Wednesday, December 13, 2023

14 साल की सिमरन ने बनाया सेफ्टी किट, मात्र एक महीने में लाखों रुपये का कारोबार किया: Safely Nomadic

हमारे देश मे प्रतिभा की कमी नहीं है। यहाँ हर एक व्यक्ति अपने आप में किसी न किसी रूप में बेहतर होता है। यहाँ पुरूषों के साथ ही साथ महिलाये भी हर क्षेत्र में कामयाब होती दिख रही है। आज हम बात करेंगे, ऐसी ही एक लड़की की जिसने बहुत कम उम्र में अपने स्टार्टअप ‘सेफली नोमेडिक‘ (Safely Nomadic) की शुरुआत की।

कौन है वह लड़की

हम बात कर रहे हैं हरियाणा के गुरुग्राम में रहने वाली 14 वर्षीया सिमरन सिंह (Simaran Singh)की, जो कि ‘द श्रीराम स्कूल’ में नौवीं कक्षा में पढ़ाई करती हैं। सिमरन ने फरवरी 2021 में अपने स्टार्टअप ‘सेफली नोमेडिक‘ (Safely Nomadic) की शुरुआत की। उनके इस स्टार्टअप से खासकर घूमने-फिरने पसंद करने वाले लोग या फिर जो अपनी नौकरी के चलते काफी यात्रा करते हैं वैसे लोगो की बहुत ही अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

स्टार्टअप ‘सेफली नोमेडिक’ (Safely Nomadic) का क्या काम है

सिमरन सिंह (Simaran Singh) का ‘सेफली नोमेडिक’ (Safely Nomadic) स्टार्टअप के जरिए वह महिलाओं और बच्चों के लिए ट्रैवेलिंग किट तैयार कर ग्राहकों तक पहुँचा रही हैं। हर किसी को यात्रा पर जाने हो तो कपड़े, जूते-चप्पल जैसी बेसिक चीजों के अलावा भी बहुत-सी छोटी-छोटी जरूरी चीजों की जरूरत पड़ती है। सिमरन सिंह के स्टार्टअप के जरिए ऐसी सभी चीजें इकट्ठा करके आपको एक ही किट में भेजने का काम होता है।

 Simran singh invents safety kit for women

महिलाओं और बच्चों पर है खास फोकस

सिमरन सिंह के स्टार्टअप के शुरूआती मे उनके माता-पिता ने सभी आर्थिक काम किया। सिमरन का कहना है कि उन्होंने लोगों से बात करने के बाद अपने प्रोडक्ट पर काम किया। आज के समय में वह दो तरह के किट तैयार कर रही हैं। पहली महिलाओं के लिए और दुसरा बच्चों के लिए। सिमरन का कहना है कि महिलाओं के लिए जो किट है, उसमें सिरदर्द, बदनदर्द, बुखार, खांसी, पीरियड दर्द आदि के लिए दवाई है। दवाई के लिए वे डॉक्टर से सलाह ली थी और उनसे विचार-विमर्श के बाद ही किट में शामिल किया। इसके अलावा, निजी साफ-सफाई के लिए कुछ चीजें जैसे चेहरा साफ करने के लिए फेस वाइप्स, टिश्यू, फेस मास्क, टॉयलेट शीट पेपर, सैनिटाइजर, पेपर सोप, रुई, सैनिटरी नैपकिन भी महिलाओ के किट में शामिल हैं। बच्चों के किट के बारे में सिमरन का कहना है कि यह किट 10 साल तक के बच्चों के लिए है। इस किट में बेसिक चीजों के अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए बहुत कुछ है। सिमरन सिंह का कहना है कि बच्चों की किट के लिए जब उनहोंने सर्वे किया तो पता चला कि अक्सर लंबे सफर के दौरान बच्चे ऊब जाते हैं। इस वजह से वे चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। इसलिए बच्चों के किट में कुछ ऐसी चीजें शामिल की गई है, जिससे बच्चों का मनोरंजन होता रहे, जैसे एक्टिविटी बुकलेट, ओरिगामी पेपर, स्केच पैन तथा मनोरंजन से जुड़ी और भी सामग्रीया।

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ज्यादा है डिमांड

सिमरन सिंह ने सबसे पहले अपने स्टार्टअप बिज़नेस को छोटे स्तर पर ही शुरू किया। इसके लिए उन्होंने बहुत सारे अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप में इन किट्स के बारे में जानकारी साझा की थी। उनका कहना है कि शुरूआती दौर में बहुत कम लोगों से ही ऑर्डर मिले थे । धीरे-धीरे सभी लोगो को इसके बारे में पता चलने लगा इसके बाद तीन महीनों में उन्होंने 60 से ज्यादा लोगों को किट्स दी हैं। जिनमें कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने एक से ज्यादा किट ऑर्डर किया था। आज के समय में सिमरन सिंह के स्टार्टअप बिजनेस के तहत बनने वाले किट का डिमांड काफी बढ़ चुका है तथा किट खरीदने वाले ग्राहक भी काफी प्रशंसा करते हैं।

बिजनेस को आगे बढ़ाने का है इरादा

सिमरन सिंह का कहना है कि, वह अपने इस स्टार्टअप बिजनेस को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उतरना चाहती हैं। वे अपने किट प्रोडक्ट को ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर लॉन्च करने का इरादा जाहिर कर रहीं हैं तथा महिलाओ और बच्चों के किट के साथ ही साथ वे बुजुर्गों के ट्रैवलिंग किट पर काम कर रही हैं।

समाज के लिए बनी मिशाल

14 साल की सिमर की संघर्ष की यह कहानी देश के सभी लोगों खास कर बच्चों के लिए एक प्रेरणा बनीं हुई है। सिमरन के संघर्ष और कामयाबी की यह कहानी लोगों के लिए सबक बनी हुई है। माता पिता के लिए भी यह कहानी एक प्रेरणा से कम नहीं, जिससे यह सीख मिलती है कि अगर बच्चों का मनोबल बढ़ाया जाए तो वह अच्छे दिशा की ओर बढ़ सकते हैं और अपना जिंदगी को कामयाबी के तरफ ले जा सकते हैं।