कहते हैं- “कोई भी देश यश के शिखर पर तब तक नहीं पहुंच सकता जब तक उसकी महिलाएं कंधे से कन्धा मिला कर ना चलें।” आज हम ऐसे ही के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने समाज से लड़ते हुए अपनी एक ठोस पहचान बनाई, उनका नाम है – सीमा प्रभात।
कौन हैं सीमा प्रभात(Seema Prabhat)
सीमा बिहार की राजधानी पटना(Patna)की रहने वाली हैं। एक सफल बिज़नेस वोमेन के साथ साथ एक कुशल गृहणी और एक सुपर मॉम भी हैं। सीमा का बचपन बिहार के ज़िला, छपरा में गुज़रा। उनकी शादी 2003 में पटना के एक व्यव्सायी बिनोद कुमार प्रभात से हुई। सीमा शुरू से ही अपनी पहचान बनाना चाहती थी, लेकिन बच्चों और घर की वजह से पूरा वक़्त नही मिल पाता था।
माता-पिता के संस्कारों को मानती हैं बुनियाद
सीमा(Seema Prabhat) के पिता एक सरकारी अकाउंटेंट रह चुके हैं, और माँ गृहणी। सीमा मानती हैं कि समय का सदुपयोग और अनुशासन उन्होंने अपने पिता से ही सीखा है। उनकी दी हुई शिक्षा को वो अपने सफलता का आधार मानती हैं।
बच्चों को कराया एक्टिविटी सेन्टर में एडमिशन, वही से शुरू हुआ ज़िन्दगी का दूसरा पड़ाव
सीमा अपने बच्चों को सभी हुनर में आगे देखना चाहती थी, इसी क्रम में सबसे पहले उनको एक डांस क्लास में ले गयी। उसी डांस क्लास के मदर्स स्पेशल फंक्शन में उन्होंने डांस किया। आपको बता दे कि वो एक बेहतरीन डांसर शुरू से ही रही हैं।
DID SUPER MOMS तक पहुँची
सीमा आगे सीखती रही और फिर एक ऐसा दिन आया जब डांस इंडिया डांस के मंच पर पटना से मात्र दो महिलाओं का चयन हुआ, जिसमे सीमा एक थीं।
हालांकि बिहार में इन सब की ज्यादा अहमियत न होने के कारण, और घर से भी सहयोग न मिलने के कारण वो चयनित होने के बाबजूद फाइनल ऑडिशन में नही जा पाई।
नहीं टूटने दिया हिम्मत, ठान ली कुछ बड़ा करने की, तभी नीव रखा ‘Essence Dance Academy’ का
कुछ सालों में सीमा ने ने अपना एक डांस क्लास खोला। पहले तो ये पार्टनरशिप पे था, लेकिन जरूरत पड़ने पर सीमा ने अकेले सम्हाला तब से आजतक उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा। जोर तोर से मेहनत कर लोगो को जोड़ा, उनका विश्वास जीता। फिर क्या था, आज सबके दिलों पे करती हैं राज।
2015 से 2020 तक का तय किया सफर, 5 बच्चों से शुरू क्लास, आज गुलज़ार रहता है 200 से
जब सीमा ने क्लास शुरू किया था तो मात्र कुछ ही स्टूडेंट्स आते थे, लेकिन आज 200 से ज्यादा बच्चें यहाँ से अलग अलग तालीम ले रहे हैं। इनके क्लास में अब योगा, डांस, कराटे, पेन्टिंग्स, स्केटिंग, गिटार, स्विमिंग, वोकल, जुम्बा और भी बहुत कुछ सिखाये जाते हैं। ये अपने सेन्टर को अपना दूसरा घर मानती हैं और इनमे आने वाले हर एक स्टूडेंट्स को अपना दूसरा परिवार।
नही करती किसी से खुद की, और खुद के काम की तुलना
