इंसानों के पास जमीन-जायदाद, धन-संपति होना आम बात है, लेकिन किसी बेजुबान जानवर के नाम करोड़ों की संपति हो तो आश्चर्य की बात है। अविश्वसनीय भी है, क्योंकि सभी लोग ऐशो-आराम के लिये दिन-रात मेहनत करते हैं और अपनी आने वाली पीढ़ी के नाम उस संपति को सहेजते हैं। ऐसे में यदि कोई इन्सान औलाद होने के बावजूद भी अपनी सारी संपति हाथियों के नाम कर दें, तो हैरानी वाली बात है।
कौन है वह शख्स जिसने संपति किया हाथियों के नाम?
मामला बिहार (Bihar) के पटना (Patna) के दानापुर का है। यहां के रहने वाले अख्तर इमाम (Akhtar Imam) को लोग ‘हाथी काका’ ने नाम से जानते हैं। अख्तर ने 5 करोड़ की जायदाद से अपने इकलौते बेटे को बेदखल कर के सारी धन-संपति हाथियों के नाम (Property of Elephant) कर दी है। इस घटना हो हुए 9 महीने हो चुके हैं।
वसीयत के दो हिस्सों में बांटा
अख्तर अपने दो हाथियों के साथ रहकर भी खुद को बेसहारा महसूस नहीं करते हैं। यही कारण रहा कि उनको हाथियों पर अपने बेटे से अधिक उम्मीद जताई और संपति उनके नाम कर दी। हालांकि उन्होंने अपनी वसीयत दो हिस्सों में बांटी है, जिसका एक हिस्सा उनकी पत्नी को जायेगा। अख्तर इमाम कहते हैं उनके न रहने के बाद मकान, बैंक बैलेंस, खेत, खलिहान सब हाथियों का नाम होगा। यदि हाथी नहीं रहते तो उनके हिस्से की संपति एरावत संस्था को दी जाए।
बेटे से आखिर क्यों हैं नाराज?
बेटे ने ऐसा क्या किया जिसके कारण बेटे को संपति से बेदखल कर दिया? इस प्रश्न के जवाब में अख्तर ने बताया कि उनका एक ही बेटा हैं, जिसका नाम मिराज उर्फ पिन्टू है। उन्होंने आगे बताया कि मिराज ने अपनी प्रेमिका ने झूठे रेप केस में मुझे फंसाया था। मैं जेल गया था। आरोप झुठा निकला और कोर्ट ने मुझे बरी कर दिया। बेटे ने हाथियों को मारने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद मैंने निर्णय कर लिया कि अपनी जायदाद हाथियों को दे दूंगा।” (Property Of elephant)