Wednesday, December 13, 2023

मां ने कठिन संघर्षों से पाला पोसा, अपनी मेहनत के दम पर पुरानी जींस से खङा किया 1.5 करोड़ का बिजनेस

जिस तरह महंगाई बढ़ती जा रही है लोगों की ख्वाहिशें तथा पैसे कमाने की तलब भी बढ़ती जा रही है। इसलिए लोग पैसे कमाने की तरफ दौड़ रहें हैं। आज की कड़ी में हम आपको एक ऐसे शख़्स के विषय में बताएंगे जिनकी मां ने अपने जेवर बेंचे, आगे लोगों की वॉल पेंटिंग का काम किया। परन्तु आगे उन्होंने पुरानी जीन्स के उपयोग से व्यवसाय शुरू किया और उन्होंने 1.5 करोड़ का साम्राज्य स्थापित किया है।

सिद्धांत कुमार

वह युवा हैं सिद्धांत कुमार (Sidhant Kumar) जो बिहार (Bihar) से ताल्लुक रखते हैं। आईआईटी पास आउट सिद्धांत दिल्ली के निवासी हैं। उनका एक स्टार्टअप है जिसका नाम डेनिम डेकोर है। इसके तहत पुराने जीन्स के द्वारा सजावट की नई चीज़ों का निर्माण होता है। वे जीन्स को रीयूज करके 400 प्रकार से भी अधिक तरह के चीज़ों का निर्माण करते हैं जो इको फ्रेंडली होता है। वह अपने स्टार्टअप से डेढ़ करोड़ रुपए हर वर्ष कमा रहे हैं। -Story of Denim Decoe

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मां ने बेचे गहने

एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने वर्ष 2004 से वर्ष 2006 तक उन्होंने फाइन आर्ट्स एंड डिजाइन की शिक्षा हासिल की। आगे उन्होंने दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नामांकन कराया हालांकि इस दौरान उनके पिता को यह चीजें मंजूर नहीं थी। क्योंकि घर की वित्तीय स्थिति बेहद दयनीय थी और वे चाहते थे कि उनका बेटा यहीं रहकर जॉब करें। इस दौरान उनकी मां ने अपने गहने बेच दिए ताकि अपने बेटे को पढ़ा सकें। सिद्धार्थ दिल्ली गए और वहां जाकर उन्होंने लोगों के घरों में रंगाई पुताई किया और रात में जब वक्त मिलता तो वह बार में भी कार्य करते ताकि पढ़ाई के साथ-साथ कुछ पैसे भी कमा सकें। -Story of Denim Decoe

कमाया कुछ ही माह में 10 लाख रुपए

वर्ष 2010 में उनकी फाइन आर्ट की पढ़ाई कंप्लीट हो गई तो उन्होंने आईआईटी मुंबई से मास्टर ऑफ डिजाइन की उपाधि हासिल की। फिर उनकी बेंगलुरु में जॉब लग गई परंतु उन्होंने यहां कुछ ही महीनों तक काम किया और फिर दिल्ली वापस आए। यहां उन्होंने वर्ष 2013 में एजुकेशनल गेम डिजाइन करने के स्टार्टअप प्रारंभ किया। प्रारंभिक दौर में उन्होंने इसे 8 से 10 लाख रुपए कमा लिए परंतु कुछ कारणवश इसे क्लोज करना पड़ा। -Story of Denim Decoe

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शुरू किया डेकोरेशन का काम

अब उन्होंने अपने घर की दीवारों को डेकोरेट करना प्रारंभ किया जिसके डेकोरेशन में उन्होंने पुरानी जींस का उपयोग किया। उनका यह तरकीब अब लोगों को बेहद पसंद आया और उन्हें कमरा डेकोरेशन का कार्य करने के लिए काफी प्रोत्साहित किया गया और सराहना भी की गई। अब उन्होंने प्रेरणा लिया कि वह पुरानी जींस से विभिन्न प्रकार की चीजों का निर्माण करेंगे जो इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ उन्हें आमदनी का स्रोत बने। -Story of Denim Decoe

पुरानी जीन्स से किया अनोखा कार्य

अब उन्होंने अपनी पहचान के लोगों से संपर्क करके पुरानी जींस मंगवाई और इससे केतली लालटेन आदि खरीदी। उन्होंने इस जीन्स की मदद से 60 डेकोरेटिवस का निर्माण किया एवं दिल्ली के पास सिलेक्टेड सिटी मॉल में इसे बेचने के लिए मॉल लगाया। जहां उन्हें अच्छा रिस्पांस मिला अब उन्होंने यह तय किया कि वह इस स्टार्टअप को बड़ा रूप देंगे। -Story of Denim Decoe

किया करोड़ों का साम्राज्य स्थापित

अब डेनिम डेकोर द्वारा निर्मित हमारे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में निर्यात के लिए अपने सामग्रियां भेजता है। अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के लोगों को भी डेनिम डेकोर की सामग्रियां बेहद पसंद आती है। हजारों रुपए से शुरू किया गया व्यवसाय आज करोड़ों का रूप ले चुका है। आज उनकी कम्पनी का सालाना कमाई 2 करोड़ रुपए के करीब है। उन्होंने अपने व्यवसाय में कई लोगों को रोजगार भी दिया। –Story of Denim Decoe