Wednesday, December 13, 2023

घर चलाने के लिए पढाई छोड़ चाय बेचने को मजबूर था 14 साल का लड़का, पूरी मुम्बई मदद के लिए आगे आ गई

मदद एक ऐसा शब्द है जो किसी जरूरतमंद को सही समय पर मिल जाए तो उसकी जिंदगी बदल देता है। कुछ लोगों के सर पर असमय अनेकों जिम्मेदारियां आ जाती हैं। यहां तक कि बच्चों के ऊपर भी। जिस उम्र में बच्चों के हाथों में किताबें होनी चाहिए उस उम्र में उन्हें घर की सारी जिम्मेदारियां उठानी पड़ती है। एक ऐसी ही कहानी कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई जिसमें देखा गया कि एक 14 साल का लड़का अपना घर चलाने के लिए चाय बेच रहा है। मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने उस लड़के की मदद भी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुंबई (Mumbai) में सुभान(Subhan) नाम का एक लड़का चाय बेचकर अपने घर की सभी जरूरतें पूरा कर रहा है। कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के कारण सुभान के मां की नौकरी चली गई, जिससे उनके घर का खर्च चलता था। आगे उनका जीवन काफी तंगी में आ गया। सुभान से घर की यह हालत देखी नहीं गई और वह घर की जिम्मेदारियां अपने सर पर उठा लिया। घर में आर्थिक मदद करने के लिए सुभान ने चाय बेचने का काम मुंबई के नागपाड़ा, भेंडी बाज़ार जैसे इलाके में शुरू किया। सोशल मीडिया के जरिए धीरे-धीरे यह कहानी अनेकों लोगों तक पहुंच गई और लोगों ने सुभान की काफी मदद भी की।

subhan tea seller

कहते हैं दुनिया बुरी है लेकिन इस दुनिया में अच्छे लोगों की भी कोई कमी नहीं है। सुभान (Subhan) के चाय बेचने की खबर जैसे ही लोगों को पता चला तो अनेकों नेक दिल इंसान सुभान और उनके परिवारवालों को मदद करने के लिए सामने आए। सुभान के अनुसार उनके पिता की हार्ड अटैक के कारण मृत्यु हो गई उसके बाद से उनकी मां घर चला रही थीं लेकिन लॉकडाउन में उनकी भी नौकरी चली गई।

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मात्र 2 साल की उम्र में ही सुभान के पिता का साया उनके सर से उठ गया। सुभान की बहनें भी हैं और पूरे परिवार का खर्च चलाने के लिए उनके मां को काम करना पड़ता है। सुभान की मां स्कूल बस में अटेंडेंट का काम करती थीं, लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हो गया और उनकी नौकरी चली गई। सुभान के कार्य करने का मुख्य उद्देश्य है कि उससे उनके परिवार को आर्थिक मदद मिलेगी और उनकी बहनें भी online पढाई कर सकेंगी। सुभान चाय बेचकर 300-400 रुपये रोजाना कमा लेते है। सुभान की माँ का सपना है कि उनका बेटा एयर फोर्स में पायलट बने लेकिन मजबूरन आज उन्हें काम करना पड़ रहा है।

जिस तरह लोग सुभान की मदद के लिए कदम बढ़ाए वह सराहनीय है और यह सोशल मीडिया के जरिए ही संभव हो सका। The Logically अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि अपने आसपास जरूरतमंद लोगों की मदद अवश्य करें।