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Rentozo: बहन की शादी से मिला आईडिया, रेंट पर सामान देने का काम शुरू कर मात्र 6 महीने में लाखों का बिज़नेस खड़ा कर दिए

एक आइडिया (Idea) जो आपकी जिंदगी बदल कर रख सकता है. जैसे आज के एक आइडिया ने एक स्टार्टअप(Startup)की शुरुआत कर डाली.
पैसों के अभाव में हम अक्सर कुछ चीजें खरीद नहीं पाते. कई बार पैसे तो होते हैं पर बजट और बचत का सोचकर हम वह सामान नहीं खरीदते. हमें अक्सर अपनी ड्रेस, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल, लैपटॉप या फिर कोई ज्वेलरी खरीदने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है. भोपाल के दो दोस्तों ने इस परेशानी का सॉल्यूशन ढूंढ निकाला है. उन्होंने ‘RENTOZO’ नाम से स्टार्टअप शुरू किया है. इन्होंने एक ऐप बनाया है, जिसकी मदद से आप कपड़ों से लेकर घर, गाड़ी सहित कई चीजें रेंट पर ले सकते हैं. लोगों को इनका ये कॉन्सेप्ट काफी पसंद आ रहा है.

बहन की शादी में आया बिजनेस का आइडिया

उनके इस बिजनेस आइडिया का कारण उनकी बहन की शादी थी. बात 2016 की थी जब कार्तिक की बहन की शादी होने वाली थी. अपना बिजनेस करने का ख्याल कार्तिक के मन में शुरू से था लेकिन कुछ सूझ नहीं रहा था. अपनी बहन की शादी के दौरान उनके दिमाग में ये काम करने का आइडिया आया जब उनकी बहन बहुत ज्यादा कीमत होने की वजह से अपनी पसंद का लहंगा नही ले पाई थी. ये लहंगा पूरे family के बजट से बाहर था. हालांकि बहन की खुशी के कारण वो लहंगा खरीदना पड़ा लेकिन बाद में मुझे लगा की हर किसी को अपने बजट के हिसाब से ही खरीदारी करनी चाहिए.

इंस्टाग्राम पर रेंटल ड्रेस नाम से एक पेज बनाया और RENTOZO की शुरुआत

अपने इस बिजनेस के बारे में बात करते हुए कार्तिक ने बताया कि इसके बाद मैंने इंस्टाग्राम पर रेंटल ड्रेस नाम से एक पेज बनाया. इसके जरिए मैंने अपने घर के लोगों को ड्रेस रेंट पर देना शुरू किया. इस पहल को लेकर रिस्पॉन्स अच्छा मिलने लगा. कुछ समय के बाद कार्तिक ने अपने बिजनेस विस्तार करते हुए अपने दोस्त शिवम के साथ मिलकर जरूरत की दूसरी चीजें रेंट पर देने लगे. इस तरह 2021 सितंबर में दोनों ने मिलकर RENTOZO स्टार्टअप की शुरुआत की.

कस्टमर टू कस्टमर सर्विस देता है ये App

कार्तिक और शिवम कस्टमर टू कस्टमर (C2C) सर्विस प्रोवाइड करते हैं. इनका ऐप यूजर्स के लिए पूरी तरह से फ्री है. कोई भी यूजर इनके ऐप के जरिए चीजें रेंट पर ले सकता है, जिसका उन्हें कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता है. इस ऐप के जरिए आप भी अपनी कोई चीज रेंट पर दे सकते हैं. इस तरह ये ऐप सामान रेंट पर लेने-देने का एक प्लेटफार्म बन गया है.

B-NEST इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से सपोर्ट मिला

शिवम की मदद से कार्तिक को स्टार्टअप शुरू करने में काफी मदद मिली. जैसा कि हमेशा से होता आया है जब कुछ अलग करने की बात आती है परिवार हमेशा पीछे हट जाता है. कार्तिक और शिवम के परिवार वाले उन दोनों के बिजनेस से खुश नहीं थे. दोनों के परिवार के हिसाब से उन्हें कोई और बिजनेस करना चाहिए था, जिसमें कम समय में ज्यादा मुनाफा हो. कार्तिक कहते हैं, ‘हमने अपने फैसले के आगे किसी की नहीं सुनी और कुछ महीने बाद बेहतर परिणाम से फैमिली भी खुश हो गई. हमें बिजनेस की शुरुआत में फंडिंग के लिए काफी परेशानी हुई, लेकिन हमारा आइडिया अच्छा था तो भोपाल स्मार्ट सिटी B-NEST इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से सपोर्ट मिला.

वीडियों देखें:-

कई लोगों को मिल रहा है रोजगार

शिवम और कार्तिक की टीम में अब 22 और भी लोग हैं जो उनके साथ मिलकर काम करते है.
इनका ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है, जिसे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं. कार्तिक कहते हैं, ‘कम ही समय में हमारे ऐप से काफी लोग जुड़े हैं. लोगों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. अब हम अपने ऐप को ios सिस्टम पर भी लॉन्च करने जा रहे हैं. जिससे बिजनेस को काफी बढ़ावा मिलेगा.कार्तिक ने अपने स्टार्टअप से 22 लोगों को रोजगार भी दिया है. छह महीने में ही ये 5 लाख रुपए का बिजनेस कर चुके हैं.

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संध्या इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और लेखनी में काफी सक्रिय हैं। अभी तक संध्या अनेकों प्रतिष्टित मीडिया चैनलों के साथ काम कर चुकी हैं, समाजिक मुद्दों पर अपनी मजबूत पकड़ रखने के कारण अब वह The Logically के साथ सकारात्मक खबरों को लिख रही हैं।

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