Saturday, December 9, 2023

17 सालों तक करते रहे संघर्ष, आखिरकार अपनी मंजिल को पाकर लिया दम, तुषार की जिद ने दिलाई सफलता

बहुत से लोग अपनी नाकामयाबी से हार मान कर प्रयास करना हीं छोड़ देते हैं। वह अंदर हीं अंदर पूरी तरह हार चुके होते हैं और उन्हें लगता है कि अब उनसे कुछ नहीं हो सकता। ऐसे लोगों के लिए प्रेरणा है कानपुर (Kanpur) के लाल बंगला के रहने वाले तुषार जायसवाल (Tushar Jaiswal)। तुषार को अपने जीवन में कई बार असफलता का सामना करना पड़ा, परंतु वह रुके नहीं। हर मुसीबत का सामना कर वह आज अपने सपने को सच कर लिए हैं। – Tushar Jaiswal from Kanpur, became a civil judge after 17 years of hard work.

17 सालों तक करते रहे प्रयास

तुषार कड़ी मेहनत किए, असफल हुए, फिर लड़े, फिर असफल हुए ऐसा एक या दो बार नहीं बल्कि पूरे 17 साल हुआ। 17 साल एक लंबा समय होता है, इस दौरान किसी का भी हिम्मत टूट सकती है, लेकिन तुषार प्रयास करना नहीं छोड़े। बहुत से लोगों की हिम्मत तब भी टूट जाता है, जब उनसे बार-बार लोग यह पूछते हैं कि आज कल क्या कर रहे हो? और जवाब सिर्फ यह होता है कि तैयारी कर रहा हूं।

Tushar struggled for 17 years and got success became Civil judge

तुषार अब युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके है

तुषार की कड़ी मेहनत और कभी हार ना मानने की यह जिद हीं थी कि वह आज सिविल जज बनकर उन सबके लिए प्रेरणा बने, जो कुछ बनने के लिए अपनी असफलताओं से लड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं। सन् 1997 में तुषार उन्होंने जयपुरिया स्कूल से 10वीं और 1999 में 12वीं पास किए। उसके बाद अपने शहर के ही पीपीएन कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए। – Tushar Jaiswal from Kanpur, became a civil judge after 17 years of hard work.

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कभी असफलता से हार नहीं माने

अपनी तैयारी के दौरान तुषार ने कई परीक्षाएं दी तथा कई बार वह प्री क्वालीफाई करके मेंस और फिर इंटरव्यू तक भी पहुँचे, लेकिन अंतिम पड़ाव वह पार नही कर पा रहे थे। इस दौरान बहुत से लोगों ने उन्हें दूसरे क्षेत्र में ट्राई करने को कहा, लेकिन तुषार अपने रास्ते से नहीं हटे। यहां तक कि इस बीच उन्होंने शादी भी नहीं की। उनके इस फैसले में उनके परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया।

Tushar struggled for 17 years and got success became Civil judge

वर्तमान में तुषार एक सिविल जज है

आखिर में तुषार की मेहनत रंग लाई और वह 17 साल की कड़ी मेहनत के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस-जे 2018 में चयनित हुए। वर्तमान में तुषार एक सिविल जज हैं।  एक मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले तुषार की कहानी बताती है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती इसलिए जब तक आपको आपका लक्ष्य नहीं मिल जाता प्रयास करते रहें। – Tushar Jaiswal from Kanpur, became a civil judge after 17 years of hard work.