हमारे समाज में लोग किन्नरों को अलग ही नज़रिए से देखते हैं। अक्सर लोगों के घर मांगलिक कार्यक्रम, शिशु के जन्म व अन्य अवसरों पर किन्नरों को देखा जाता है जहां पर वे लोग बधाई गाने आते हैं। ऐसे में कुछ ऐसे भी किन्नर हैं जो इन पारंपरिक कार्यों से अलग हटकर कुछ ऐसा कर दिखाते हैं जो प्रेरणा बन जाता है।
आज हम आपको एक ऐसी हीं किन्नर की कहानी बताएंगे जिन्होंने अपने ज्यादातर वक़्त तो लोगों के घर नाचने गाने एवं बधाई मांगते नही गुजारा परन्तु उन्होंने इससे कुछ अलग करने का निश्चय किया। उन्होंने अपने गहने बेचे एवं कर्ज लिया ताकि वह व्यवसाय शुरू कर सकें। उन्होंने कड़कनाथ मुर्गी फार्म खोला है ताकि व्यापार प्रारंभ कर सकें। उनका मानना है कि अगर मुझे इसमें सफलता हासिल हुई तो मेरी बिरादरी के अन्य लोग भी व्यापार शुरू कर लोगों के सामने हाथ फैलाना छोड़ देंगे।
किन्नर दिवेन्द्र सिंह मोहिनी ने शुरू किया व्यवसाय
किन्नर मोहिनी ( Divendra Singh Mohini) अब लोगों के साथ सामने बहुत कम हाथ फैलाती हैं क्योंकि उनका हाथ मुर्गियों के दाने देने के काम अधिक आता है। वह अपना ज्यादातर वक्त अपने मुर्गी फार्म में ही व्यतीत करती हैं। उन्होंने पिछले वर्ष ही मुर्गी फॉर्म खोला था और वह चाहती है कि मैं इस कार्य में सफल हो जाऊं। ताकि मेरे समाज के अन्य लोग भी बिजनेस की तरफ रुख मोड़ सकें। वह कहती हैं कि हमारे बिरादरी वालों का अधिकतर वक़्त लोगों के सामने हाथ फैलाने और नाच-गान करते हुए एवं बधाई मांगने में ही व्यतीत हो जाता है। -Transgender Mohini started poultry farming business
मात्र 10 मुर्गियों से कार्य की शुरुआत
वह कहती हैं कि ऐसा भी हो सकता है कि मुझे देखकर अन्य बहनों को प्रेरणा मिले और वह अपना कार्य शुरू कर सकें। उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में स्थित भिठौरा गांव में उन्होंने आम के बाग में टीन सेड गिराकर तिरपाल के सहारे कड़कनाथ मुर्गी फार्म प्रारंभ किया है। उन्होंने मात्र 10 मुर्गियों के साथ ही अपने कार्य का शुभारंभ किया था जिसमें आज लगभग 500 मुर्गियां हो चुकी है। वह कहती है मुझे हमेशा ही पशुओं से लगाव रहा है और मैं यहां आम के बगीचे में लोगों को मुर्गी पालन करते हुए देखती थी। मेरा भी मन होता था कि मैं यह कार्य करूं और फिर मैंने 10 मुर्गियों के बच्चों को लाया और उन्हें पिंजरे में रखा और आगे धीरे-धीरे मेरा यह कार्य बढ़ता चला गया और आज मेरे पास 500 के करीब मुर्गियां हो चुकी है। -Transgender Mohini started poultry farming business
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गहने गिरवी रख लिया 4 लाख रुपए का कर्ज
मुर्गी फार्म तैयार करने में उन्हें 4 लाख रुपए खर्च करना पड़ा, इसके लिए उन्होंने अपने गहने बेचे एवं कुछ रुपए खर्च भी किया। मोहिनी अपने बीते दिनों को याद करके बताती है कि मैं पहले आगरा में रहा करती थी परंतु वहां मुझे मेरे परिवार से अलग कर दिया गया एवं मेरे घर पर कब्जा कर ली गई। इसके उपरांत मैं यहां लखनऊ आ गई और यहां मुझे किन्नर गुरु ने माल देखने वाले क्षेत्र दिया। वह बताती हैं कि हमारे बिरादरी में हर किसी का क्षेत्र बांटा गया है। उन्हें अपना क्षेत्र तो मिल गया परंतु उन्हें रहने के लिए कोई भी व्यक्ति किराया पर घर नहीं दे रहा था। आखिरकार उन्हें एक घर मिला परंतु हमें डराया धमकाया जाने लगा कि तुम यहां से छोड़कर चली जाओ। मैंने लोगो की एक नहीं सुनी और आज यहां 3 वर्षों से रह रही हूं।