सीमा बताती हैं कि वो कभी किसी से तुलना नही करती। उनका मानना है कि यदि आप अपने काम के प्रति समर्पित और मेहनती होंगे तो दुनिया की कोई सकती आपको बढ़ने से नही रोक सकती है। आप अपने आस पास स्नेह बना के रखे, लोगो को प्रेम देंगे तो आपको किसी भी हालत में प्रेम ही मिलेगा।
बच्चों की हैं रोले मॉडल
सीमा के दो बच्चे हैं- नंदिनी प्रभात और तनु श्री प्रभात। उनके बच्चे बताते हैं कि लाख काम होने के बावजूद, उन्हें कभी ऐसा महसूस नही हुआ कि उनकी माँ उनको समय नही दे पा रही हैं। वो बताते हैं कि- जब माँ क्लास होती हैं तो 10 बार फ़ोन करती हैं, और घर आते ही उनके सामने बच्चा बनकर खेलती हैं।
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पति ने भी किया सपोर्ट
सीमा के पति ने भी उनके उतार चढ़ाव वाले दिनों उनका खूब साथ दिया। कभी कभी साथ जाते और जो जरूरत लगता उसे खुद वहाँ ठीक करते। क्लास को बढ़ाने का सुझाव भी देते रहते हैं और अपनी पत्नी की काबिलियत पर गर्व करते हैं।
बच्चों से लेकर वृद्ध लोग आते हैं यहाँ
जैसा कि सीमा ने सबकुछ सीखाना शुरू कर दिया। उसके लिए वो बहुत से शिक्षक को भी रखी हैं। जहां बच्चे पेंटिंग, कराटे, डांस आदि सीखने आते हैं वही हर उम्र की महिलाये भी डांस, योगा, एरोबिक्स आदि सीखने को आती हैं। खास बात तो ये है कि सबका सीमा के प्रति झुकाव अद्भुत होता है।
गरीब बच्चों को भी देती हैं शिक्षा- सीमा गरीब बच्चों के लिए भी क्लास दिलवाती हैं, उन्हें लगता है कि यदि आपके छोटे सहयोग से किसी की ज़िंदगी बदल सकती है तो वो काम जरूर करें। सीमा कहती हैं कि दुआएं हमेशा काम आती हैं। नेकी करते जाइये, फल ऊपर वाला देते जाता है।
आज कमा रही हैं महीने में 1 लाख से ज्यादा रुपये
The Logically से बात करते समय सीमा प्रभात(Seema Prabhat) ने बताया कि,जब वह इस काम की शुरुआत की थी तो उन्हें पता नही था कि कभी वो एक जानी मानी व्यव्सायी बन जाएंगी। पहले तो घर से ही निवेश कर काम को आगे बढ़ाया और फिर धीरे धीरे लोगो के विश्वास और सहयोग ने उन्हें आगे बढ़ाया। आज उनकी आमदनी लगभग 1 लाख रुपये है। और वो लगातार काम को आगे बढ़ा रही हैं।
लॉकडाउन में चलाया ऑनलाइन क्लास, वो भी रहा कामगार
जैसा कि हम सब ने बहुत बुरा वक्त देखा, इस कोरोना महामारी में। सभी जगह आर्थिक तंगी थी। इसी में सीमा ने बढ़ चढ़कर अपने ऑनलाइन सारे क्लासेज को चलवाया। लोगो ने पेंटिंग, डांस, कराटे आदि सभी चीज़े ऑनलाइन सीखी, और जुड़े रहे।
सीमा अपने आप को बहुत भाग्यशाली मानती हैं कि उनके सम्पर्क के सभी लोग इतने सहयोगी हैं।
सीमा के एक्टिविटी सेन्टर से जुड़ने के लिए आप सम्पर्क कर सकते हैं- 7677783870
The Logically के लिए इस कहानी को अंजली ने लिखा है। अंजली बिहार की रहने वाली हैं और अभी सिविल सर्विसेज की तैयारी करती हैं, इसके साथ ही वह Social Heroes के कहानी को अपने शब्दों से पंख देने की कोशिश करती हैं।