हमारे पूर्वज हमें बताया करते थे कि हमारे जमाने में लोग 100 साल तक जिंदा रखते थे। इस वाक्ये पर हमें विश्वास नहीं होता था कि भला इतनी लम्बी आयु तक जीना कैसे संभव हो सकता है?
आज के युग में अधिक तेल मसाले एवं केमिकल द्वारा उत्पादित भोजन के कारण लोगों की आयु बहुत कम हो चुकी है।
हालांकि एक ऐसे शख़्स हैं, जो इस युग में भी 125 साल के होने के बावजूद भी स्वस्थ हैं। आइये जानते हैं, उनके इतनी लंबी उम्र तक जीने का राज़।
स्वामी शिवानंद (Swami Sivananda) बनारस (Varanasi) से सम्बन्ध रखते हैं। उनकी उम्र 125 वर्ष हो चुकी है मगर वह अभी भी स्वस्थ हैं। उनके शिष्यों का यह मानना है कि वह विश्व के एक ऐसे बुजुर्ग व्यक्ति हैं, जो इतनी लंबी अवधि तक जीवित हैं, और पूर्ण रूप से स्वस्थ भी हैं (125 Year Old Person). उनके शिष्यों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एप्लिकेशन डाला है, ताकि उनका नाम वहां दर्ज हो। उनके आधार कार्ड और पासपोर्ट पर उनका डेट ऑफ बर्थ 8 अगस्त 1896 है, जिसके अनुसार वह 125 वर्ष के हैं।
बेहद अनोखी है दिनचर्या
स्वामी शिवानंद (Swami Shivananda) इस उम्र के पड़ाव में भी स्वस्थ हैं। इसका कारण उन्होंने बताया कि “मैं प्रतिदिन 3 बजे सुबह उठ जाता हूं और रात 9 बजे तक सो जाता हूं।” स्वामी शिवानंद (Swami Shivananda) शांत रहते हैं और प्रतिदिन योग भी करते हैं (125 Year Old Person). वह खाने में तला हुआ भोजन नहीं लेते बल्कि उबले हुए खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं। उनके डेली रूटीन के नाश्ते में लाई चुरा, वही लंच टाइम में दाल रोटी और रात में डिनर के वक़्त दाल रोटी के साथ उबली हुई सब्जी शामिल होती है।
स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है उबला हुए खाद्य पदार्थ का सेवन
स्वामी शिवानंद (Swami Shivananda) ने बताया कि अगर आपको अपने शरीर को स्वस्थ रखना है तो उबला हुआ खाना खाएं (125 Year Old Person). हम खाने में जितनी कम मात्रा में नमक और चीनी का उपयोग करेंगे उतना ही हमारे शरीर के लिए लाभदायक होगा। स्वामी जी के एक शिष्य ने यह जानकारी दिया कि उनके माता-पिता ने गरीबी के वजह से उन्हें बचपन में साधु को दे दिया, तब से स्वामी जी यही जीवन जीतें हैं। स्वामी शिवानंद (Swami Shivananda) कभी दूध नहीं पीते, क्योंकि वह कहते हैं कि ऐसे विश्व में बहुत बच्चे हैं, जिन्हें यह सुख उपलब्ध नहीं तो हम भी नहीं पी सकते।
हम सब को अब इस बात का इंतज़ार है कि स्वामी शिवानंद (Swami Shivananda) को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में स्थान मिलता है, या नहीं।