Sunday, December 10, 2023

ओड़िसा सरकार की पहल, अब रोजगार के लिए महिलाएं चला रही हैं बैटरी रिक्शा

हमारे देश में महिलाओं को हर वह हुनर सीखना पसंद है जिसे सभी व्यक्ति करते हैं। वह हर क्षेत्र में कार्य करने की चाहत रखते हैं और वे कार्यरत भी हैं। चाहे वह देश की सेवा हो, खेती-बाड़ी हो या फिर कोई नौकरी कर अपने घर का कार्यभार संभालना हो। महिलाएं हर संभव कोशिश करती हैं कि वह कार्यों को सीख खुद पर फक्र अनुभव कर सकें। आज की यह कहानी उड़ीसा की कुछ महिलाओं की है जो अब बैटरी वाला रिक्शा चला कर शहर से कचरे इकट्ठे करेंगी।

उड़ीसा (Odisa) के कोटपद एनएसी ने बेहतरीन पहल की जानकारी ट्वीट करके दी है। जो महिला सशक्तिकरण के लिए है। इस पहल के लिए उन्हें ढेर सारी तारीफें मिल रही है। इस पहल में सिर्फ महिलाओं को रोजगार ही नहीं बल्कि उनके विकास का भी ख्याल रखा जाएगा। इन महिलाओं को ओडिशा में बैटरी रिक्शा कैसे चलाना है उसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस बात की जानकारी आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने ट्वीट के माध्यम से दिया है। उन्होंने बताया कि “स्व-सहायता समूह की महिलाओं को लगभग 4 हजार 500 से भी ज्यादा घर के कचरे को किस तरह इकट्ठा करें और रिक्शा किस तरह चलाएं आदि सारी बात ट्रेनिंग के दौरान बताई जाएगी”।

 कोटपद (kotapad) सिटी कोरापुट (Koraput) जिले के उड़ीसा (Odisa) सीमा के लास्ट में है। उसका डेली ट्रेड लिंक जगदलपुर (Jagadalpur) से है। जो कार्य महिला सशक्तिकरण के लिए हुआ है उसके लिए इस पहल की बहुत ही प्रशंसा हो रही है। यह महिलाओं को सिर्फ रोजगार ही नहीं बल्कि शहरों को किस तरह साफ-सुथरा और स्वच्छ रखें यह सारी जानकारी सुनिश्चित करेगी। उम्मीद है कि इस पहल से महिलाओं को बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा।

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हम सब यह बात बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि लॉकडाउन के दौरान हर किसी की आर्थिक तंगी और बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा और इस कारण कोरापुट में भी इन सारी समस्याओं का सामना हुआ है। एक रिपोर्ट के दौरान यह जानकारी मिली कि वहां लगभग 2.5 मिलियन से भी ज्यादा प्रवासी कामगार हैं। लॉक-डाउन जब हुआ तो उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस पहल से उनके यहां की परेशानी कम होगी।

महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए पहल की The Logically खूब प्रशंसा करता है साथ हीं महिलाओं से ये उम्मीद रखता है कि यह अपने कार्य को बखूबी करेंगी।