भारत में पुलिस वालों की छवि के बारे में अगर सामाजिक तौर पर राय ली जाए तो यह बिल्कुल साफ दिखेगा की, लोगों की नजर में पुलिस वालों की प्रति नकारात्मक छवि अत्यंत अधिक है। लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं, जो अपनी जान का बाजी लगाकर मानवता की रक्षा कर रहे हैं जो सराहनीय और वंदनीय है।
हेड कांस्टेबल सीमा ढाका(Seema Dhaka) ऐसी पहली पुलिसकर्मी बन चुकी हैं, जिनके लिए पुलिस विभाग ने आउट ऑफ टर्न जाकर पदोन्नति का सिफारिश किया है। मिली ख़बर के अनुसार सीमा ढाका ने 60 दिनों के अंदर ही लगभग 76 लापता बच्चों को उनके परिवार से मिलाने का नेक कार्य किया है।

एनडीटीवी के रिपोर्ट के अनुसार सीमा ढाका नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के समयपुर बादली पुलिस थाने में कार्यरत हैं, और इन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान पिछले 60 दिनों में 76 लापता बच्चों को उनके परिवार से मिलाने का अनोखा कार्य किया है।
एक अधिकारिक बयान के अंतर्गत यह बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने एक नई स्कीम का अनावरण किया है, जिसके अंतर्गत अगर कोई पुलिसकर्मी 1 साल के अंदर 50 लापता बच्चों को उनके परिवार से मिलाने का कार्य करता है तो उन्हें प्रमोशन के साथ ही सम्मानित भी किया जाएगा।
I would like to reach out to every citizen of India to unite as a member of humanity to face the most serious challenge faced by modern civilization today. History teaches us that societies survive if they make the right choices at the right time in the right direction. (1/2) pic.twitter.com/GwjnSZSPl8
— CP Delhi #DilKiPolice (@CPDelhi) April 2, 2020
अपने प्रमोशन की खबर पाते ही सीमा ढाका(Seema Dhaka) ने न्यूज़ 18 को बताया कि वह इस पदोन्नति से काफी खुश हैं और उन्हें यह प्रेरणा मिल रही है कि आगे भी वह इस तरह के कार्य करती रहेंगी! इसके साथ ही उन्होंने अपने सहकर्मियों से यह अपील किया कि वह लोग भी लापता बच्चों को ढूंढने में यथासंभव प्रयास करें और उनके घर वालों से मिलाएं जिससे प्रशासन की छवि सुधारने के साथ ही मानवता का मिसाल कायम हो।
The Logically के तरफ से हम हेड कांस्टेबल सीमा ढाका को इस नेक कार्य के लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं और साथ ही उनके पदोन्नति के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
