Wednesday, December 13, 2023

घर बनाने से पहले जान लें पूरा वास्तु शास्त्र, घर में आएगी लक्ष्मी, सुख, शांति और समृद्धि

अपना घर बनाने का सपना तो हर किसी का होता है, लेकिन घर बनाने के बाद उसमें कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। आज हम आपको इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय बताएंगे जैसे कि आमतौर पर आप घरों में वास्तु दोष (Vastu Dosh) की समस्याएं सुनते होंगे।

आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने घर से वास्तु दोष की समस्या को हटा सकते हैं। इसके लिए आपको कहां घर बनाना चाहिए, घर का गेट किस दिशा में होना चाहिए तथा बाथरूम, किचन और रूम कहां-कहां होना चाहिए। – To avoid Vastu defects in the house, the house should be built in this way.

  • कंपास के जरिए लगा सकते हैं दिशा का पता

आजकल के मोबाइल फोन में एक कंपास उपलब्ध होता है। इस कंपास में दिख रहा रेड काटा हर समय नॉर्थ के दिशा में होता है। अपने घर को एक फीते से नाप ले वह कितने सेंटीमीटर का है और उसे अलग-अलग भाग में बांट दें। इस कंपास की यह खासियत है कि इसे आप घर में जहां भी रखेंगे इसका लाल कांटा नॉर्थ साइड में ही रहेगा। अब हम आपको बताते हैं कि इसका प्रयोग घर में कैसे कर सकते हैं। यह तो हम सब जानते हैं कि चार दिशाएं होती है जिसमें पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण होता है।

The Direction Of The House Can Be Found Through The Compass
  • घर में मौजूद कोण का महत्व

आपको बता दें कि दक्षिण और पश्चिम के कोने को तामसी नाम से जाना जाता हैं। उसी प्रकार उत्तर और पश्चिम का जो कोन होते हैं वह होता है वायव्य कोण। पूर्व और उत्तर के बीच में जो कोन होता हैं उसे बोलते हैं देव्य कोन और पूर्व और दक्षिण कोन को बोलते हैं अग्नि कोन। अब बताते हैं कि घर में कौन सी चीज कहां होनी चाहिए, जिससे आपके घर में सुख और शांति बनी रहे। इसके लिए दक्षिण और पश्चिम के कोन के बीच बाथरूम बनवाएं। यह बाथरूम के लिए बिल्कुल परफेक्ट जगह होती है। अगर आपके घर के केंद्र में जगह हो तो टंकी वहां बनवाएं, लेकिन अगर जगह की कमी है तो फिर आप तामसी कोन में भी टंकी बनवा सकते हैं।

  • मंदिर बनाने की सही जगह

पूर्व और उत्तर के बीच जो कोन है वह देव्य कोन है, उसमें आप अपने घर में मंदिर बना सकते हैं या फिर किसी भी देवी-देवता का मूर्ति वहां स्थित कर सकते हैं। यह कोन पूजा-पाठ के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है। घर के बीच की जगह जिसे घर का केंद्र कहा जाता है वह घर के सबसे बड़े सदस्य के लिए बैठने या रहने के लिए अच्छा माना जाता है जैसे कि घर के मुखिया के लिए घर का केंद्र रहने के लिए परफेक्ट है।– To avoid Vastu defects in the house, the house should be built in this way.

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  • बाथरूम और पूजा स्थान के बीच की जगह आपस में ना बदलें

पूर्व और दक्षिण के बीच अग्नि कोन का प्रयोग किचन के तौर पर करें। यह जगह किचन के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं, लेकिन इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि वहां पानी का जमाव ना हो। अपना घर कुछ इस हिसाब से बनवाइए कि वहां पानी ना रुके। ना केवल घर में बल्कि छत पर भी अग्नि कोण वाली जगह पर टंकी ना लगवाए इससे घर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। आमतौर पर अक्सर हम अपने घर में कुछ बदलाव करते रहते हैं, जैसे कि एक रूम से दूसरे रुम में शिफ्ट होना या फिर किसी चीज का एक जगह से उठाकर दूसरे जगह रखना। इसके जरीए हम अपने घर का लॉक बदलते रहते हैं, लेकिन इस बीच कभी भी अपने बाथरूम का और पूजा स्थान के बीच की जगह ना बदलें।

  • घर के गेट को पूर्व की दिशा में बनाना सबसे शुभ माना जाता है

अब हम आपको बेडरूम के बारे में बताते हैं। आप अपने घर में किसी भी साइड रूम बनवाए लेकिन उसमें बाथरूम दक्षिण और पश्चिम के कोण पर ही बनवाएं। यह आपकी सेहत के लिए तथा आपके घर के लिए बेहद अच्छा हो सकता है। अब बात करते हैं घर के सबसे जरूरी हिस्सा घर के गेट के बारे में। ऐसा मानना है कि घर का गेट ही घर में धन और समृद्धि लाने का जरिया है इसलिए गेट को सही दिशा में रखना बहुत जरूरी माना गया है। घर के गेट को पूर्व की दिशा में बनाना सबसे शुभ माना जाता है, लेकिन अगर आप बिजनेस करते हैं तो आप उत्तर की दिशा में भी अपने घर का दरवाजा बना सकते हैं और उसे लाल रंग से ही पेंट करें।

The Direction Of The House Can Be Found Through The Compass
  • दक्षिण दिशा में ना बनवाए घर का दरवाजा

अगर घर का गेट पूर्व की दिशा में है तो उसे आप वाइट या ब्लैक किसी भी कलर से पेंट कर सकते हैं, लेकिन अगर आपके घर में पूर्व या उत्तर की दिशा में जगह नहीं है तो दक्षिण के कोने में गेट बनवाए लेकिन यह ध्यान रखें कि गेट कभी भी दक्षिण की और बीच में नहीं होना चाहिए। इसके अलावा किसी भी साइड में गेट बनवा रहे हैं तो उसे मेडल में बनवाएं। शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि राहु-केतु की कोई भी समस्या होती है तो दक्षिण की ओर से प्रवेश करती है इसी वजह से दक्षिण की ओर कभी भी अपने घर के दरवाजे को नहीं बनाना चाहिए।

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  • घर में किसी भी वास्तु दोष की समस्या होने से रोके

जब आप अपने घर का मुख्य द्वार पूर्व की दिशा में करें तो यह ध्यान रखें कि अंदर जाने के बाद और दो ऐसे दरवाजे ना हो जिनका रुख पूर्व की ओर हो। हिंदू धर्म के अनुसार वास्तु का एक बहुत ही महत्वपूर्ण रोल होता है। इसलिए घर बनाते समय ध्यान रखें कि घर में किसी भी वास्तु दोष की स्थिति न पैदा हो। बहुत से लोग इसके लिए पंडित से तथा कई ऐसे जानकारों से पूछते हैं क्योंकि घर का सही दिशा में होना हमारे घर में सुख, समृद्धि, शांति तथा धन का आगमन करती है। – To avoid Vastu defects in the house, the house should be built in this way.