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मुंबई के इस कपल ने शुरू की ऑर्गेनिक खेती, हाइड्रोपोनिक्स तकनीक के जरिए उगा रहे हैं सब्जियां: खेती बाड़ी

खेती में होने वाले नुक्सान को देखते हुए आज के युवा इस क्षेत्र में अपना कैरियर नहीं बनाना चाहते, लेकिन आज हम ऐसे व्यक्ति की बात करेंगे जिन्होंने ना केवल कृषी के क्षेत्र में कैरियर बनाया बल्कि ऑर्गैनिक फूड का विकल्प भी मुहैया करवाया है।

कृष्णा मकेंजी से प्रेरित होकर शुरू किए हर्बीवोर फार्म्स

मुंबई के रहने वाले जोशुआ लुईस (Joshua Lewis) और सकीना राजकोटवाला (Sakina Rajkotwala) अनोखे ढंग से खेती करके ताजी सब्जियां उगा रहे है। साल 2017 में लुईस और सकीना पुडुचेरी गए थे और वहां वह इंग्लैंड के रहने वाले कृष्णा मकेंजी से मिले, जो वहां पर प्रकृति से जुड़कर खेती करने के काम में लगे हुए हैं। उनसे प्रेरित होकर वह मुंबई लौटकर हर्बीवोर फार्म्स नाम से एक फार्म की शुरुआत किए।

Mumbai based couple Joshua and Sakina are doing organic farming

हर्बीवोर फार्म्स मुंबई का पहला हाइपरलोकल फार्म है

आपको बता दे की यह मुंबई का पहला हाइपरलोकल हाइड्रोपॉनिक्स फार्म है, जहां पर 2,500 से अधिक पौधे लगे हैं। इसके जरिए मुंबई में ताजी और ऑर्गैनिक सब्जियां उपलब्ध हो पाई है। जोशुआ और सकीना का कहना है कि हर्बिवोर फार्म्स मुंबई का पहला ऐसा फार्म है, जहां हाइड्रोपोनिक्स विधि के जरिए पत्तेदार हरी सब्जियां उगाया जाता है। यह फार्म मुंबई के अंधेरी ईस्ट में स्थित है।

हाइड्रोपोनिक्स विधि के जरिए पानी में उगा सकते है पौधा

हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी विधि है, जिसमें मिट्टी के बजाए पानी का इस्तेमाल होता है। पानी में पौधों की जड़ें डूबी होती हैं और एक केमिकल के जरिए उन पौधों को ऊर्जा दी जाती है। हाइड्रोपोनिक्स तकनीक का इस्तमाल घर के भीतर या छत पर कही भी किया जा सकता है। इसके मुताबिक तापमान को नियंत्रित करना पड़ता है।

हर्बिवोर फार्म में है 2,500 तरह के पौधे

हर्बिवोर फार्म 1,000 sq ft एरिया में स्थित है और इसमें 2,500 तरह के पौधे हैं। सकीना कहती है कि ‘हाइड्रोपोनिक्स से जुड़े सारे सवालों का हल तो हम नहीं ढूंढ़ सके, लेकिन इसके बारे में कई सारी चीजें हमें मालूम हुईं। अपनी गलतियां के जरिए भी हमने बहुत कुछ सिखा।

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बिना किसी कीटनाशक का इस्तेमाल किए उगाते है सब्जियां

इन सब्जियों को उगाने में वह किसी भी प्रकार की कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करते इसलिए यह सेहत के लिए फायदेमंद है। सकीना के अनुसार इसमें 80 प्रतिशत से कम जल की आवश्यकता होती है। इसमें रीसर्कुलेटिंग सिंचाई व्यवस्था का इस्तेमाल किया जाता है। जल में सब्जियों का उत्पादन करने के लिए कई तरह के सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाया जाता है।

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक में पांच गुना ज्यादा होता है उत्पादन

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक में जिस तरह से पौधों को रखा जाता है। उसमें सामान्य खेत की तुलना में पांच गुना उत्पादन संभव हो जाता है। इसके अलावा ग्राहकों को ताजी सब्जियां मिल पाती है क्योंकि यह फार्म से कुछ ही घंटों में डिलिवर हो जाती हैं। सकीना बताती हैं कि 90 फीसदी लोग, जो सैंपल के तौर पर कुछ सब्जियां ले गए वे दोबारा वापस आए और नियमित ग्राहक बन गए।

1,500 रुपये का बनाया गया सब्सक्रिप्शन प्लान

सकीना के अनुसार हर्बीवोरस फार्म में प्रति माह 1,500 रुपये का सब्सक्रिप्शन प्लान बनाया गया है, जिसमें हर सप्ताह एक बॉक्स सब्जी डिलिवर की जाती है। दक्षिण मुंबई के लोगों को सब्जी के लिए डिलिवरी चार्ज ज्यादा देना पड़ता है।

ग्राहकों से मिली प्रतिक्रिया के बाद जोशुआ और सकीना का कहना हैं कि बॉक्स की लागत ज्यादा होने के बावजूद भी वह ग्राहकों तक अच्छी और ताजी सब्जियां ही पहुंचाएंगे।

बिहार के ग्रामीण परिवेश से निकलकर शहर की भागदौड़ के साथ तालमेल बनाने के साथ ही प्रियंका सकारात्मक पत्रकारिता में अपनी हाथ आजमा रही हैं। ह्यूमन स्टोरीज़, पर्यावरण, शिक्षा जैसे अनेकों मुद्दों पर लेख के माध्यम से प्रियंका अपने विचार प्रकट करती हैं !

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