Sunday, December 10, 2023

वो 5 दिव्यांग जिन्होंने अपंगता को अभिशाप नहीं, हथियार माना और लिख दी सफलता की उल्लेखनीय कहानी

जो लोग शारिरिक तौर पर असमान्य होते हैं वे प्रायः उपहास के शिकार होते हैं। चाहे ये असमानता हाथ, पैर, आंख, नाक, दांत या फिर कुछ और ही क्यों ना हो?? कई लोगों को उनपर ना दया आती है, ना प्रेम और ना ही तरस। उन्हें हमारा समाज कभी सामान्य व्यक्तियों के नजरिए के तौर पर नहीं देखता।

इन्हीं असमान्य लोगों में कुछ लोग समाज के तानों को सुनकर खुदखुशी कर लेते हैं, तो वही कुछ तानों को अनसुना कर खुद को एक सफल इंसान बनाकर समाज के मुंह पर तमाचा जड़कर उनकी बोलती बंद करा देते हैं।

आज हम आपको कुछ ऐसे दिव्यांग शख्सियतों के बारे में बताएंगे जिन्होंने शारीरिक तौर पर असक्षम होने के बावजूद भी सफलता की ऐसी इबादत लिखी जिससे वह अन्य लोगों के लिए उदाहरणस्रोत बनी।

  • इरा सिंघल (Ira Singhal)

इरा सिंघल (Ira Singhal) शीर्ष प्रशासनिक पद (IAS) संभालने वाली प्रथम दिव्यांग महिला है आज इन्हें हर व्यक्ति जानता है। वह अपने पेरेंट्स की इकलौती संतान है। समाज इनकी विकलांगता को अभिशाप मानकर उनकी खिल्ली उड़ाया करता था परंतु इनके पैरेंट्स इसे वरदान समझ कर अपनी बेटी को आगे बढ़ने का हौसला देते रहें। उन्होंने उन्हें पढ़ाया लिखाया और इस काबिल बनाया की यह सफलता की ऊंचाई पर चढ़कर इबादत लिख सकें। उनके पैरंट्स इरा को सामान्य बच्चों की तरह ही समझा करते थे। इरा को अपने अधिकार के लिए लगभग 4 वर्षों तक कानून के साथ लड़ाई लड़नी पड़ी आखिरकार उन्हें सफलता मिल गई। वर्तमान में वह राजधानी में डिविजन कमिश्नर अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। -Those disabled personalities who created
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Success story of 5 disable people

चरणजीत कौर (Charanjit Kaur)

पैरा बैडमिंटन प्लेयर चरणजीत कौर (Charanjit Kaur) को कौन नहीं जानता उन्हें लोग लंगड़ी कहकर चिढ़ाया करते थे। जब वह स्कूल में पढ़ाई किया करती थी तो उनके साथी उनका बहुत मजाक भी उड़ाया करते थे। जब वह 4 वर्ष की थीं तब उन्हें पोलियो ने ग्रसित कर लिया जिस कारण उनके पैर का ग्रोथ रुक गया। हालांकि उन्होंने अपनी कमजोरी को हौसला बढ़ाया और आगे बढ़ती रहीं। वर्ष 2007 में उन्होंने पहली बार नेशनल बैडमिंटन चैंपियन ने पार्टिसिपेट किया और इसमें सिल्वर मेडल हासिल की। इसके उपरांत उन्होंने इसी वर्ष वर्ल्ड चैंपियन में गोल्ड मेडल प्राप्त की। ये वही चरणजीत कौर है जिन्हें लोग मजाक बनाया करते थे, परंतु आज वह इतनी सफल हो गई है कि लोग उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने अब तक इंटरनेशनल एवं नेशनल लेवल पर 15 से भी ज्यादा मेडल जीता है। -Those disabled personalities who created history

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गिरीश शर्मा (Girish Sharma)

गिरीश शर्मा (Girish Sharma) बैडमिंटन चैंपियन हैं। जब वह छोटे थे तो उन्होंने ट्रेन हादसे में अपने एक पैर को गंवा दिए थे। एक पैर ना होने के बावजूद भी उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दी और आज बेहतरीन प्लेयर बने हैं। -Those disabled personalities who created history

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रामाकृष्णन (Ramakrishanan)

रामाकृष्णन बहुत कम उम्र के थे तब तक वह पोलियो से ग्रसित हो गए और उन्हें अपने दोनों पैर खोने पड़े। उन्हें अपने दिव्यांगता के कारण बहुत से स्कूलों में दाखिला नहीं मिला। उन्होंने खुद को इस काबिल बनाया की आज उन्हें हर व्यक्ति पहचानता है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका एक अलग हीं नाम है। उन्होंने लगभग 40 वर्षों तक जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया है और वर्तमान में वह एसएस म्यूजिक टेलीविजन चैनल की सीईओ बने हुए हैं। -Those disabled personalities who created history

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अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha)

अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) वही हैं जिन्हें चलती ट्रेन से नीचे फेंका गया था। जिसके उपरांत उनके पैर काटने पड़े। उन्होंने अपने जिंदगी में बहुत सारे विषम परिस्थितियों का सामना किया है। परंतु कभी भी हौसले को नहीं खोया। दिव्यांग होने के बावजूद भी उन्होंने वो कर दिखाया जो सामान्य व्यक्ति करने से डरते हैं। उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराया और इसी कारनामे के साथ वह देश की पहली विकलांग महिला बनी जिन्होंने ऐसा कार्य किया। -Those disabled personalities who created history

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