प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है।
प्राकृतिक संसाधन सामान्य रुप से प्रकृति के द्वारा दिया गया एक उपहार हैं। सूरज की रोशनी, पानी, मिट्टी और हवा प्राकृतिक संसाधनों के कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो मनुष्यों के हस्तक्षेप के बिना स्वाभाविक रूप से उत्पादित होते हैं। ये प्रकृति में प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। हालांकि, ऐसे औऱ कई अन्य प्राकृतिक संसाधन भी हैं, जो आसानी से नहीं मिलते।
वहीं अगर हमारे आस-पास के प्राकृतिक चीजों की बात करें तो कई ऐसी चीजें है जो हमारे आस-पास पाई जाती हैं पर उसका हम इस्तेमाल नही कर पाते हैं। जानकारी के आभाव में हम उन चीजों के बारे में सोचते ही नही हैं और उन्ही चीजों की मांग विदेशों में खूब होती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही प्राकृतिक लूफा के बारे में बताएंगे जिसे नहाने में लोग खूब इस्तेमाल करते हैं।
लूफा का उपयोग (Natural Loofah)
लूफा आज के आधुनिक दौर में नहाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक वस्तु है, जो शारीरिक गंदगी दूर करने में मददगार साबित होता हैं।प्राकृतिक लूफा पेड़-पौधों और विभिन्न सब्जियों को सूखा कर तैयार किया जाता है, वहीं इसके पोषणयुक्त होने के वजह से इसे नहाने से लेकर बर्तन धोने वाले स्क्रब के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं।
एशिया से लूफा की शुरुआत (Natural Loofah)
खीरा परिवार से ताल्लुक रखने वाले तोरई के जींस को लूफा कहा जाने वाला एशिया या अफ्रीका जैसे देश में शुरू की गया जो बाद में यूरोप से भारत पहुंचा, और वहीं से लूफा शब्द बनकर तैयार हुआ। आज इसकी मांग विदेशों में खूब है। विदेशों में लोग कई डॉलर खर्च करके इसे खरीदते हैं पर भारत में लोग जानकारी के आभाव में इसका उपयोग तक नही कर पाते। अगर भारत में इसका व्यापार किया जाए तो यह बहुत लाभकारी साबित होगा।
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लूफा का व्यापार (Natural Loofah)
अगर लूफा के निर्माण की बात करें तो यह आपके घर में काफी आराम से तैयार हो सकता है, जिसके लिए पहले आपको तोरई की बेल उगानी होगी, जिसे पर्याप्त मात्रा में खाद और पानी के जरिए बढ़ाया जा सकता है। बाद में जब यह बेल बड़ी हो जाए, तो आप उसके छिलके और बीज को निकालकर और उसे सूखा कर इसे बना सकते हैं। वहीं इससे इस्तेमाल होने वाली चीजों की बात करें तो लूफा को गद्दा में भरे जाने वाला भूसा, सैनिकों के हेलमेट पैडिंग जैसी चीजों में भी इस्तेमाल किया जाता है। आप इसे छोटे और अलग डिजाइन में काटकर बर्तन धोने वाला स्क्रब भी बना सकते हैं।
प्राकृतिक लूफा लाभदायक (Natural Loofah)
तोरई से लूफा पाने के लिए उसे पौधे से तोड़े नहीं बल्कि पौधे में ही उसे सूखने दे। सूखने के बाद उसे तोड़ कर दोनों सिरो को काटकर पानी में भिंगा दे। नरम होने के बाद उसके छिलके और बीज निकाल लें फिर अच्छे से सूखा दें। इसके बाद आपका लूफा तैयार हो जाता है। प्राकृतिक लूफा का इस्तेमाल नहाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में बर्तन धोने और कपड़े रगड़ने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। इसमें कई औषधीय गुण भी विधमान होते हैं।
विदेशों में मांग (Natural Loofah)
सूखी तोरई का लूफा हजारों में बिक रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन इंडिया में 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के प्राकृतिक लूफा उपलब्ध है।भारतीय बाज़ार में प्राकृतिक लूफा की क़ीमत 7 से 10 रुपए के बीच होती है, जिसका व्यापार करके अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है। वहीं आप प्राकृतिक लूफा तैयार करके उसकी ऑनलाइन बिक्री भी कर सकते हैं, जिसकी विदेशों में क़ीमत हजारों में है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विदेशों में तोरई से बनने वाले लूफा की क़ीमत 21.68 डॉलर यानी तकरीबन 1, 613 रुपए है। भारत में यह व्यापार करके मुनाफा कमाने का एक बढ़िया श्रोत है।
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