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एक समय का हॉटस्पॉट रहा यह जगह जहाँ हर रोज हज़ारों केस से, 25 दिसम्बर को धारावी में एक भी कोरोना मरीज नही मिला

मुंबई (Mumbai) में मौजूद एशिया (Asia) की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी (Slum Dharawi) में 1 अप्रैल को जब कोरोना का पहला केस निकला तो राजनेताओं समेत हेल्थ सेक्टर, बॉलीवुड जगत, प्रशासन और खुद महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई थी। इसकी मुख्य वजह धारावी की तकरीबन 15 लाख आबादी, झोपड़ियों की सघन बनावट थी। जहां लोग काफी हद तक एक दूसरे से बहुत ही कम दूरी पर निर्भर होकर जीते हैं।

पहले से संघर्ष कर रही धारावी पर कोरोना की गाज

धारावी में जब शुरुआती दौर में कोरोना मरीज पाए गए तो उनमें किसी का भी ट्रैवल रिकॉर्ड नहीं था। ऐसे में ये बात तो साफ हो गई थी संक्रमण एक दूसरे से ही बस्ती में फैल रहा था। इतनी घनी आबादी वाली जगह पर जहां लॉकडाउन से पहले ही लोग रहने और खाने पीने के लिए संघर्ष कर रहे थे वहां महामारी की दस्तक अभिशाप की तरह समय के साथ अपने पैर पसार रही थी।

Zero corona case in Dharawi slum

समय रहते उचित कदम से बच गई धारावी

सरकार ने इससे जूझने की हर बेहतर कोशिश की, राज्य सरकार के सामने धारावी अब अहम जिम्मेदारी बन चुकी थी। हर दिन बस्ती में सैनिटाइजेशन, चेक अप की सुविधा, मास्क वितरण और महामारी से बचने के उपायों को बस्ती के कोने कोने तक पहुंचाया जाने लगा। साथ ही बीएमसी के अधिकारियों ने मामला सामने आने के तुरंत बाद ही स्क्रीनिंग और लोगों के आइसोलेशन का काम शुरू कर दिया था।

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25 दिसंबर को जीरो कोरोना केस, कुल 4 एक्टिव केस

इन सभी की मेहनत रंग लाई है। बता दें कि 25 दिसंबर को ऐसा पहली बार हुआ कि धारावी इलाके में एक भी कोरोना केस नहीं देखने को मिला। ये किसी अचीवमेंट से कम नहीं है। धारावी में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 3788 तक पहुंच गई थी फिलहाल इसमें से सिर्फ 12 केस एक्टिव हैं, जिसमें से 8 लोग होम क्वारंटीन हैं जबकि 4 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

WHO ने की सराहना, 4 -T मॉडल हुआ सफल

धारावी में कोरोना से निजात पाने के प्रयासों की सराहना खुद WHO (World Health Organisation) भी कर चुका है। धारावी में कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए अपनाए गए ‘4-T मॉडल’ (ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग) की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी प्रशंसा कर चुका है।

रैपर्स और बॉलीवुड भी ने कोरोना एंथम से किया जागरूक

मुंबई की धारावी ने कई टैलेंट को खुद में समेटकर रखा है। देश में कई टैलेंटेड रैपर्स धारावी से हैं। यहां की युवा ब्रिगेड कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई और लोगों में जागरूकता लाने के लिए एंथम भी बनाया था जो काफी मशहूर हुआ। हिंदी, मराठी और तमिल में बने इस एंथम में उनका साथ अक्षय कुमार और अजय देवगन,सुनील शेट्टी, दिया मिर्जा, अतुल कुलकर्णी और राणा डग्गुबती जैसे कई बॉलीवुड स्टार्स ने भी दिया।
रैपर्स को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (Bill and Melinda Gates Foundation) और एटीई चंद्र फाउंडेशन (A.T.E Chandra Foundation) का भी सपोर्ट मिला।

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