आंवला में कई चमत्कारिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद गुणकारी हैं। यह न सिर्फ हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है बल्कि कई बीमारियों को जड़ से भी खत्म करता है। इसमें विटामिन C, विटामिन AB कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, कैलशियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड पाए जाते हैं, जो हर मौसम में लाभदायक होते हैं। यह आंख, बाल से लेकर त्वचा तक के लिए फायदेमंद हैं। आंवले का कई प्रकार से इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे- अचार, जूस, पाउडर और कैंडी आदि।
घर की छत पर गमले में भी लगा सकते हैं आंवले का पेड़
भारत में आंवले की खेती बड़े पैमाने पर होती है फिर भी अपनी जरूरत के लिए लोग इसे अपने घरों में लगाते हैं। आंवले का पेड़ काफी बड़ा होता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि इसके लिए बड़ी और खुली जगह ही चाहिए। आप इसे आसानी से अपने घर की छत पर गमले में भी लगा सकते हैं। इसका उदाहरण उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके की रहने वाली संगीता श्रीवास्तव (Sangeeta Srivastav) हैं, जो पिछले कई सालों से अपने छत पर बागवानी कर रही हैं।
कटिंग से लगाए पौधे
संगीता के अनुसार आंवला इतना गुणकारी है कि हर घर में इसका पेड़ होना चाहिए। आंवले के पेड़ पर फल आने में समय लगता है, लेकिन यह बहुत लाभकारी है। संगीता बताती हैं कि आंवला का पौधा घर पर कैसे लगाना चाहिए तथा उसकी देखभाल कैसे करनी चाहिए? लोगों के लिए यह बड़ा सवाल रहता है कि बीज से पौधा लगाएं या कटिंग से? इसके जवाब में संगीता बताती हैं कि आंवले का पौधा अगर बीज से लगाया जाए तो, इसे पनपने तथा बड़ा होने में काफी वक़्त लगता है इसलिए इसे कटिंग से लगाना ही एक बेहतर विकल्प है।
नर्सरी से ले सकते हैं ग्राफ्टिंग से तैयार आंवले का पौधा
आपका कटिंग वाला पौधा ग्राफ्टिंग वाली करनी चाहिए। अगर आपको ग्राफ्टिंग का अनुभव नहीं है, तो किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सलाह ले सकते हैं। इसके अलावा आप नर्सरी से ग्राफ्टिंग से तैयार आंवले का पौधा आसानी से ले सकते है। आंवले के पौधे के लिए खेत की मिट्टी या काली मिट्टी सबसे ज़्यादा उपयुक्त होती है, लेकिन इसमें ध्यान रखे कि रेत/बालू की मात्रा बहुत कम हो। – tips to grow amla plant at home
इस तरह बनाए आंवले के पौधे के लिए पॉटिंग मिक्स
संगीता के मुताबिक आंवले के पौधे के लिए अच्छा पॉटिंग मिक्स तैयार करने के लिए आप 50% खेत की मिट्टी, 20% गोबर की खाद, 20% वर्मीकंपोस्ट या घर की बनाई खाद और 10% अन्य पोषक तत्व जैसे एनपीके (NPK) या नीमखली आदि मिला सकते हैं।- tips to grow amla plant at home
यह भी पढ़ें :- इन आसान तरीकों से घर की छत पर उगाएं सब्जियां, बस रखना होगा इन बातों का ध्यान
मिट्टी के गमले में लगाए पौधा
आंवले के पौधे को लगाने के लिए आप मिट्टी का बड़ा और गहरा गमला ले। इससे पौधे के जड़ों को फैलने के लिए अच्छी जगह मिलेगी तथा पौधे के चारों ओर की मिट्टी को खुरपी से ऊपर-नीचे करने की भी जगह मिल पाएगी। गमले में पॉटिंग मिक्स भरके आंवले के पौधे को लगाएं।
मिट्टी में नमी बनाए रखने
पौधा लगाने के बाद उसमें अच्छे से पानी दे और बाद में मिट्टी सूखने पर नमी बनाए रखने के लिए उसमें पानी दें। पेड़-पौधों को लगाने के लिए बारिश का मौसम सबसे अच्छा माना गया है, परंतु संगीता ने आंवले का पौधा मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में लगाया था। इस समय न तो बहुत सर्दी होती है और न ही बहुत ज़्यादा गर्मी। पौधे को ज्यादा धूप में ना रखे तथा नियमित रूप से उसमें पानी डालते रहे।- tips to grow amla plant at home
पौधे को छांव में रखे तथा उसमें पानी देते रहे
आमतौर पर आंवले के पौधे को खुली जगह और अच्छी धूप की जरुरत होती है, परंतु ज्यादा गर्मी में पौधे को छांव में रखना चाहिए तथा समय-समय पर उसमे पानी देते रहे। संगीता बताती हैं कि आंवले के पौधे को आप जितना खाद और पोषण देंगे वह उतना ही अच्छे से बढ़ेगा। खाद के घोल को 2-3 दिन तक रखा रहने दें, और बीच-बीच में किसी चीज़ से हिलाते रहें और पौधे में पानी देते समय आप इस घोल को पानी में मिलाकर पौधे में दे। साथ ही आप इसमें हर हफ्ते वर्मीकम्पोस्ट या घर में जैविक कचरे से बनी खाद डालते रहे। – tips to grow amla plant at home
कीड़ो से बचाने के लिए करें मिश्रण तैयार
आंवले के पौधे में कीड़े लगने की संभावना बहुत ज्यादा होती है इसलिए शुरू से ही सावधानी बरतें। नीम की पत्तियां और हल्दी मिलाकर मिश्रण तैयार करे। इस घोल का आप नियमित रूप से पौधे पर स्प्रे करते रहे। इससे आपका पौधा सभी प्रकार के कीड़ों से दूर रहेगा। संगीता के अनुसार अच्छे से देखभाल करने पर आंवले का पौधा अच्छे से पनपता है।- tips to grow amla plant at home
जोड़ी में लगाएं आंवले का पेड़
आपको बता दे कि आंवले के पौधे में फल आने में लगभग 5 साल का समय लगता है। इस बात का पूरा ख्याल रखे कि जब भी आंवला लगाएं तो जोड़ी में लगाएं। इससे पौधों पर फल आने की सम्भावना बढ़ जाती है। अगर आप सिर्फ एक पेड़ लगाते हैं, तो उसमें पॉलिनेशन (परागण) की संभावना कम होती है। यही वजह है कि आंवले का पेड़ जोड़े में ही लगाया जाता है। – tips to grow amla plant at home