Wednesday, December 13, 2023

रतन टाटा के साथ हमेशा दिखने वाला यह लड़का कौन है, जानिए कैसे रतन टाटा के इतने करीब दोस्त बन गए: Shantanu Naidu

रतन टाटा (Ratan Tata) का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। बिजनेस की दुनिया में वे जीतना अपनी काबिलियत के लिए जाने जाते हैं, उससे भी कहीं ज्यादा अपनी सादगी के लिए माने जाते हैं। हमेशा इन्होंने गरीब, मजदुर और जरुरतमंद लोगों के प्रति अपनी दरियादिली दिखाई है।

बता दें कि, रतन टाटा ने बीते 28 दिसंबर को अपना 84वां जन्मदिन मनाया और एक बड़े उद्योगपति होते हुए भी उन्होंने एक मोमबत्ती और एक कप केक के साथ बड़े साधारण तरीके से अपना जन्मदिन मनाया।

जन्मदिन का वीडियो हुआ वायरल

महान उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) के जन्मदिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमे मोमबत्ती और कप केक को एक युवा लेकर पहुंचे थे और इस वीडियो में यह युवा उन्हे (Ratan Tata) केक खिलाते और उनके कंधे पर हाथ रखते नजर आ रहा है।

आखिर कौन है वह युवा?

इस वीडियो में रतन टाटा के साथ नजर आने वाला उस युवा का नाम शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) है, जो पुणे (Pune), महाराष्ट्र (Maharashtra) के रहने वाले हैं और इनका जन्म वर्ष 1993 है। उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है।

रिपोर्ट्स के माने तो वो (Shantanu Naidu) एक भारतीय बिज़नेसमैन, इंजीनियर, जूनियर असिस्टेंट, सोशल मीडिया इंफ़्लुएंसर, लेखक और एंटरप्रेन्योर हैं। इसके अलावें वे टाटा ट्रस्ट में डिप्टी जनरल मैनेजर हैं और रतन टाटा को बिज़नेस और इन्वेस्टमेंट टिप्स भी देते हैं। टाटा में काम करने वाले वो अपने परिवार की 5वीं पीढ़ी हैं।

शांतनु (Shantanu Naidu) के LinkedIn प्रोफ़ाइल के अनुसार, सितंबर 2014 से वे टाटा ट्रस्ट के साथ काम कर रहे हैं और Tata Elxsi में बतौर Design Engineer भी काम किया है।

रतन टाटा को लिखी चिट्ठी

शांतनु (Shantanu Naidu) ने बताया कि, एक शाम को जब वे अपने घर लौट रहे थे तो उन्हें सड़क के बीच एक कुत्ते का मृत शरीर पड़ा दिखा। उस हालत में एक स्ट्रे डॉग को देखकर उन्हें बहुत तकलीफ़ हुई। तभी उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें कुछ करना होगा और उन्होंने अपने कुछ दोस्तों को फ़ोन किया और रिफ़्लेक्टर्स लगा हुआ कॉलर डिज़ाइन किया। फिर अगले दिन उन्होंने कई स्ट्रे डॉग्स को कॉलर पहनाए और ये करके बहुत ज़्यादा अच्छा महूसस किया।

इस नेक काम करने के बाद वे (Shantanu Naidu) चर्चों में आने लगे और इनके इस नेक काम के बारे में टाटा ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के न्यूज़लेटर में भी छपा। लोग इनके कॉलर को ख़रीदना चाहते थे लेकिन उनके पास फ़ंडिंग नहीं थी।

पिता ने दी रतन टाटा को ख़त लिखने की हिदायत

शांतनु (Shantanu Naidu) के पिता ने उन्हें रतन टाटा को ख़त लिखने की हिदायत दी और तब इन्होंने रतन टाटा को एक चिट्ठी लिखी और अपने सारे परेशानियों को इसमें लिखा।

2 महीने बाद बदली किस्मत

खत लिखने के दो महीने बाद उन्हे (Shantanu Naidu) रतन टाटा द्वारा साइन किया हुआ एक ख़त मिला, जिसमे लिखा था कि उनके इस नेक काम से रतन टाटा बेहद ख़ुश हुए हैं और उनसे मिलना चाहते हैं। फिर क्या, कुछ दिन बाद शांतनु, मुंबई में रतन टाटा से मिले।

वर्ष 2014 में अपनी ग्रैजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद
शांतनु (Shantanu Naidu)
2016 में MBA के लिए कॉर्नेल यूनिवर्सिटी गए और वहां से एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद वर्ष 2018 में वे लौटे और टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन ऑफ़िस में बतौर डिप्टी जनरल मैनेजर जॉइन किया।

छात्रों को करते हैं प्रेरित

शांतनु (Shantanu Naidu), एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में आने के बारे में सोचकर ही नर्वस हो जाने वाले छात्रों को अपने इंस्टाग्राम हैंडल, ‘On Your Sparks’ के ज़रिए मोटिवेट करते हैं। इन्होंने ऑनलाइन बात-चीत- ‘On Your Sparks’ की शुरुआत कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान की थी।

शांतनु (Shantanu Naidu) हर रविवार को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लाइव आते हैं और हर जुड़ने वाले से 500 चार्ज करते हैं और इस फ़ंड को स्ट्रे डॉग्स की मदद करने के लिए Motopaws को जाता है। आज Motopaws 20 शहरों और 4 देशों में फैल चुका है। इसके अलावें उन्होंने ‘I came upon a lighthouse’ नामक एक किताब लिखी है, जो उनके और रतन टाटा के साथ ज़िन्दगी के सफ़र के बारे में हैं।