कोरोना महामारी ने कई जिंदगियों पर अपना कहर बरसाया है। कई घरों की रोजी-रोटी छिन गई तो कई ठोकरें खाने पर विविश हो गए। कोविड की वजह से अनेकों लोगों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। आज की यह कहानी दो भाइयों की है जिसने आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने की वजह से अपने वृद्ध माता-पिता का त्याग कर रहे थे। उसी वक्त पुलिस ने आकर मदद का हाथ आगे बढ़ाया। आइये जानते हैं पूरी कहानी।
दरअसल COVID-19 की वजह से पुणे के एक ऑटोचालक और उसके भाई दोनों बहुत बुरे तरह से आर्थिक समस्याओं से गुजर रहे थे। दोनो भाइयों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई थी जिसके वजह से वे अपने बूढ़े माता-पिता का त्याग करने के लिए भी तैयार हो गए। कितनी अजीब बात है न कि एक माता-पिता अपने बच्चों के लिए सभी प्रकार की कठिनाईयों का सामना करते हैं परंतु वही बच्चा जब बड़ा होता है तो माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा बनने के बजाय उसका त्याग करने के बारे में विचार करता है।
शिवाजी कांबले जिसकी उम्र 40 वर्ष है। वे और उनके भाई अपने 75 वर्षीय पिता तथा 70 वर्षीय माता को वितीय समस्याओं की वजह से आलन्दी मंदिर छोड़ने के लिए पहुंचे। वहां उनके माता-पिता जोर-जोर से रोने लगे तथा उन्हें छोड़कर न जाने की बार-बार फरियाद करने लगे। वहां आस-पास के लोगों ने दोनो भाईयों को काफी समझाया-बुझाया परंतु दोनो भाई नहीं माने। उसके बाद बीच में पुलिस को आना पड़ा जिसके बाद भाईयों ने माता-पिता को वापस घर लेकर गए।
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इस घटना के बाद वरिष्ठ नागरिक सेल के अफसरों ने घर का दौरा किया। उस दौरान उन्होंने उस बुजुर्ग दंपती की सहायता की तथा उन्हें राशन के अलावा वित्तीय रूप से भी मदद किया।
उस घटना के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री, अनिल देशमुख ने ट्विट कर के कुछ इस प्रकार पुलिस वाले की इस कदम की सराहना की है।
The Logically पुलिस के द्वारा उठाए गए इस कदम की बेहद सराहना करता है।