Sunday, December 10, 2023

16 फ्रैक्चर..8 सर्जरी के बाद भी नहीं डिगा हौसला, दिल्ली की झुग्गी में रहने वाली उम्मुल खेर बनी आईएएस: प्रेरणादायी कहानी

जीवन में कठिनाइयां आती रहती हैं, लेकिन जीवन में आने वाली कठिनाइयों से निराश होकर नहीं बैठना चाहिए बल्कि उसका सामना करने के लिए हमेशा डटे रहना चाहिए।

मनुष्य के अंदर दृढ़ निश्चय और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो सफलता कदम जरुर चूमती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है राजस्थान की रहने वाली उम्मूल खेर (Ummul Kher) ने। उन्होंने विकलांगता को मात देकर IAS बनकर सभी के लिए प्रेरणा की नई मिसाल पेश कर दी है।

Success story of becoming an IAS officer Ummul Kher

उम्मूल खेर का परिचय

उम्मूल का जन्म राजस्थान (Rajasthan) के पाली मारवाड़ में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके तीन भाई-बहन थे। उम्मूल के पिता फेरी लगा कमाई करते थे, लेकिन आमदनी इतनी अच्छी नहीं थी कि परिवार का अच्छी तरह से भरण-पोषण किया जा सके। पांच साल के उम्र में उनका परिवार दिल्ली आ गया। एक वक्त ऐसा था, जब उनका परिवार दिल्ली के एक झुग्गी बस्ती में रहा करता था, जिसे सरकार के आदेश पर तोड़ दिया गया था। उसके बाद उम्मूल का परिवार त्रिलोकपुरी में किराए के एक मकान में रहने लगा।

Success story of becoming an IAS officer Ummul Kher

16 फ्रैक्चर होने के बाद भी लिया UPSC की तैयारी करने का फैसला

उम्मूल (Ummul) ऑस्टियो जेनेसिस जैसी बिमारी से ग्रसित थी, जिससे शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। उम्मूल खेर ने 16 फ्रैक्चर और 8 सर्जरी होने के बावजूद भी UPSC की तैयारी करने का फैसला किया। उम्मूल के लिए UPSC का सफर इतना सरल नहीं था, क्योंकि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय थी। उन्होंने बहुत छोटी उम्र से ही ट्यूशन पढ़ाना शुरु किया था, जिससे उनके घर के भोजन का इंतजाम होता था।

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उम्मूल की शिक्षा

उन्होंने अर्वाचीन स्कूल से वर्ष 2008 में 12 वीं पास करने के बाद मनोवैज्ञान से स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वर्ष 2011 में स्नातक करने के बाद उम्मूल ने जेएनयू के इन्टरनेशनल स्कूल से एमए किया और एमफिल/ Ph.d करने के लिए दाखिला ले लिया।

वर्ष 2012 में उनके साथ एक हादसा हो गया, जिससे वे व्हीलचेयर पर आ गई। वे एक इंटरव्यू के दौरान बताती हैं कि उनका 16 फ्रैक्चर हो चुका है, जिसके कारण 8 बार सर्जरी भी हुई है।

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उम्मूल का संदेश

जीवन की तमाम कठिनाइयों का सामना करते हुए उम्मूल ने UPSC में 420वीं रैंक हासिल कर आखिरकार लक्ष्य तक पहुंच ही गईं। उम्मूल खेर (Ummul Kher) ने एक इंटरव्यू में बताया कि जीवन का कोई भी क्षेत्र हो, उसके प्रति आप अपना पूरा डेडीकेशन रखें। यह कतई जरुरी नहीं है कि आप गरीब हैं, तो आपके सपने भी गरीब होंगे। ईमानदारी के साथ सपने को पाने की कोशिश करनी चाहिए। एक दिन ऐसा जरुर आयेगा जब आपके सपने पूरे होंगे।

The Logically उम्मूल खेर के जज्बे और दृढ़ निश्चय की भूरि-भूरि प्रसंशा करता है।