारक तत्वों को नष्ट करने में मदद करते हैं। इससे पाचन क्रिया ठीक रहने के साथ इसका सेवन करने से कब्ज या गैस की समस्या नहीं होती है। इन्हीं सब कारणों से सामान्य आलू के मुकाबले नीलकंठ आलू को अधिक फायदेमंद माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक आलू की इस नई प्रजाति का मूल्य तय नहीं हुआ है। (Neelkanth Potato Farming by Mishri Lal Rajput)
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नीलकंठ आलू बाजार में कब तक आती है और इसकी कीमत आम इंसानों के जेब पर क्या असर डालता है।
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