वो कहते हैं ना कि सफलता करने वालों की कभी हार नहीं होती। जो मेहनत और लगन से किसी भी काम को करता है तो उसे सफलता जरुर हासिल होती है। ऐसे ही बिहार की दो बेटियां ने मेट्रिक की परीक्षा में पूरे राज्य में टॉप कर के अपने मां बाप का नहीं आपने राज्य का भी नाम रोशन किया है।
औरंगाबाद (Aurangabad) की रहने वाली दो सहेलियां रामायणी रॉय (Ramayani Roy) और प्रज्ञा कुमारी (Pragya Kumari) ने बिहार बोर्ड (Bihar Board) की मैट्रिक परीक्षा में पहले और तीसरे अंक हासिल करके स्टेट टॉपर बन गई है। रामायणी रॉय बिहार मेट्रिक परीक्षा में 487 अंक हासिल करके पहले स्थान पर और वही प्रज्ञा कुमारी ने 450 अंक हासिल करके तीसरे स्थान पर रही। रामायणी और प्रज्ञा दोनों एक ही स्कूल में पढ़ती थी। यह दोनों औरंगाबाद के पटेल हाई स्कूल दाउदनगर में पढ़ती थी। यह बताती है कि करोना के समय में हमारा स्कूल ज्यादातर बंद ही रहता था परंतु जब भी स्कूल खुला तब हम दोनों सहेली स्कूल चले जाते थे। फिर भी कोरोना के कारण हमलोग की पढ़ाई में काफी नुकसान हुआ। फिर हम दोनों सहेलियों ने मिलकर के विचार किया कि अगर हम दोनों मिलकर के सेल्स स्टडी करें तो हमें सफलता जरुर मिलेगी। इसके बाद हम दोनों सहेली ने एक रूटीन तैयार किया और प्रतिदिन 4 से 6 घंटे हम दोनों एक साथ सिर्फ स्टडी करने लगे।
प्रज्ञा (Pragya) बताती है कि मेरे पिता एक किसान हैं और वह अपने खेतों में मेहनत करके हमें पढ़ाया-लिखाया परंतु अब हम अपने पिता की कमाई से नहीं बल्कि आगे की पढ़ाई का खर्च हमे जो स्कॉलरशिप से मिलेगा उससे आगे की पढ़ाई करेंगे। बिहार बोर्ड कि मैट्रिक की परीक्षा में टॉप होने के बाद सरकार द्वारा जो राशि दी जाएगी उसे हम इंटर की पढ़ाई का खर्च निकाल लेंगे। और इंटर के बाद की पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए हम स्कॉलरशिप का फॉर्म भरेंगे और उसकी तैयारी करके हम स्कॉलरशिप हासिल करेंगे और आगे की पढ़ाई करेंगे।
दोनों सहेलियां अपनी कैरियर की शुरुआत अलग-अलग करना चाहती हैं। यह दोनों सहेलियां आगे चलकर के अपने अपने पसंद से जिंदगी में कुछ अलग करना चाहती है। इसके साथ-साथ इन दोनों के माता-पिता भी अपने बेटियों को काफी सपोर्ट कर रही हैं। रामायणी (Ramayani) आगे चलकर जर्नलिस्ट बनना चाहती हैं और प्रज्ञा आगे चलकर के डॉक्टर बनना चाहती हैं। परंतु उन लोगों ने अभी तक यह फैसला नहीं किए हैं कि वह आगे पढ़ाई औरंगाबाद से ही करेगी या फिर आगे की पढ़ाई करने के लिए कहीं बाहर जाएंगी।
इसके साथ-साथ बिहार बोर्ड मेट्रिक परीक्षा में सेकेंड टॉपर रहने वाली सानिया कुमारी (Saniya Kumari) हैं। यह नवादा (Nawada) के नक्सल प्रभावित इलाका रजौली बाजार के रहने वाली हैं। इन्होंने अपनी आरंभिक शिक्षा रजौली के प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय से की। सानिया अपने चार भाई बहनों में सबसे छोटी हैं। इन्होंने बिहार बोर्ड मेट्रिक परीक्षा में 486 अंक हासिल किए। सानिया के पिता उदय प्रसाद रजौली में मिठाई की दुकान चलाते हैं। सानिया कहती हैं कि हमें काफी खुद पर भरोसा था कि हम परीक्षा में काफी अच्छे नंबरों से पास करेंगे। आज हमें हमारी मेहनत का खिताब मिल गया।