Sunday, December 10, 2023

मात्र 14 साल की उम्र में ग्रेजुएशन करने वाले पहले भारतीय बने अगस्त्य, जानिए आखिर कैसे हुआ यह सम्भव

यूं तो कहा जाता है कि मनुष्य अपने अंदर योग्यता को खुद ही विकसित करता है। कभी-कभी कोई व्यक्ति ऐसा करतब दिखाता है जिससे लोग उसे इश्वर का चमत्कार मानते हैं। यूं कहें तो उनकी ही देन भी मानते है। हाल हीं में कुछ ऐसी ही खबर सामने आई है जिसे इश्वर का देन कहना शायद गलत नहीं होगा। गए जानते हैं कि आखिर क्यूं उसे ईश्वर का चमत्कार कह रहे हैं…

अगस्तय जयसवाल (Agastya Jaiswal) ने अपने टैलेंट से सभी को अचंभित कर दिया है। उनके अंदर ऐसी योग्यता है जिससे सभी लोग आश्चर्यचकित हैं। अगस्त्य हैदराबाद (Hyderabad) के रहनेवाले हैं। आपकों बता दे कि हाल ही में ओस्मानिया विश्वविद्यालय के डिग्री के परिणाम घोषित हुए हैं। इस दौरान, अगस्त्य जयसवाल ने सिर्फ 14 वर्ष के उम्र में ही बीए मास कम्युनिकेशन तथा पत्रकारिता की डिग्री पूरी करने वाले पहले भारतीय बने है। इससे पहले वह तेलंगाना (Telangana) में ऐसे पहले लड़के थे जिन्होने 9 वर्ष के उम्र में 7.5 सीजीपीए के साथ 10वीं कक्षा पास की थी। इसके अलावा अगस्त्य जयसवाल तेलंगाना के पहले लड़के थे जिन्होने 11 वर्ष के उम्र में ही इण्टरमीडिएट सेकंड इयर की परीक्षा को 63% हासिल कर के पास हुए थे।

पढाई के अलावा अगस्तय नेशनल लेबल के टेबल टेनिस खिलाड़ी भी हैं। वह केवल 1.72 सेकंड में ही A से Z तक टाइप कर सकते हैं। इसके अलवा वह अपने दोनों हाथ से भी लिख सकते हैं।

first youngest graduate student

अगस्तय गाना गाते के साथ-साथ पियानो भी प्ले कर लेते हैं और वे इंटरनेशनल मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। अगस्तय के माता-पिता ने अपने अधिक टैलेंटेड बच्चे (अगस्तय) के बारे में कहते है कि प्रत्येक बच्चे मे एक विशेष गुण होता है। इसलिए माता-पिता यदि अपने बच्चों के प्रति व्यक्तिगत ध्यान दें तो सभी बच्चा अपने क्षेत्र में इतिहास रच सकता है।

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अगस्तय जयसवाल जब 2 वर्ष के थे तब वह 300 से अधिक प्रश्नों के उत्तर दे देते थे। उनके पैरंट्स ने उन्हें गाइडेंस में ट्रेन किया। अगस्त्य के माता-पिता कहते हैं कि वह अपने बच्चे को खेल-खेल के वातावरण में प्रशिक्षित किया तथा वह हमेशा उसे विषय समझने और अपनी भाषा के साथ पुन: पेश होने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि अगस्त अक्सर उनसे कई तरह के प्रश्न पूछते और वे उनका उत्तर प्रैक्टिकल तरीके से देते है। उनके माता-पिता ने उन्हें स्मृति और लिखावट अभ्यास का भी प्रशिक्षण दिया।

वाकई इतनी कम उम्र में ही इतनी अधिक टैलेंट सच में सभी को हैरान कर देने वाली है।

The Logically अगस्तय जयसवाल के हुनर को सलाम करता है एवं उन्हें अनन्त शुभकामनाएं देता है।