आज भी इंसानों के बीच ऐसी ईमानदारी देखी जाती है जो मिसाल बन जाती है। एक ईमानदारी ही इंसान के इंसानियत किरदार को भी बताती है। यह एक नागरिक और इंसान के लिए बहुत ज्यादा जरूरी भी है। किसी भी देश की समस्याओं का मूल कारण उसके देश के बेईमान लोग होते हैं। अगर सभी लोग ईमानदार हो जाए तो देश की अधिकतर समस्याएं एक झटके में खत्म हो जाए। (Raipur Constable Nilamber Sinha)
“अच्छाई और ईमानदारी अब भी हमारे समाज में जिंदा है इसका जीता-जागता उदाहरण है – निलाम्बर सिन्हा जी!”
— Shakuntala Sahu MLA (@ShakuntalaSahu0) July 23, 2022
नवा रायपुर में यातायात आरक्षक श्री निलाम्बर सिन्हा जी ने पेश की ईमानदारी की मिसाल ड्यूटी से लौटते वक्त उन्हें 45 लाख से भरा बैग मिला जिसे उन्होंने थाने में जमा करा दिया। pic.twitter.com/XbtWoVsDRO
आज हम आपको ईमानदारी के ऐसे ही मिसाल के बारे में बताएंगे जिन्होंने यह साबित कर दिया है कि आज भी ईमानदारी बची हुई है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक पुलिसकर्मी ने 45 लाख रुपये के नोटों से भरा बैग मिलने पर उसे सही सलामत अपने अधिकारियों के पास पहुँचा दिया। आइये जानते हैं सिपाही के इस ईमानदारी के बारे में।
ट्विटर पर लोगों ने लिखा- सलाम है ईमानदारी को
सलाम है इस ईमानदारी को 🇮🇳🫡🫡
— Harish Deshmukh (@DeshmukhHarish9) July 24, 2022
-छत्तीसगढ़ यातायात पुलिस के जवान नीलांबर सिन्हा ने ईमानदारी की अनूठी मिसाल पेश करते हुए 45 लाख रुपये से भरा बैग थाने में जमा कराया#ChattisgarhTrafficPolice #nilamberSinha #honesty pic.twitter.com/bavBLNLbET
सिपाही ने लौटाए, नोट से भरे बैग
आज के युग में अगर किसी को नोटों से भरा बैग मिल जाए तो उसकी मनसा उसे पाने की होगी पर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायपुर (Raipur) में एक सिपाही को जब नोटों से भरा बैग मिला तो उन्होंने इसे लौटाना सही समझा। दरअसल, नीलाम्बर सिन्हा एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी (Traffic Police) हैं। अपने काम के दौरान उन्हें एक लावारिस बैग मिली जो नोटों से भरी हुई थी। इस बैग को देखकर सिपाही नीलाम्बर सिन्हा ने इसकी सूचना तुरंत अपने से बड़े अधिकारियों को दी।
यह भी पढ़ें:- 90 वर्षीय इस बुजुर्ग ने 50 सालों में पहाड़ खोदकर बनाया तालाब, जानवरों की मौत ने किया था प्रेरित
चेक करने पर मिले नोटों के बंडल
सिपाही नीलाम्बर को लगा कि किसी का लावारिस बैग (Bag) गिर गया होगा। उन्होंने इसे जब खोल कर देखा तो यह बैग पूरी तरह नोटों से भरा हुआ था। इस बैग में 2000 और 500 के नोटों के बंडल थे। जिसकी कुल रकम 45 लाख रुपये थी। यह सब देखकर उनके मन में थोड़ा भी लोभ नही आया और उन्होंने इसे लौटाना सही समझा।
क्या कहते हैं नीलाम्बर
रायपुर के ट्रैफिक पुलिस डिपार्टमेंट के सिपाही नीलाम्बर सिन्हा का कहना है कि जब उन्होंने बैग में इतने रकम देखें तो उन्होंने सोचा कि जिसका यह बैग होगा उसके मन में अभी क्या बीत रही होगी। यह ख्याल मन में आते ही उन्होंने तुरंत अपने से बड़े अधिकारियों (Senior Officer) को फ़ोन लगाकर इसकी सूचना दे डाली और यह बैग उन्हें लौटा दिया।
वैन ड्राइवर नोट लेकर फरार
बैग में नोट चेक करने के दौरान और अंधेरा होने के कारण नीलाम्बर के हाथ से एक वैन ड्राइवर (Van Driver) नोटों का एक बंडल लेकर फरार भी हो गया पर नीलाम्बर ने पूरे बैग को बचा लिया। अब उनकी तारीफ हर जगह हो रही है। सोशल मीडिया पर नीलांबर सिन्हा के काम की तारीफ की जा रही है। लोग उन्हें बेस्ट पुलिसवाला बता रहे हैं और ईमानदारी की मिसाल दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें:- मां की मृत्यु के बाद पिता ने घर से निकाला, नाना-नानी ने पाला, आज ये लङकी 10वीं में राज्य टॉपर बनीं
मुख्यमंत्री ने भी की तारीफ
सिपाही नीलांबर के इस ईमानदारी पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने भी उनकी तारीफ की है। उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से नीलाम्बर सिन्हा को समाज के लिए आदर्श बताया है। उन्होंने लिखा है कि आज के मौजूदा समय में ऐसी ईमानदारी कहा देखने को मिलती है। उन्होंने नीलाम्बर को सलाम किया है।
पुलिस डिपार्टमेंट को गर्व
रायपुर के ट्रैफिक पुलिस डिपार्टमेंट (Raipur Traffic Police Department) को नीलाम्बर सिन्हा पर गर्व है पूरा पुलिस डिपार्टमेंट उनके इस ईमानदारी की सराहना कर रहा है। जहां एक ओर पुलिस प्रशासन की छवि पर हमेशा प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है वहां नीलाम्बर जैसे सिपाही के कारण पुलिस की छवि आज अच्छी बनी है। कई आईएएस-आईपीएस (IAS-IPS) सिपाही नीलाम्बर के संस्कार की तारीफ कर रहे हैं।
बैग के सही मालिक की खोज
रायपुर पुलिस को अभी तक इस बैग के असली मालिक (real owner) की पहचान नही मिल पाई है। पुलिस लगातार इस बैग के मालिक की तलाश में जुटी हुई है। रायपुर प्रशासन का कहना है कि जल्द ही अलसी मालिक का तलाश कर उसे सही सलामत यह बैग दे दी जाएगी। नीलाम्बर सिन्हा ने यह साबित कर दिया है कि आज भी ईमानदारी ज़िंदा है।
The Logically नीलाम्बर सिन्हा के इस जज्बे को सलाम करता है और उनके आने वाले भविष्य के लिए उन्हें ढेरों शुभकामनाएं देता है।
अगर आपको यह आर्टिकल अच्छी लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।