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जापान की सड़कों पर लगा ट्रांसपेरेंट टॉयलेट, लोग हैरान हो गए आखिर इस्तेमाल कैसे करें

सवाल है तो थोड़ा हास्यास्पद लेकिन इसके पीछे एक गूढ़ वास्तविकता भी छिपी है। सवाल ये हैं कि अगर आप घंटों अपने घर से दूर बाहर मार्किट में या सड़कों पर घूम रहे हों और अचानक ही आपको टॉयलेट की ज़रुरत महसूस होने लगे तो आप क्या करेंगें? बेशक ही आपका जवाब ये होगा कि – जनाब इसमें चिंता की कोई बात नही है, सड़कों पर कई सुलभ शौचालयों की व्यवस्था होती है। जहां आप छोटी से कीमत चुका कर टॉयलेट जाने की अपनी आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपको बाहर टॉयलेट मुहैया तो हो जाये लेकिन उसकी दीवारें पारदर्श हों तो आपका जवाब या रिएक्शन कैसा होगा। बेशक ही आप सोच में पड़ जाएंगे कि शंका समाधान के लिए जगह मिली भी लेकिन इसका क्या फायदा जहां बाहर से लोग आपकी हर क्रिया को देख लें।

Tokyo transparent public toilets made people afraid

दरअसल इन सभी सवाल-जवाबों के पीछे का कारण दिन-प्रतिदिन विकसित हो रही जापान(Japan) की टैक्नोलॉजी है। बुलेट ट्रेन से लेकर टैक्नीकल लैब्स ऐसा कोई क्षेत्र नही जहां जापान की टैक्नोलॉजी को बाकी देश नमन न करते हों। इसी श्रृंखला में वर्तमान में जापान ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे देखकर सब हैरान व परेशान हैं। दरअसल, जापान के शहर टोक्यो की सड़कों पर ऐसे टॉयलेट्स का निर्माण किया गया है जो कि ट्रांसपेरेंट(Transparent Toilets) है जिसे देखकर वहां कि जनता बेहद हैरानी में है कि अब अंदर जायें तो कैसे जायें।

क्या है पूरा मामला

अपनी टैक्नोलॉजी के आधार पर जापान ने इस बार अपने शहर टोक्यो(Tokyo) में एक ऐसा पब्लिक टॉयलेट बनाया है जिसे देखने के बाद लोग यही बोल रहे हैं कि – ‘आखिर ये क्या बना दिया’ दरअसल यह एक ट्रांसपेरेंट टॉयलेट है। अब बीच सड़क पर लघु या दीर्घ शंका से घिरे लोग इस असमंजस में हैं कि इसको यूज़ कैसे करें क्योंकि पारर्दशी दीवारों के कारण इस टॉयलेट में कोई प्राइवेसी नही रह जाती।

ट्रिक और सेंसर बेस्ड टैक्नोलॉजी का कॉम्बिनेशन है यह जापानी टॉयलेट

इसमें कोई दो राय नही कि एकबारगी इस टॉलेट की दीवारों की पारर्दशिता लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। लेकिन, सच यह है कि इसमें एक ऐसी ट्रिक का इस्तेमाल है जिसके कारण बाहर सड़क पर आने-जाने वाले लोग आपको नही देख पाएंगे। क्योंकि यह टॉयलेट पूरी तरह से सेंसर बेस्ड(Sensor Based Technology) मॉर्डन टैक्नोलॉजी पर आधारित है। जिसकी वजह से इसके अंदर प्रवेश करते ही सब कुछ बदल जाता है और दीवारों की ट्रांसपेरेंसी पूरी तरह से ख़त्म हो जाती है। इस टॉयलेट की दीवारों से हरे, नीले और नारंगी रंगों की एक चमकदार ग्लो दिखाई देती है।

भीतर से टॉयलेट बंद करते ही ख़त्म हो जाती है पारदर्शिता

The Nippon Foundation के डायरेक्टर काना साजी(Kana Saji) के मुताबिक – “इस टॉयलेट की बाहरी दीवारों में कांच की एक परत है जो विधुत प्रवाह के दौरान तो स्पष्ट रहती है, लेकिन जैसे ही आप टॉयलेट के भीतर जाकर दरवाज़ा बंद करते हैं तो यह विधुत करंट कट जाता है और एक विशेष प्रकार का फिल्म ग्लास दीवारों को ओपेक यानि अपारदर्शी बना देता है, जिससे टॉयलेट यूज़ करने वाला इंसान बाहर सड़क पर चल रहे लोगों व यातायात को दिखाई नही देता”

जापानी आर्किटेक्ट शिगेरु बान द्वारा डिज़ायन किया गया है ये टॉयलेट

जापान का यह ट्रांसपेरेंट टॉयलेट कई अवार्ड्स से सम्मानित हो चुके आर्किटेक्ट शिगेरु बान(Shigeru Ban) ने ‘द निप्पन फॉउंडेशन’ (The Nippon Foundation) द्वारा आयोजित एक प्रोजेक्ट के लिए डिज़ायन किया है। बता दें कि शहर के कुल 17 टॉयलेट्स को इसी फॉर्मेट में तैयार किया गया है। इस प्रकार के टॉयलेट बनाने का खास मकसद यही था कि इन्हे किसी भी जाति, वर्ग या लिंग को अनदेखा करते हुए सुलभ बनाया जाये।

टॉयलेट की शेयर की गई तस्वीरों पर आ रहे मज़ेदार कमेंट्स

सोशल मीडिया पर इस टॉयलेट की तस्वीरों को देख लोग रिप्लाई करते हुए कह रहे हैं कि- “बिल्कुल भी रिस्क नही लेने का रे बाबा”

अर्चना झा दिल्ली की रहने वाली हैं, पत्रकारिता में रुचि होने के कारण अर्चना जामिया यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं और अब पत्रकारिता में अपनी हुनर आज़मा रही हैं। पत्रकारिता के अलावा अर्चना को ब्लॉगिंग और डॉक्यूमेंट्री में भी खास रुचि है, जिसके लिए वह अलग अलग प्रोजेक्ट पर काम करती रहती हैं।

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