हमारे देश में हर व्यक्ति खुद का व्यापार शुरू करना चाहता है ताकि वह जो भी कार्य करे खुद के लिए करे और खुद के अनुसार करे। यह जरूरी नहीं कि खुद का व्यपार सिर्फ पुरूष हीं कर सकते हैं बल्कि महिलाएं भी इस क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। आज के युग में हर कोई अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता है। चाहे वह गृहणी महिला हो या फिर पढ़ाई करने वाली कोई लड़की। आज आपको एक ऐसी हाउसवाइफ की कहानी बताएंगे जिन्होंने बैंक से लोन लेकर अपनी मेहनत से 100 करोड़ की कंपनी की स्थापना की और सभी महिलाओं के लिए उदाहरण बनी हैं।
शिला के.
शीला के. का ताल्लुक व्यवसायी परिवार से है। ऐसे तो वह एक गृहिणी थीं लेकिन उन्होंने एक बिजनेस की शुरुआत जीरो से किया और उसमें एक बड़ी उपलब्धि पाकर वे सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। शिला वी-स्टार क्रिएशन की फाउंडर हैं और इनका इनरवियर का बाजार में अपनी एक अलग पहचान है। इनका एक ग्रहणी से व्यवसायी बनना इतना आसान नहीं था जितना सुनकर लग रहा है। इनके पति वी-स्टार के ऑनर हैं। शीला ने अपने मन में यह निश्चय किया कि वह खुद का व्यवसाय शुरू करेंगी इसके लिए उन्होंने अपने पति से बात की। तब उनके पति ने उन्हें 2 शर्तें बताई। एक उन्हें खाली स्थान ऑफिस के तौर पर मिलेगी जिसका उन्हें रेंट देना पड़ेगा और दूसरी यह थी कि वह अपने व्यवसाय की शुरुआत के लिए बैंक से लोन ले सकती हैं।
मात्र 10 लोगों से किया व्यापार का श्री गणेश
इनके घर में मशीन हुआ करती थी जिससे वे कपड़ों की थोड़ी बहुत सिलाई करतीं। उन्होंने अपने कार्य की शुरुआत मात्र 10 लोगों की टीम से की थी। इन्होंने भारतीय परिधान जैसे सलवार कमीज सिलने से अपने कार्य का शुरुआत की। एक कांफ्रेंस के दौरान से इनसे यह पूछा गया था कि आप इनरवियर के कपड़े क्यों नहीं तैयार करतीं क्योंकि हमारे केरल में इसकी अच्छी उपलब्धि नहीं है। तब उन्होंने इस कार्य को चुनौती समझा और उसे पूरा करने में लग गई।
इनरवियर की सिलाई खोल सीखतीं थी कैसे सिला है??
केरल में रहकर उन्होंने मुंबई से अच्छे गुण के पेंटी और ब्रा का कुछ स्टॉक खरीदा। वह नहीं जानती थीं कि इसकी सिलाई कैसे की जाती है इसलिए उन्होंने इसके सारे स्टिचिंग को खोल दी और यह सीखा कि यह किस तरह बनाया गया है। वह उसे देख खुद सिलाई सीखतीं भी और अन्य लोगों को इसे किस तरह तैयार करना है वह सिखाती भी थीं। अब वह लॉन्जरी बिजनेस में आ चुकी थी। उन्हें शुरुआती दौर में जो भी फायदे हुए उसे उन्होंने अपने व्यापार में लगाना जरूरी समझा और उसमें लगाया।
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1 हजार से अधिक महिलाएं करती हैं काम
शुरुआती दौर में उनके यहां जो महिलाएं कार्य करती थीं वह कुछ नहीं जानती थी। यहां तक कि उन्होंने कभी सिलाई मशीन को देखा भी नहीं था। इस कारण उन्हें हर चीज अच्छी तरीके से सिखानी पड़ती थी। लेकिन आज उनके यहां लगभग 16 यूनिट है और यहां लगभग 1000 से भी अधिक महिलाएं कार्य कर अपना आजीविका चला रही हैं। उनका वी-स्टार क्रिएशन सिर्फ इनरवियर ही नहीं बल्कि लड़कियों के लिए लेगिंग्स, लॉन्जरी, सिला हुआ ब्लाउज का निर्माण करता है। साथ ही यह पुरुषों के वेस्ट्स का भी निर्माण करता है। इनकी कम्पनी आज 100 करोड़ की है। इनके यहां जो ब्लाऊज बनते हैं वह बहुत ही आरामदेह होते हैं। जिससे वह महिलाओं को बेहद पसंद है।
अपनी मेहनत से गृहणी होने के बावजूद जिस तरह शिला ने खुद की पहचान बनाई हैं उसके लिए The Logically शिला के. को सलाम करता है।