Wednesday, December 13, 2023

4-5 पौधों से की थी शुरूआत, आज अपने घर की छत पर प्रतिदिन उगाती हैं 5 किग्रा. सब्जियां

दिल्ली जैसे शहर का नाम सुनते ही हमारे जेहन में एक ही ख्याल आता है, वहां तो प्रदूषण हीं प्रदूषण है। अगर प्रदूषण कम करना है तो इसके लिए हमें पर्यावरण का संरक्षण करना अति आवश्यक है। हलांकि अधिकतर लोग हरियाली की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और वे अपने घर में जहां भी स्थान मिल रहा वहीं पौधों को लगा रहे हैं। ताकि पर्यावरण का संरक्षण हो, घर की शोभा बढ़े एवं उन्हें अपने खाने योग्य शुद्ध उत्पाद भी प्राप्त हो।

आज की हमारी यह कहानी दिल्ली (Delhi) से ताल्लुक रखने वाली गृहणी सुमती चेलिया (Sumati Chelia) की है। उन्होंने अपने टैरेस गार्डन में अन्य प्रकार के पौधे लगाए हैं। उनके टैरेस गार्डन से उन्हें प्रतिदिन 5 किलोग्राम सब्जियां प्राप्त होती है।

उगाती हैं फल, सब्जियां और औषधियां

वह अपने 3000 वर्ग फुट बगीचे में लगभग 100 प्रकार की फूल, औषधीय पौधे, जैविक फल और सब्जियां उगा रही है। उनका बगीचा बहुत ही हरा-भरा है और यह जैव विविधता का प्रमाण दे रहा है। सुमति का मूल प्रांत तमिलनाडु है परंतु वह दिल्ली की निवासी बन गई है। वह अपने पति के साथ वर्ष 2004 में यह दिल्ली आई। उनके पति का नाम चेलायह सेलामुथु है और वह नई दिल्ली नगर निगम के बागवानी डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

Terrace gardening by Sumati Cheliya

प्रदूषण का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव

सुमति ने यह बताया कि जब मेरी तबीयत खराब हुई तो डॉक्टर ने कहा कि घर के अंदर ही रहिए। सर्दियों में आपको प्रदूषण से ज्यादा प्रॉब्लम है जिससे आपको एलर्जी है। आप ऐसी जगह पर रहिए जहां आपको शुद्ध हवा मिले एवं आप हरियाली का अनुभव कर सकें। साथ ही आप जैविक सब्जियों को अपने रुटीन में शामिल करें, ताकि आप स्वस्थ रह सकें। तब उन्होंने दवा लेना प्रारंभ किया और अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

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पहले प्रयास में मिली सफलता

जब वह वर्ष 2014 में चेन्नई गई तो उनकी मुलाकात बागवानी विशेषज्ञों से हुई। विशेषज्ञों ने उन्हें यह सजेशन दिया कि आप छत पर पौधों को लगाइए। फिर उन्होंने टैरेस गार्डन के बारे में दौरा किया और इसे प्रारंभ करने का निश्चय किया। अब सुमति ने अपने छत पर बैगन पालक और टमाटर आदि लगाएं। शुरुआती दौर में ही उन्हें सफलता मिली और उनका मनोबल बढ़ा। उनके गार्डन में उन्हें प्रतिदिन 5 किलोग्राम सब्जी प्राप्त होती है। उनके पति बताते हैं कि भले ही मैं बागानी विशेषज्ञ क्षेत्र में कार्यरत हूं, परंतु मेरी पत्नी इसमें कुछ-ना-कुछ ऐसी कार्य करती है जिसे देखकर मैं दंग रह जाता हूं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

Terrace gardening by Sumati Cheliya

उगाया है अन्य प्रकार के पौधें

वह अपने गार्डन में पुदीना, पालक, सरसों, चुकंदर, लाल गोभी, तरबूज, खरबूज, काला बासा, लेमनग्रास, संतरा, अमरुद, पुदीना, केला, स्नेक गार्ड, अजवाइन, चुकंदर, सरसों, कद्दू, मक्का, गाजर, मोगरा, चमेली, स्ट्रौबरी एवं अन्य प्रकार के पौधों को लगाई है। इतना ही नहीं उन्होंने गोंगुरा, लेट्यूस,लोलो रोसा, रबड़, रोजमेरी आदि भी यहां उगा रखे हैं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

Terrace gardening by Sumati Cheliya

अपनाया है मल्टी लेयर

दिल्ली में गर्मी की समस्या से हर कोई परेशान रहता है। इसीलिए उन्होंने मल्टी लेयर पद्धति को अपनाकर पौधों को उगाने का निश्चय किया। उन्होंने एक गमले में 2 से अधिक पौधों को लगाया और इनका ध्यान रखा। उन्होंने बताया कि मल्टीलेयर पद्धति को अपनाकर पौधों को उगाने के बहुत से लाभ है। वह अपने एक गमले में मक्का एवं पत्तेदार सब्जियां को उगाती हैं। मक्के की ऊंचाई से उनके साग को पर्याप्त छाया मिलती है, जिससे उसका ग्रोथ होता है। उन्होंने यह भी बताया कि बीच बैगन एवं धनिया को एक साथ लगया है और वह अच्छे ग्रोथ भी करते हैं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

Terrace gardening by Sumati Cheliya

जैव उर्वरक का करती हैं निर्माण

अपने बगीचे में पौधों को उगाने के लिए वह प्लास्टिक टेकअवे कंटेनर, बक्से, थर्मोकोल प्लास्टर का उपयोग करती है। वही रसोई की कचरे से वह उर्वरक का निर्माण करती है। उनके द्वारा निर्मित जैव उर्वरक काफी फायदेमंद होते हैं और इसे पौधों का ग्रोथ अच्छी तरह होता है। इससे मिट्टी की भी उर्वरा शक्ति बढ़ती है एवं यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia

पौधों को कीट से दूर रखने के लिए वह उसमें मछली के कांटे, नीम का तेल, फॉर्मेटेड दही एवं गोबर का इस्तेमाल करती है। साथ ही स्टिकी कार्ड का भी उपयोग पौधों से कीटों को हटाने के लिए किया जाता। अपने बागवानी में गेंदा एवं चमेली इसलिए लगाया था कि यहां मधुमक्खी आय एवं कीटों का रिप्लेसमेंट हो। उनके बगीचे में आज सैकड़ों पौधे हैं और यह एक खूबसूरत बगीचा बन चुका है। इस इस बगीचे से उनके परिवार को बेहद लाभ है उन्हें खाने के तौर पर जैव उर्वरक द्वारा फल और सब्जियां मिलती है। वही गर्मी से भी राहत मिलती है सबसे अच्छी और बेहतरीन बात यह है कि सुमति को जो एलर्जी की समस्या थी वह खत्म हो चुकी है। -Terrace Gardening From Delhi by Sumati Chelia