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सरकार द्वारा मिली योजना का नहीं मिलता हक
वह बताती है कि मैंने अपनी जिंदगी की सारी कमाई को इसी कार्य में लगा दिया है। आज भी मैं बधाइयों में जाती हूं और जो भी पैसे मिलते हैं उसे इन्हीं लोगों मे खर्च करती हूं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में किन्नर समुदाय की आबादी 487803 है। इन्हें समान्य अधिकार दिलाने हेतु वर्ष 2019 में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने विधेयक 2019 में पारित किया। इस विधेयक के अनुसार बहुत से प्रावधान मिले हैं, जैसे कि ट्रांसजेंडर व्यक्ति के साथ शैक्षणिक संस्थानों, स्वास्थ्य सेवाओं एवं रोजगार आदि स्थानों पर भेदभाव नहीं होगा। परंतु अधिकतर व्यक्तियों के सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लाभ नहीं मिलता है। वह बताती है कि इसीलिए मैंने अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू किया है। वह कहती हैं कि हम चाहते हैं कि हमें सभी समान नजरिए से देखें परंतु ऐसा होना मुमकिन है। -Transgender Mohini started poultry farming business
किन्नर होते हुए भी हैं 6 बच्चों की मां
वैसे तो मोहिनी किन्नर है परंतु वह बच्चों की मां भी है। उन्होंने दो लड़कों एवं चार लड़कियों को गोद लिया है। उन्होंने अपने दो लड़कियों की शादी भी कर दी है वर्तमान में उनके साथ 8 वर्षीय बेटा सोनू रहता है। वही उनकी दो बेटियां एवं एक बेटा उनकी बहन के पास आगरा में रहते हैं। मोहिनी बताती है कि मैं जो भी कार्य कर रही हूं अपने बच्चों के लिए ही कर रही हूं ताकि उनका जीवन खुशहाल व्यतीत हो। मोहिनी के ग्रुप में 7 लोग हैं और वह उन सब की गुरु है। मोहिनी बताती है कि मेरे इस कार्य में मेरा बखूबी सहयोग दिया गया है। -Transgender Mohini started poultry farming business
लिया है इसकी ट्रेनिंग
केंद्रीय उपोषण बगवानी संस्थान लखनऊ के फार्मर फर्स्ट परियोजना द्वारा मलिहाबाद के आम बागों में कई लोगों ने कैरी अशील, कैरी देवेंद्र कैरी निर्भीक एवं कड़कनाथ जैसे देसी किस्मों की मुर्गी पालन प्रारंभ की थी और आज यहां अधिकतर किसान मुर्गी पालन कर रहे। मोहिनी ने भी यही से भी ट्रेनिंग लिया था। डॉक्टर शैलेंद्र राजन जो कि उपोषण बगवानी संस्थान के डॉक्टरेटर हैं वह बताते हैं कि आम बागवानों की आय बढ़ाने के लिए कड़कनाथ मुर्गी पालन बेहद सुविधाजनक है। यह मुर्गियां आम के बगीचे में रहती है एवं अपने खाने की व्यवस्था स्वयं ही कर लेती हैं। -Transgender Mohini started poultry farming business
इन मुर्गी पालन मे लोगों को कम लागत होती है और मुनाफ़ा ज्यादा होना लाजमी है। बस आपको अपनी मुर्गियों का ध्यान रखना है कि उन्हें किसी अन्य जानवरों से परेशानी ना हो। किन्नर मोहिनी भी इससे जुड़कर बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। हमें ये उम्मीद है कि उन्हें उनके कार्य मे सफलता मिले जिससे अन्य लोग भी इस क्षेत्र से जुड़े। -Transgender Mohini started poultry farming business