आज के वक्त में जब किसानों की हालत चिंताजनक हो गई है और आबादी खेती से दूर जा रही है, 59 वर्षीय पार्थीभाई जेठभाई चौधरी (Parthibhai Jethbhai Chaudhary) अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर जमीन पर उतरे हैं। आज की कहानी में हम आपको पुलिस ऑफिसर पार्थीभाई जेठभाई चौधरी की सक्सेस स्टोरी के बारे में बताएंगे जिन्होंने नौकरी छोड़कर खेती शुरू की। आज वह साल में 4 करोड़ रुपये कमा रहे हैं। आईए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्या किया।
नौकरी के दौरान ही इस कम्पनी से ली खास ट्रेनिंग
पार्थीभाई 18 वर्षों से खेती कर रहे हैं। पुलिस अफसर की नौकरी के दौरान वह विदेशी कंपनी मेकैन के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण का मौका मिला। मेकैन कम्पनी आलू से किस-किस तरह का उत्पाद बनाया जा सकता है इसकी ट्रेनिंग देती है। उन्होनें वहां पर सभी आलू कल्टीवेशन के तकनीक का प्रशिक्षण लिया। Potato cultivation training from McCain
ड्रिप इरिगेशन तकनीक का प्रयोग
इस पद्धति में खेती करने से खाद और पानी की बचत होती है। पौधों में पानी की मात्रा को पूरी करने के लिए उसके जड़ के पास पानी की बूंद डाले जाते हैं। एक ऐसी संरचना का निर्माण किया जाता है जिसके माध्यम से पानी जड़ तक जाए। इसका लाभ यह है कि प्रतिदिन जरूरतानुसार पौधों को पानी मिलता रहता है। वह स्प्रिंकलर को लगवाये हैं ताकि पानी की कमी ना हो। पहले उनके आलू McCain में जाते थे लेकिन अब वह Balaji company के साथ जुड़ गए हैं।
सालाना चार करोड़ की कमाई
पार्थीभाई जेठभाई चौधरी 87 एकड़ जमीन में खेती करते हैं और उसमें आलू उगाते हैं। कम से कम हर मौसम में उनके 1 एकड़ खेत में 12 क्विंटल आलू की उपज होती है। उनके खेतों में लगभग एक आलू का वजन 2 किलोग्राम का होता है। वह अपने आलू को कोल्ड स्टोर में रखते हैं ताकि वह अच्छी तरह रह सके और जरूरत पड़ने पर वह उसका सप्लाई कर सकें। उनका फार्म है जहां लगभग 16 लोग काम करते हैं। हर साल उन्हें 4 करोड़ रुपये के करीब की राशि अपने खेतों से प्राप्त होती है।