परेशानियां किसके ज़िंदगी में नहीं आती लेकिन कहा जाता है ना कि जो इससे डर गया वो समझो मर गया। अक्सर हमारी मुलाकात उन लोगों से हो जाती है जो विषम परिस्थितियों में भी अपना हिम्मत नहीं हारते और अपने लक्ष्य के लिए पथ पर अडिग रहते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे युवा की कहानी बताएंगे जिन्होंने यूपीएससी (UPSC) क्रैक करने का निश्चय किया और विषम परिस्थितियों का सामना कर इसमें सफलता हासिल की। जब उन्होंने इंटरव्यू दिया तो उसके 3 माह के पूर्व उनके पिता का निधन हो गया। फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा।
दिन की शुरुआत नए उमंग और जोश से की
कोरोना के कारण बहुत से लोगों का व्यापार, रोजी-रोजगार चौपट हो गया और लोग अपनी ज़िंदगी से हार मानकर घर बैठ गए। कई लोगों ने तो इसे अपना भाग्य ही समझा और सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया। उन लोगों के लिए डॉ राजदीप सिंह खैरा (Rajdeep Singh Khaira) उदाहरण बने हैं। उन्होंने इस कठिन घड़ी में भी अपने प्रत्येक दिन की शुरुआत नई उमंग और जोश के साथ की।
-UPSC Exam Cracker Rajdeep Singh Khaira
पिता का निधन के बाद सम्भाला अपने परिवार को
यूपीएससी (UPSC) 2020 में डॉ राजदिप सिंह खैरा (Rajdeep Singh Khaira) ने 459वीं रैंक हासिल की। आज हम सबको उनकी सफलता दिख रही है लेकिन इसके पीछे की कहानी तमाम कठिनाईयों से गुजरी हुई है। जब उनका इंटरव्यू 2020 के सितंबर महीने मे होने वाला था कि उससे पहले उनके पिता का निधन मई में हीं हो गया। जिससे उनके परिवार पर विपदा आन पड़ी। इस दौरान उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने परिश्रम को जारी रखा। -UPSC Exam Cracker Rajdeep Singh Khaira
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लक्ष्य को हासिल करने के लिए करें परिश्रम
उन्होंने यह जानकारी दिया कि मैं अपने पहले प्रयास में ही इंटरव्यू राउंड में सिलेक्ट हो सकता था। लेकिन जब मुझे निराशा हाथ लगी तब दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि अगर आप किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको उस क्षेत्र में जाने की भूख होनी चाहिए। आप यह निश्चय कर लीजिए कि मैं सफलता हासिल करने के बाद हीं शांत बैठूंगा। आप अपने लर्निंग लेशन को प्रारंभ रखिए एवं जी तोड़ मेहनत करिए तो अवश्य लक्ष्य हासिल होगा। -UPSC Exam Cracker Rajdeep Singh Khaira
कई बार होगी आपके धैर्य की परीक्षा
उन्होंने यह बताया कि यूपीएससी की परीक्षा हमारे धैर्य की जांच करता है। क्योंकि इस दौरान हमें बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जब हम अपने अन्य साथी को देखते हैं कि वह अच्छी-खासी नौकरी हासिल कर पैसा कमा रहा है और अपना जिंदगी बस आ चुका है। तब हमारा ध्यान उसकी तरफ जाता है और परीक्षा से भटक जाता है। अक्सर ऐसा भी होता है कि हमारे ऊपर शादी का प्रेशर आने लगता है जिस कारण हम पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते। लेकिन आप अपने धैर्य को कायम रखें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। -UPSC Exam Cracker Rajdeep Singh Khaira
हैं गोल्ड मेडलिस्ट
उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सरभा सेक्रेट हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से संपन्न की है। दसवीं में उन्होंने लगभग 91% मार्क्स लाए और वही इंटर 94% लाकर डिस्ट्रिक्ट टॉपर रहें। आगे उन्होंने एमबीबीए की डिग्री हासिल की और इसमें गोल्ड मेडलिस्ट रहें। वर्ष 2017 में उनका चयन मेडिकल ऑफिसर के लिए हुआ। आगे उन्होंने यूपीएससी (UPSC) का मन बनाया और इसकी तैयारी करने लगे। उन्होंने 5 वर्षों तक इसके लिए परिश्रम किया तब जाकर उन्हें सफलता हाथ लगी। जब उन्हें निराशा हाथ लगती तब थोड़े दुखी होते और फिर आगे सकारात्मक सोच के साथ नई शुरुआत करते। -UPSC Exam Cracker Rajdeep Singh Khaira