यूपीएससी (UPSC) के एग्जाम की तैयारी में हमें ऐसे बहुत से कैंडिडेट्स मिलेंगे, जो असफलताओं से हार मान लेते हैं और अपना रास्ता बदल लेते हैं, लेकिन जो कैंडिडेट पूरे लगन और धैर्य के साथ टीके रहते हैं, उन्हें सफलता जरूर मिलती है। हमारी आज के इस पेशकश से आपको एक ऐसी महिला के बारे में जानकारी मिलेगी, जिन्हें यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में तीन बार असफलता मिली, फिर भी उन्होंने हार ना मानकर अपने परिश्रम के बलबूते यूपीएससी (UPSC) में अपना परचम लहराया।
वह महिला हैं, ‘तृप्ती अंकुश धोड़मिसे’
तृप्ती अंकुश धोड़मिसे (Trupti Ankhush Dhodmise) ने अपने परिश्रम के बलबूते पर यूपीएससी (UPSC) परीक्षा को पास किया है। हालांकि तीन बार मिली असफलता से वह हताश हो चुकी थी, लेकिन उनके पति ने उनका मनोबल बढ़ाया और आज वह आईएएस ऑफिसर बन गई हैं। उन्होंने वर्ष 2018 के यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक में 16वां स्थान प्राप्त किया है। (IAS Topper)
परिवार की थी ज़िम्मेदारी
तृप्ती अंकुश धोड़मिसे (Trupti Ankhush Dhodmise) के लिए यह यूपीएससी (UPSC) का सफर बहुत ही संघर्ष भरा रहा है। यूपीएससी (UPSC) को क्रेक करने के दौरान एक तो उनकी शादी हो गई थी, जिस कारण परिवार की जिम्मेदारियां भी थी। दूसरा वह एक जॉब भी कर रही थी। साथ ही वह तीसरी बार यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में असफल हो चुकी थी। जिसके बाद हताश होकर उन्होंने निश्चय कर लिया था कि वह इस क्षेत्र को छोड़ देंगी, लेकिन उनके पति के सहयोग ने उनका मनोबल बढ़ाया और वह परीक्षा में लगी रहीं। (IAS Topper)
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इंजीनियरिंग के बाद किया जॉब
तृप्ती अंकुश धोड़मिसे (Trupti Ankhush Dhodmise) ने अपनी 12वीं की कक्षा संपन्न करने के बाद इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किया और जॉब करने लगीं। उसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र स्टेट सर्विस की परीक्षा दी और उनका सिलेक्शन हो गया और वह नौकरी करने लगीं। इसके पहले ही वह यूपीएससी (UPSC) में जाने का मन बना चुकी थी, लेकिन उन्हें नहीं लगता था कि इतने सारे जिम्मेदारियों के बावजूद वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगी। (IAS Topper)
पति ने बढ़ाया मनोबल
तृप्ती अंकुश धोड़मिसे (Trupti Ankhush Dhodmise) को पहले प्रयास में असफलता हाथ लगी। जब उन्होंने दूसरा एग्जाम (UPSC) दिया तब वह इंटरव्यू राउंड तक चली गई थी, लेकिन आगे वह सलेक्ट नहीं हुईं। अब उन्होंने तीसरे प्रयास में प्री तक को भी पास नहीं किया, जिस कारण वह हताश हो गई और उन्होंने इसे छोड़ने का मन बना लिया, लेकिन उनके पति ने उन्हें मोटिवेट किया और अपने लक्ष्य पर अडिग रहने के लिए समझाया। अपने पति की बातों को गंभीरता से लेने के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 16वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गई। (IAS Topper)
यहां देखें तृप्ति के इंटरव्यू का वीडियो
कैंडिडेट्स को सलाह
तृप्ति अन्य कैंडिडेटस को यह सलाह देती हैं कि अगर मन में पूरी तरह लग्न हो और हम रणनीति बनाए तो हमें सफलता जरूर हासिल होगी। हालांकि दूसरे प्रयास से मिली असफलता से मैं नकारात्मक सोच मेरे अंदर प्रवेश कर चुकी थी, इस कारण मेरा सिलेक्शन तीसरे प्रयास के प्री में भी नहीं हुआ।
मेरा सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा और मैंने चौथे प्रयास में यूपीएससी (UPSC) को पास किया और अपने सपने को भी पूरा किया। (IAS Topper)
लगातार मिली असफलताओं के बावजूद भी जिस तरह सेल्फ कॉन्फिडेंस बनाने में तृप्ति के पति ने उनका सहयोग किया, इसके लिए The Logically उनकी सराहना करता है। साथ ही आईएएस ऑफिसर बनकर अपने सपनों को उड़ान देने के लिए तृप्ति को बधाई भी देता है।