Monday, December 11, 2023

घर से निकले कूड़े-कचड़े और अन्य अपशिष्टों से बनाती हैं जैविक खाद, तरीका बहुत ही सरल है: Monika Sharma

आज इंसान अगर चाह ले तो क्या कुछ नहीं हो सकता ! अब ले लीजिए प्रतिदिन हर घर से निकलने वाले कूड़े को तो अधिकतर लोग उसे बेकार समझकर फेंक हीं देते हैं लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि प्रतिदिन निकलने वाले उस कूड़े को अन्य रूप देकर उसे इस्तेमाल लायक बनाया जा सकता है यह कर दिखाया है फरीदाबाद की सेक्टर-21 में रहने वाली मोनिका शर्मा ने ! आईए जानते हैं कि आखिर मोनिका ने ऐसा क्या किया कि घर का कूड़ा इस्तेमाल लायक सामान बन गया…

इस तरह आया कुछ करने का विचार

प्रतिदिन घरों से निकलने वाले कूड़ों का ढेर देखकर मोनिका शर्मा जी को लगा कि हमने अपने घर से तो कूड़े को निकाल देती हैं लेकिन आखिरकार यह कहीं ना कहीं तो फेंका हीं जाता होगा ! इसका अर्थ यह हुआ कि एक जगह साफ करके दूसरी जगह को गंदा कर देना ! गड्ढा खोद उसे दबाकर या दूसरे खाली जगहों में फेंककर स्वच्छता के उद्देश्य को कतई पूरा नहीं किया जा सकता है ! स्वच्छता का यह अर्थ नहीं कि एक जगह को साफ कर दूसरी जगह को गंदा कर देना है ! ऐसा कर हम स्वच्छता की सार्थकता बिल्कुल स्थापित नहीं कर सकते ! इन सारी बातों पर गहन मनन करने के बाद मोनिका के मन में कूड़ों से खाद बनाने का विचार कौंधने लगा ! उन्हें लगा कि इस बेकार चीजों को क्यूँ ना खाद बनाकर फिर से इस्तेमाल की चीज बनाया जाए ! इसके बाद मोनिका ने घर से निकले अपशिष्ट पदार्थ , कूड़े आदि से खाद बनाने की विधि को जानना शुरू किया ! उन्होंने इसके लिए कई किताबें भी पढीं ! तकनीक और विधि जानकर वह कूड़े से खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी !

Representative Photo

इस तरह बनाती हैं कूड़े से खाद

घर से निकलने वाले कूड़े से खाद बनाने के लिए मोनिका ने आंध्र प्रदेश से एक विशेष प्रकार के मटके मँगवाए ! इन मटकों में वे सबसे पहले कागज या रद्दी पेपर सा न्यूज पेपर को बिछाया उसके बाद मटके में कुछ सूखे पत्ते डाले ! तत्पश्चात प्रतिदिन घर से निकलने वाले अपशिष्टों को डालना शुरू किया ! जब मटके में करीब-करीब कचरा भर गया तो उसके ऊपर पुन: सूखे पत्ते डाले और कुछ दिनों के लिए उसे यूं हीं छोड़ दिया ! कुछ दिनों के बाद मटके में डाला गया सारा अपशिष्ट खाद बन गया ! इस तरह बेहद हीं आसान तरीके से मोनिका जी ने घर के कूड़े-कचरों से खाद बनाया ! अन्य लोगों के लिए इस विधि को सीखना बेहद हीं आसान काम है ! मोनिका पत्ते उपलब्ध ना होने की बात पर बताती हैं कि यदि पत्ते उपलब्ध ना हों तो उसकी जगह लकड़ी के चन्द टुकड़े या फिर नारियल का बुरादा भी डाला जा सकता है !

लोगों से इसे अपनाने की कर रही हैं अपील

मोनिका लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं लेकिन वैसी स्वच्छता नहीं जिसमें कचरा एक जगह से उठाकर दूसरी जगह पर फेंक दिया जाता है बल्कि वह उसे पूरी तरह खत्म करने अर्थात् उस पूरे कचरे को इस्तेमाल लायक चीज बनाने पर जोर दे रही हैं ! वे लोगों से अपील कर रहीं हैं कि वे उनके द्वारा अपनाए गए विधि को अपनाए और कचरे को पूरी तरह खत्म करने में सहयोग दें ! वह जिस जगह पर रहती हैं वहाँ वह स्टॉल लगाती हैं और लोगों को इसके बारे में सिखाती और बताती हैं ! वह लोगों से अपील करती हैं कि वे इसकी उपयोगिता समझें और अपने प्रयास से कूड़ों के लगने वाले अंबार को खत्म करें ! लोग चाहें तो इस खाद को बेचकर इसे आय का साधन भी बना सकते हैं ! घर में हीं छतों या अन्य जगहों पर गार्डन और खेती लगाने वालों के लिए यह खाद इस्तेमाल में लाया जा सकता है !

आगे की रणनीति

वह अपने इस अभियान के बारे में कहती हैं कि लोगों को यह स्वीकार कर इस पर अमल करना चाहिए तथा सरकार को भी इस ओर खासा ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसी प्रक्रियाओं को बढावा मिल सके ! वह इस अभियान को पूरे देश में फैला देना चाहती हैं जिसके अंतर्गत वह कहती हैं कि इसके लिए देश के विभिन्न शहरों में प्रचार कार्यक्रम आयोजित कर कूड़े के सही इस्तेमाल के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा !

मिल रहा स्वच्छता अभियान को बढावा

सरकार ने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने हेतु स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय किया था ! इस अभियान के तहत स्वच्छता हेतु कुछ निर्देश भी दिए गए हैं और सरकार के स्तर पर प्रयास भी किए जा रहे हैं ! लेकिन सही मायने में मोनिका सरकार के स्वच्छता अभियान को सार्थकता प्रदान कर रही हैं ! अपने प्रयास द्वारा कूड़े से खाद बनाकर , उसके प्रति लोगों को जागरूक कर वह सचमुच स्वच्छता अभियान को बढावा दे रही हैं ! उनके द्वारा सुझाए आसान उपाय और विधि को लोगों द्वारा अपनाना भी स्वच्छता अभियान के लक्ष्यों की पूर्ति कर रहा है !

मोनिका शर्मा एक स्वच्छता सिपाही हैं जिन्होंने कचरे को पूरी तरह खत्म कर खाद बनाकर उसे प्रयोग में लाने का बेहतर विकल्प सुझाया है ! The Logically मोनिका शर्मा जी के प्रयास का खूब सराहना करता है तथा अपने पाठकों से मोनिका जी के सुझाए उपाय को अपनाने की अपील करता है !