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रमज़ान के महीने में 500 क्वारेंटिन मुस्लिमों को वैष्णो देवी ट्रस्ट हर रोज करा रही है सेहरी , इफ्तार

सनातन संस्कृति को मानने वाले प्राचीन काल से ही लोगों की मदद करने को अपना धर्म मानते आये हैं । देश में कोरोना के भीषण संकट में भी सनातन धर्म अपने नैतिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए लोगों की सेवा में दिन-रात लगे हैं । जाति ,धर्म , मजहब से ऊपर उठकर “माता वैष्णो देवी मंदिर” के ट्रस्ट ने मुस्लिम धर्म के लोगों के लिए रमजान के महीने में इफ्तारी देकर साम्प्रदायिक सौहार्द की एक अद्भुत मिशाल पेश किया है ।

धर्मशाला को बनाया गया क्वारंटीन सेंटर

जम्मू के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर अभी लॉकडाउन के कारण बंद है । दर्शनार्थियों के रहने के लिए जो धर्मशालाएं हैं वो सब खाली है ऐसे में मंदिर परिसर के आशीर्वाद भवन को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है । जिसमें कि 500 इस्लाम धर्म के लोगों को क्वारंटीन किया गया है । अभी रमजान का महीना चल रहा है और रमजान का महीना इस्लाम धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र महीना होता है । जिसमें लोग साथ-साथ नमाज अदा करते हैं लेकिन देश में कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन में लोग घरों के अंदर बंद हैं ।

रोजेदारों के लिए रोज सेहरी और इफ्तार तैयार कर रहा श्राइन बोर्ड

माता वैष्णो देवी मंदिर के आशीर्वाद भवन में क्वारंटीन किए गए 500 लोगों के लिए रोज खाना मंदिर के ट्रस्ट श्राइन बोर्ड की तरफ से बनाया जाता था लेकिन रमजान महीना शुरू होने पर रोजेदारों को सुबह-शाम रोजा के मुताबिक खाने की जरूरत थी तो बोर्ड ने खाने बनाने के शेड्यूल में बदलाव करते हुए रोजेदारों के मुताबिक उन्हें खाना देने लगे । इस तरह उन रोजेदारों के धर्म और उनके त्योहार का ख्याल रखते हुए श्राइन बोर्ड उनके लिए सेहरी और इफ्तारी तैयार कर रहा । सोमवार को ईद मनाई जाएगी और क्वारंटीन किए गए लोगों की ईद अच्छे से मने इसके लिए मंदिर के तरफ से विशेष प्रबंध किया जा रहा है ।

जहां एक तरफ धर्म के नाम पर साम्प्रदायिक उन्माद फैलाया जाता है वहीं माता वैष्णो देवी मंदिर के तरफ से मुस्लिम धर्म के लोगों के लिए किया गया यह कार्य देश की एकता और अखंडता को और मजबूत करता है । इस आपदा की घड़ी में किया गया यह कार्य अनेकों वर्षों तक लोगों को प्रेरित करता रहेगा ।

Shaurya is next generation youth . Involved in works like education and environment , he utilizes his leisure time. He loves to interact with change-makers and write about them through his blogs.

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