कृषि को लेकर लोगों के बीच अधिक जागरूकता फैल रही है। कृषि क्षेत्र में सरकार भी हमारे कृषकों की मदद कर रही है। इंडो-इज़राइल एग्रीकल्चर परियोजना (Indo-Isreal Agriculture Project) के तहत उन्नत तकनीक के साथ केंद्र की स्थापना हुई है।
कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (B.S Yediyurappa) और कृषि कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) द्वारा इसकी आधारशिला रखी गई है। इस योजना में फल और सब्जियों के कायाकल्प, अति-उच्च घनत्व रोपण, रोपण के विभिन्न ट्रेलिंग सिस्टम, फसलों की बेहतर उपज के लिए ड्रिप सिंचाई तकनीक का उपयोग भी हुआ है। – farmers training
इसकी स्थापना कोलार (Kolar) धारवाड़ (Dharawad) और बगलाकोट (Bagalkot) में हुई है। जिसमें कोलार आम के उत्पादन, बागलकोट अनार और धारवाड़ केंद्र सब्जियों के उत्पादन पर कार्य करेगा। यहां केंद्र में आम के लिए लगभग 4 करोड़ की राशि का अनुदान मिला है। वही अनार एवं सब्जियों के लिए भी लगभग 5 और 6 करोड़ रुपए मिले हैं। – farmers training
IIAP प्रचार द्वारा हमारे देश के 8 राज्यों में उत्कृष्टता के ग्राम भी स्थापित होंगे, जो कर्नाटक कोलार बागलकोट से 10 गांव को जोड़ेगा। इन केंद्रों द्वारा कृषक समुदाय को नवीनतम नवीन इज़राइली तक पहुंचाने में मदद करेगा। जिससे किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी एवं आय भी अधिक होगा। – farmers training
इन केंद्रों में लगभग 50 हज़ार ग्राफ्ट और 25 लाख सब्जियों का उत्पादन भी होगा। यहां 20 हज़ार किसानों को यह सिखाया जाएगा कि किस तरह वे खेती से अधिक लाभ कमा सकते हैं।