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वेस्ट से बेस्ट: मंदिरों में भगवान पर चढ़ने के बाद उन फूलों का क्या होता है, जान लीजिए

अक्सर हम सभी मन की शांति, प्रार्थना के लिए मंदिर में जाते हैं और भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं। हम वहां जाने के दौरान चढ़ावा में फूल भी लेकर भी जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोंचा है कि वह चढ़ावा यानि भगवान पर चढ़ने के बाद उन फूल-पत्तियों का क्या होता है??? जाहिर सी बात है आप ये कहेंगे कि जो फूल चढ़ चुका है वह पुनः नहीं चढ़ेगा तो वेस्ट ही होता है। आज इस लेख द्वारा हम आपको एक ऐसी महिला से रूबरू कराएंगे जो मंदिर में चढ़ाए हुए फूल से साबुन एवं परफ्यूम जैसे प्रोडक्ट का निर्माण कर 2 लाख रुपए प्रत्येक माह कमा रही हैं।

मैत्री जरीवाला का परिचय

वह महिला हैं सूरत (Surat) की निवासी मैत्री जरीवाला (Maitri Jarivala) जो केमिकल इंजीनियर हैं। वह प्रतिदिन सुबह मंदिरों में जाती हैं और कूड़े के ढेर से फूलों को इकठ्ठा कर लाती हैं। वह 1 वर्ष से इस कार्य मे लगीं हैं। वह इन फूलों से अपने घर पर प्रोडक्ट का निर्माण करती हैं जो हम सभी के उपयोग में लाया जाता है। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

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प्रतिदिन 50 किलोग्राम से अधिक वेस्ट को करतीं हैं अपसाइकिल

मैत्री अभी 22 साल की हुई हैं। वह कॉलेज टाइम से ही वेस्ट मैनेजमेंट पर कार्य किया करती थीं। उन्होंने लगभग 3 वर्षों तक विभिन्न प्रकार के वेस्ट को लेकर काम किया था जिससे उन्होंने कई प्रोडक्ट का निर्माण किया। वह बताती हैं कि इस कारण मुझे वेस्ट प्रोडक्ट के विषय में अच्छी खासी जानकारी मिल चुकी है। वह प्रतिदिन 50 किलोग्राम से अधिक वेस्ट को अपसाइकिल करती हैं। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

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लास्ट समेस्टर में बनाया था पेपर एवं कार्ड

वह कहती हैं जिसके उपरांत मुझे महसूस हुआ कि अगर मैं फूलों में वेस्ट से अपसाइकिल करुं तो अच्छे प्रोडक्ट का निर्माण कर सकती हूं। फूलों को अपसाइकिल करने में खर्च कम आएगी एवं मैने इससे पहले पेपर एवं कार्ड का निर्माण भी किया था। इसके बाद मैंने महसूस किया कि बाकी वेस्ट की तुलना में फ्लावर वेस्ट को अपसाइकिल करना और उससे नए प्रोडक्ट बनाना ज्यादा बेहतर है क्योंकि इसे अपसाइकिल करने में लागत कम आती है और इसकी प्रोसेस आसान होती है। हमने इससे कार्ड और कुछ पेपर भी तैयार किए थे। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

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स्टार्टअप का किया श्रीगणेश

वर्ष 2021 में जब उनकी पढ़ाई संपन्न हुई तो उन्होंने अपने स्टार्टअप को फैलाने का निश्चय किया। हालांकि इस दौरान उनके घर वाले नाराज थे क्योंकि उनका मानना था कि उनकी बेटी इंजीनियर है और वह मंदिरों में भटकने के बजाय कोई अच्छी कंपनी में जॉब कर सकती हैं, परंतु आगे उन्होंने फिर उनका सपोर्ट किया। उन्होंने अपने काम को प्रोफेशनल लेवल के तौर पर गत वर्ष होली के अवसर पर प्रारंभ किया। अब उन्होंने फूल इकठ्ठे किए और फिर उसे घर लाया सिग्रीगेट किया और फिर उन्हें सुखाया फिर इसका ग्राइंड करके पाउडर तैयार किया गया। प्रारंभिक दौर में उन्हें कॉलेज की तरफ से ₹75000 फंड के तौर पर मिले थे जिसे उन्होंने अपना स्टार्टअप प्रारंभ हुआ। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

जुड़े कई ग्राहक

पहले तो उन्होंने इस फूल से रंग-गुलाल बनाए थे जिसका डिमांड अधिक बढ़ने लगा। तब उन्होंने इसके दायरे बढ़ाने प्रारंभ किया अब उन्होंने गुलाल के बाद मोमबत्ती, अगरबत्ती, स्प्रे, वर्मिकंपोस्ट एवं साबुन आदि प्रोडक्ट का निर्माण किया। उनके साथ कुछ एनजीओ जुड़ गए साथ ही माउथ पब्लिसिटी के जरिए एक के बाद एक कई ग्राहक उनसे जुड़े रहे। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

सोशल मीडिया की ली मदद

नवंबर 2021 में उन्होंने मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया। उन्होंने अपने इंस्टा एवं फेसबुक अकाउंट पर अपने प्रोडक्ट की वीडियो एवं फोटो अपलोड किया, की जिससे उनको फॉलोवर्स बढ़ने लगे फिर इसे प्रमोट किया गया। अब उनके प्रोडक्ट का डिमांड सूरत ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान जैसे कई राज्यों में है। वह प्रतिदिन लगभग 20 से 25 ऑर्डर लेती है। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

कैसे करती हैं प्रोडक्ट तैयार

उनके टीम में 9 सदस्य हैं जिसमें अधिकतर महिलाएं ही हैं। ये वेस्ट से बेस्ट प्रोडक्ट का निर्माण करती हैं। उनका साथ एनजीओ मंदिरों तथा नगर निगम से जुड़ा हुआ है। फूलों को इकट्ठा करने के बाद पहले उन्हें सुखाया जाता है। इसके बाद फिर ग्राइंडर की मदद से पाउडर का निर्माण होता है। ऐसा बहुत बार हुआ है कि ग्राइंड करने के बजाय उन्हें उबाल लिया जाता है फिर प्रोडक्ट का निर्माण होता है और लेबलिंग तथा पैकेजिंग होती है। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

आप भी कर सकते हैं ये स्टार्टअप प्रारम्भ

अगर आप भी ये स्टार्टप प्रारंभ करना चाहते हैं तो प्रॉपर प्लानिंग कर लीजिए एवं मार्केट पर शोध कर लें। अब आपको इसके लिए ट्रेनिंग लेनी होगी जो आप कुछ ही दिनों में पूरा कर लेंगे। इसके अतिरिक्त आप यूट्यूब एवं सोशल मीडिया की मदद से भी इसे सिख सकते हैं। जब आप इसे प्रारम्भ करेंगे तो मात्र 50 हज़ार रुपए की आवश्यकता होगी। इसमें केंद्र सरकार भी आपकी मदद करेगी। वही आप लाभ के तौर पर इससे लाखों रुपए कमा सकते हैं। -Surat’s Maitri jarivala West makes many types of products from flowers and earns lakhs

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